– 1197 करोड़ के आय का बजट मंजूर
– टीएचए में अस्पताल को 5800 वर्ग मीटर भूमि
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद नगर निगम की बहुप्रतिक्षित बोर्ड बैठक काफी हंगामेदार रही। बैठक में 15 प्रतिशत हाऊस टैक्स वृद्धि पर चर्चा को लेकर जमकर हंगामा हुआ। लेकिन महापौर आशा शर्मा ने बजट पर चर्चा करने की बात कहकर मामला शांत कर दिया। बैठक में 1197 करोड़ के आय के प्रस्तावित बजट को मंजूरी दे दी। जिसके अंतर्गत नगर निगम विकास कार्यों पर 946 करोड़ रुपए खर्च करेगा। बैठक में कुल 74 प्रस्तावों को मुहर लगाई गई। नगर निगम ने मकनपुर में संयुक्त अस्पताल बनाने के लिए 5800 वर्ग मीटर भूमि निशुल्क देने का प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है।
नगर निगम की बैठक आज लोहियानगर स्थित हिंदी भवन में हुई। बैठक की अध्यक्षता महापौर आशा शर्मा ने की। जबकि नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर भी मौजूद रहे। बैठक का संचालन लेखाधिकारी अरूण मिश्रा ने किया। इस मौके पर अपर नगरायुक्त आरएन पांडेय, प्रमोद कुमार समेत नगर निगम के सभी अधिकारी मौजूद रहे। सदन में बजट पर चर्चा के दौरान पार्षदों ने बैठक के लिए अपनी बिल्डिंग बनाए जाने का भी प्रस्ताव रखा। जिस पर सभी पार्षदों ने ध्वनिमत से समर्थन दिया।
15 प्रतिशत हाऊस टैक्स बढ़ोत्तरी को मंजूरी
नगर निगम बोर्ड बैठक में बिना चर्चा के ही ट्रांस हिंडन क्षेत्र में संयुक्त अस्पताल के लिए 5800 वर्ग मीटर भूमि निशुल्क देने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी गई। इसके साथ ही लोगों की जेब पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ के प्रस्ताव 15 प्रतिशत हाऊस टैक्स वृद्धि को भी सदन में बिना चर्चा के ही मंजूरी दे दी गई। यह प्रस्ताव सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह, साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा व स्थानीय लोगों की मांग पर रखा गया।
हाऊस टैक्स पर पार्षदों के विरोध को दबाया
गाजियाबाद नगर निगम क्षेत्र में एक साथ 15 प्रतिशत हाऊस टैक्स वृद्धि के मुद्दे पर सत्तारूढ़ दल भाजपा के कुछ पार्षद और विपक्षी दलों के पार्षद सदन में चर्चा कराने की मांग कर रहे थे। कांग्रेस पार्षद जाकिर सैफी ने टैक्स वृद्धि पर चर्चा कराये जाने का मुद्दा उठाया। जिसका विपक्ष के पार्षदों और कुछ भाजपा के पार्षदों ने भी उनका समर्थन किया। लेकिन महापौर आशा शर्मा ने कहा कि यह बैठक केवल बजट पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई है। इसमें और किसी विषय पर चर्चा नहीं होगी, केवल विकास से जुड़ी बातों पर चर्चा की जा सकती है। इस पर विपक्ष चर्चा कराने पर अड़ गया और सदन में हंगामा शुरू हो गया। बजट पर चर्चा के पक्ष में भाजपा पार्षद सुनील यादव भी कूद पड़े और उनकी विपक्ष के पार्षदों से तीखी नोंक-झोंक हुई। आखिर में महापौर व नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने मामले को शांत कराया।
इलैक्ट्रिक बसों के चार्जिंग स्टेशन के लिए दी भूमि
ग्राम अकबरपुर-बहरामपुर में बनने वाले चार्जिंग स्टेशन के लिए नगर निगम ने 25 हजार वर्ग मीटर भूमि परिवहन विभाग को उपलब्ध कराई है। जिसका प्रस्ताव सदन में रखा गया था। सदन ने इस प्रस्ताव पर भी अपनी मंजूरी दे दी है।
पार्षदों व कर्मचारियों का होगा मेडिक्लेम
सदन में भाजपा पार्षद हिमांशु लव के उस प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई जिसमें उन्होंने कोरोना महामारी के दौर में नगर निगम के कर्मचारियों, अधिकारियों और पार्षदों का सामुहिक मेडिक्लेम कराए जाने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि इस कार्य से अस्पतालों के भारी-भरकम बिल से छुटकारा मिल सकेगा। इसके लिए इंश्योरेंस कंपनी से बात करके योजना को क्रियांवित किया जाएगा।
कवि कुंवर बैचेन के नाम पर होगा सड़क व चौराहे का नाम
कोरोना महामारी का शिकार हुए कवि डा. कुंवर बैचेन के नाम पर कालका गढ़ी चौराहे से गोली चाइल्ड स्कूल चौराहे तक की सड़क का नाम उनके नाम पर रखने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। इसके अलावा होली चाइल्ड चौराहे पर डा. कुंवर बैचेन की लिखी पुस्तक की हस्ताक्षरित मूर्ति भी लगाई जायेगी। आपको बता दें कि डा. कुंवर बैचेन ने हिन्दी साहित्य की 35 पुस्तकों को लिखा है और 25 शोधार्थियों को उन्होंने विद्या वाचस्पति की उपाधि प्रदान कराई है।
भाजपा पार्षद राजेंद्र त्यागी ने आय-व्यय पर उठाए सवाल
भाजपा के वरिष्ठ पार्षद राजेंद्र त्यागी ने बजट में आय-व्यय पर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि वास्तविक व प्रस्तावित बजट में बेहद अंतर है, जिस पर अमल करना बेहद मुश्किल है। उन्होंने नगर निगम की चल-अचल संपत्ति का रजिस्तर तैयार करे का सुझाव दिया ताकि नगर निगम पार्षदों को संपत्ति के बारे में पता चल सके। गृकर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि नगर निगम क्षेत्र की सभी कालोनियों और सभी घरों पर हाऊस टैक्स नहीं लग पाया है, जिससे नगर निगम को राज्सव की हानि हो रही है और लोग अवैध कालोनियों में सीवर व पानी के कनेक्शन अपनी मर्जी से जोड़ रहे है, ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।