– मुरादनगर ब्लाक प्रमुख चुनाव में
– पुराने बसपाइयों का साथी प्रेम लेने लगा था हिलौरे, लेकिन नहीं हो पाये कामयाब
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। जिले में हुए ब्लाक प्रमुख चुनाव भाजपा जिले के पदाधिकारियों के साथ ही जन प्रतिनिधियों को लंबे समय तक याद रहेंगे। मुरादनगर ब्लाक प्रमुख चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को हराने के लिए जहां कुछ भाजपाई सक्रिय भूमिका निभा रहे थे वहीं अपने साथ को विजयी बनाने के लिए पुरानी बसपा टीम भी सक्रिय रही। तमाम जोड़ तोड़ के बावजूद इन्हें हार का सामना करना पड़ा।
बता दे कि मुरादनगर ब्लाक प्रमुख चुनाव में एक तरफ संघ के पुराने स्वयं सेवक एवं भाजपा कार्यकर्ता राजीव त्यागी मैदान में थे तो दूसरी तरफ बसपा से निष्कासित केडी त्यागी की पत्नी साधना त्यागी मैदान में थी। यदि सूत्रों पर भरोसा करें तो बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए कई नेता भाजपा विरोध में सक्रिय हो गये थे। एक पूर्व एमएलसी तो गाजियाबाद से लखनऊ एवं दिल्ली की दौड़ लगा रहे थे किसी प्रकार केडी को भाजपा में शामिल करवा दिया जाये।
इसके साथ ही एक पूर्व राज्यसभा सांसद ने अपनी बिरादरी की वोट भी केडी को दिलवाने में मदद की।
सूत्र बताते हैं कि इस टीम में मुरादनगर के पूर्व बसपा विधायक भी शामिल थे। जबकि जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में बागी होने के कारण पार्टी से निष्कासित किये गये नेता तो हर हाल में भाजपा को हराने के लिए आमादा थे। इस प्रकार बसपाई टीम ने प्रयास तो पूरे किये, लेकिन उनकी दाल गल नहीं सकी। इस मामले में विधायक एवं संगठन की शक्ति सभी के ऊपर भारी पड़ गई। कुछ लोगों ने चुनाव से पहले यह प्रयास भी किया था कि पुराने बसपाई को पार्टी को शामिल इस शर्त पर करवा लिया जाये कि वे लिखकर दें कि चुनाव नहीं लड़ेंगे। लेकिन संगठन पदाधिकारियों को पता था कि पार्टी में शामिल होने के बाद ऐसा कुछ होता नहीं है कि वे चुनाव न लड़ें। लेकिन पुरानी बसपाइयों का इस प्रकार पुराना प्रेम जागृत होना भविष्य में भाजपा को नुकसान पहुंचा सकता है।