‘शेष 16 जिलों में पीपीपी मॉडल पर जल्द होगा काम: सीएम योगी
अथाह ब्यूरो लखनऊ। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने की दिशा में लगातार प्रयासरत योगी सरकार ने ‘एक जिला, एक मेडिकल कॉलेज’ की योजना बनाई है। 75 में से 59 जिलों में मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं, जिनमें से नौ का लोकार्पण जल्द ही प्रधानमंत्री से कराया जाना प्रस्तावित है। इसके अलावा बचे 16 जिलों में नए मेडिकल कॉलेज पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर बनाए जाएंगे। इसके लिए नीति और प्रस्ताव बनाने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकभवन में आयोजित समीक्षा बैठक में कहा कि आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मीरजापुर, गाजीपुर, देवरिया, एटा, फतेहपुर, हरदोई, प्रतापगढ़, सिद्धार्थनगर और जौनपुर में बनाए गए मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण करेंगे। इसे देखते हुए सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि सरकार प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के लिए कृतसंकल्पित है। 59 जिलों में कम से कम एक कॉलेज बनाया जा चुका है। अब जो 16 जिले बचे हैं, वहां पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए नीति और कार्य योजना तैयार की जाए।
मां विंध्यवासिनी के नाम पर मीरजापुर का कॉलेज : मीरजापुर में मेडिकल कॉलेज का नामकरण मां विंध्यवासिनी के नाम पर होगा। गाजीपुर के संस्थान को महर्षि विश्वामित्र के नाम से जाना जाएगा। देवरिया, एटा, फतेहपुर, हरदोई, प्रतापगढ़, सिद्धार्थनगर और जौनपुर के कॉलेजों का नामकरण भी इसी तरह किया जाएगा। इन संस्थानों में 450 से अधिक संकाय सदस्यों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने चयन प्रक्रिया में शुचिता और पारदर्शिता बरतने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा है कि मेरिट के आधार पर अच्छे शिक्षकों का चयन किया जाए।
महापुरुषों के स्मारकों के रखरखाव का चलेगा अभियान : हर शहर-कस्बे में महापुरुषों के स्मारक, स्मृति स्थल आदि हैं। अक्सर इनकी बदहाली की तस्वीरें भी सामने आती हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनथा ने कहा है कि विभिन्न जिलों में महापुरुषों के स्मारकों व स्मृति स्थलों का व्यवस्थित रख-रखाव किया जाए। इन स्थलों की बेहतर साफ-सफाई और प्रबंधन के लिए प्रदेशव्यापी अभियान चलाया जाए।