गाजियाबाद लोनी के टोली मोहल्ला में रविवार आधी रात के बाद घर में घुसक
अथाह संवाददाता, गाजियाबाद: लोनी के टोली मोहल्ला में रविवार आधी रात के बाद घर में घुसकर कारोबारी रहीसुद्दीन और बेटे अजहरुद्दीन व इमरान की गोली मारकर हत्या के मामले का पुलिस ने 36 घंटे में पर्दाफाश कर दिया है। रहीसुद्दीन के भतीजे अय्यूब को गिरफ्तार कर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त पिस्टल व खून से सनी उसकी शर्ट बरामद कर ली है। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि अय्यूब सीमापुरी में कबाड़ का काम शुरू करने के लिए ताऊ रहीसुद्दीन से 10 लाख रुपये मांग रहा था। इन्कार करने पर ही उसने हत्याकांड को अंजाम दिया। एसएसपी ने लूटपाट से साफ इन्कार किया है।
पिस्टल पर साइलेंसर लगाना चाहता था एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने बताया कि अय्यूब रहीसुद्दीन के अच्छे कारोबार के चलते उनसे जलन रखता था। रुपये देने से इन्कार करने पर उसने रहीसुद्दीन की हत्या की साजिश रची। वह पिस्टल पर साइलेंसर लगाना चाहता था, जिसके लिए यूट्यूब पर कई वीडियो भी देखे थे, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। हत्या में प्रयुक्त अवैध पिस्टल कई साल पहले अय्यूब के पिता ने खरीदी थी, जिनकी कुछ समय पूर्व मुत्यु हो गई थी। सीओ लोनी अतुल सोनकर ने बताया कि अय्यूब रविवार रात पौने दस बजे रहीसुद्दीन के घर पहुंचा और सीमापुरी जाने की बात कह उन्हीं के घर भूतल पर लेट गया। रहीसुद्दीन ढाई बजे लघुशंका के लिए उठे, जिसका अय्यूब पहले से इंतजार कर रहा था। बोला, नहीं है कोई पछतावा अय्यूब ने रहीसुद्दीन से उसी समय फिर 10 लाख रुपये मांगे और इन्कार करते ही रहीसुद्दीन को गोली मार दी। आवाज सुन छत से इमरान, अजहरुद्दीन व फातिमा नीचे उतरीं। रहीसुद्दीन के बाद अय्यूब ने अजहरुद्दीन को गोली मारी और सीढि़यों से भागने की कोशिश की। इसी बीच इमरान और फिर फातिमा को भी गोली मारी। इसी बीच आई अफसाना को भी गोली मारने की कोशिश की, लेकिन काक करते समय गोली फंस गई। अफसाना ने अय्यूब को पकड़ने की कोशिश की तो उसकी शर्ट का एक बटन टूट गया, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया। अय्यूब छत के रास्ते भागा और शर्ट में पिस्टल लपेटकर नाले में फेंक दिया। अय्यूब का कहना था कि वह सिर्फ ताऊ को मारना चाहता था, लेकिन बाकी लोग आ गए तो उन्हें भी मार दिया। आरोपित का कहना है कि उसे अपने किए पर पछतावा नहीं है।
एफआइआर में तथ्य क्यों बदलवाए इमरान व अजहरुद्दीन की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि रहीसुद्दीन को एमएमजी लाया गया था। यहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। फातिमा को नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। अफसाना ने रविवार शाम पुलिस व स्वजन को अय्यूब के बारे में बता दिया था और यह भी कहा था कि घर से कुछ भी नहीं लुटा है। इसके बाद भी स्वजन ने तहरीर में पांच-छह बदमाशों के घर में घुसने और 25 लाख रुपये व एक किलो सोना लूटने की बात लिखी। एसएसपी का कहना है कि इस बारे में स्वजन से पूछताछ करेंगे।