साहिबाबाद, थाना क्षेत्र की एक कालोनी में रहने वाली महिला ने एक युवक पर अगवा कर दुष्कर्म और मतांतरण करने का आरोप लगाया है। थाने के एक दारोगा पर डरा-धमकाकर मनमुताबिक बयान और रिश्वत लेने का भी आरोप लगाया है। मामले की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से शिकायत हुई है। महिला का आरोप है मोनू नामक युवक ने उनसे फेसबुक पर दोस्ती की। दोनों की फोन पर बातचीत होने लगी। 21 जून को उसने कॉल करके उन्हें कालोनी के पास बुला लिया।
उसने उन्हें कोल्ड ड्रिंक पिलाई, जिससे उन्हें चक्कर आने लगा। वह बेसुध होकर उसके साथ चली गईं। होश आया तो खुद को एक बस में पाया। उसने दोबारा उन्हें कोल्ड ड्रिंक पिला दी। होश आने पर खुद को रुड़की स्थित एक धार्मिक स्थल में पाया। वहां पर कुछ लिखत-पढ़त कराकर एक होटल में ले गया। वहां कुछ नशीला पदार्थ देकर उनकी अश्लील फोटो खींच ली। उसे इंटरनेट मीडिया पर वायरल और पति को भेजने की धमकी देकर दुष्कर्म किया। उनके मोबाइल का सिम तोड़ दिया।
उन्होंने पति व बच्चों का हवाला देकर घर जाने देने की विनती की, तो उसने कहा कि उसका नाम मोनू नहीं रेहान है। इससे वह और परेशान हो गईं। 23 जून को एक लड़की की मदद से अपनी बुआ की बेटी को कॉल करके आपबीती सुनाई। उसके बाद उनके भाई को घटना की जानकारी हुई। उस दिन मोनू उर्फ रेहान उन्हें राजौरी गार्डन दिल्ली लेकर जा रहा था। उनके पति ने साहिबाबाद पुलिस से शिकायत कर दी थी। पुलिस ने उन्हें व मोनू को कौशांबी बस अड्डा से दबोच लिया।
दारोगा पर गंभीर आरोप
महिला का आरोप है कि उनके पति ने 22 जून को साहिबाबाद थाने में शिकायत दे रखी थी। 23 जून को जब पुलिस उन्हें लेकर थाने पहुंची तो एक दारोगा ने उन्हें व स्वजन को धमकाया। कहा कि सच्चाई बताओगी तो दो साल जेल में रहना पड़ेगा। उसके बाद दारोगा ने अपने मनमुताबिक बयान दर्ज कर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि दारोगा ने उनकी सोने की अंगूठी ले ली। भाई से शराब और मीट मंगवाया। उसके बाद थाने से जाने दिया गया।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने चिकित्सीय जांच भी नहीं कराई। मोनू को भी छोड़ दिया। अब उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को डाक से तहरीर भेजी है। मोनू पर अगवा करके दुष्कर्म और मतांतरण कराने और दारोगा पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। सभी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
पुलिस बोली खुद गई थी
पुलिस का कहना है कि महिला अपने मन से युवक के साथ गई थी। उसके पति ने यही रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। उसे बरामद करके स्वजन के हवाले कर दिया गया था। उसके द्वारा लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं। पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय गाजियाबाद ज्ञानेंद्र सिंह का कहना है कि अब तक साहिबाबाद थाने में मामले की तहरीर नहीं आई है। उन्होंने थानेदार को तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज करके उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।