-चीन आधारित कैम स्कैनर से दो साल से चल रहा है फाइलों की स्कैनिंग का काम
गाजियाबाद। चीन के उत्पादों पर रोक के साथ ही चीन के 59 एप पर रोक लगने के बाद गाजियाबाद विकास प्राधिकरण भी सतर्क हो गया है। इसी वर्ष कैम स्कैनर वह भी चीन की कंपनी के बनाये हुए हैं। यदि इन्हें हटाया गया तो फाइलों की स्कैनिंग कैसे होगी। हालांकि बायोमैट्रिक मशीनों को पहले ही स्टोर में पहुंचा दिया गया।
जहां भारत सरकार के द्वारा चीन के 59 एप पर प्रतिबंध लगा दिया गया। इसके साथ साथ चीन के उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी की जा रही है, वहीं सवाल ये उठ रहा है कि जीडीए में जो चीन की वायामैट्रिक मशीनें लगवायी गई है, इन मशीनों का क्या होगा। वहीं फाइलों की चीन के एप से स्कैनिंग कराने के मुददे पर भी सवाल उठने लगे है। यहां बता दें कि जीडीए के द्वारा फरवरी 2020 के दौरान ही चीन आधारित इन बायोमैट्रिक मशीनों को एक मोटी रकम खर्च करते हुए लगवाया गया था। हालांकि इस बीच कोरोना फैलने के चलते वायो मैट्रिक मशीन से उपस्थिति पर प्रतिबंध लगाते हुए मशीनों को उतरवाते हुए स्टोर में डाल दिया गया था।
बताते है कि पिछले दो साल से चीन आधारित कैम स्कैनर के माध्यम से फाइलों की स्कैनिंग करायी जा रही है। ऐसे में जीडीए कैसे फाइलों की स्कैनिंग कराएगा।