अथाह संवादाता: गाजियाबाद। सरकारी कार्यों में अधिकारियों व कर्मचारियों की जमीनी हकीकत का ऑनलाइन जायजा लेने के लिए मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह के निर्देश पर निकले अपर जिलाधिकारी वित्त यशवर्धन श्रीवास्तव ने सोमवार को बीएसए कार्यालय में मिले गड़बड़झाला के बाद मंगलवार को उपायुक्त उद्योग जिला उद्योग प्रोत्साहन उद्यमिता विकास केंद्र कार्यालय का ऑनलाइन निरीक्षण किया।
कार्यालय में कार्यरत 21 कर्मचारियों में निरीक्षण के समय वीरेंद्र कुमार महाप्रबंधक और 5 अन्य कर्मचारी उपस्थित पाए गए जबकि तीन कर्मचारी चिकित्सा अवकाश, एक कर्मचारी आकस्मिक अवकाश पर बताए गए। लेकिन वीडियो कॉलिंग के समय 12 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए जिनमें से 7 कर्मी राजीव यादव, संगीता जैन, रजनी, भारत लाल प्रजापति, प्रदीप कुमार, पिंटू व योगेश के हस्ताक्षर उपस्थित पंजिका में अंकित पाए गए वीडियो कॉलिंग में अनुपस्थित 5 कर्मचारी अधिशी श्रीवास्तव, विनीता भटनागर, मनस्वी सिंह, हरिराम व वीरेंद्र कुमार के हस्ताक्षर उपस्थित पंजिका में नहीं मिले। इसके बाद उप श्रमायुक्त कार्यालय का ऑनलाइन वीडियो कॉलिंग के जरिए निरीक्षण किया। जहां 33 कर्मचारियों में कार्यालय अध्यक्ष राजेश मिश्रा तथा 20 अन्य कर्मचारी उपस्थित पाए गए ।
13 कर्मचारी अनुपस्थित मिले जिसमें वीडियो कॉलिंग के समय 10 कर्मचारी रवि कुमार, बाबू कश्यप, रिहान अख्तर, वीरेंद्र कुमार गौतम, सुगंधा ,आयुष प्रताप सिंह, शमशेर बहादुर सिंह, हरिशंकर कौशिक, रिंकू व शैलेंद्र सिंह अनुपस्थित थे लेकिन रजिस्टर में इनके हस्ताक्षर पाए गए। तीन कर्मचारी जीत लाल यादव, डॉ रुपाली व रेखा शर्मा अनुपस्थित पाए गए। इसके अलावा जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण किया है। कर्मचारियों में वीडियो कॉलिंग के समय रजनीश कुमार पांडेय व 6 कर्मचारी उपस्थिति पाए गए। लेकिन कई कर्मचारियों के हस्ताक्षर विभिन्न तारीखों में अंकित नहीं पाए गए और कार्यालयाध्यक्ष द्वारा कोई भी सूचना उपलब्ध नहीं कराई गई। एडीएम यशवर्धन श्रीवास्तव ने बताया कि कर्मचारियों के रजिस्टर में हस्ताक्षर पाए गए लेकिन हकीकत में दर्जनों कर्मचारी दफ्तर से गायब मिले।