– प्रतापगढ़ में पत्रकार की हत्या, गाजियाबाद में उबाल
– पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव के हत्यारों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की मांग
– मृतक आश्रितों को एक करोड़ रुपये की सहायता एवं सरकारी नौकरी की मांग
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। उत्तरद प्रदेश के प्रतापगढ़ में न्यूज चैनल के पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की बेरहमी के साथ हत्या करने के विरोध में जिले के पत्रकारों ने जिलाधिकारी के मायध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई एवं साथ मृतक पत्रकार के आश्रितों को कर दी गई। कटरा रोड स्थित एक ईंट भट्ठे के पास अर्धनग्न अवस्था में सुलभ की लाश मिली।हत्या से पहले सुलभ ने 12 जून को शराब माफियाओं से एडीजी जोन प्रयागराज को पत्र लिख कर अपनी जान पर खतरा होने की आशंका जतायी थी। गाजियाबाद के पत्रकारों ने सामूहिक रूप से मांग की कि कि जांबाज पत्रकार स्वर्गीय सुलभ श्रीवास्तव के हत्यारों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए।
इसके अतिरिक्त मृतक पत्रकार के आश्रितों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता एवं सरकारी नौकरी दी जाए। साथ ही इस मामले में लापरवाह पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाए। पत्रकारों की जान की सुरक्षा के लिए तत्काल प्रभाव से अत्यंत प्रभावी कदम उठाए जाएं।
इसके साथ ही कहा गया कि कुछ समय पूर्व इसी तरह गाजियाबाद में भी पत्रकार विक्रम जोशी को माफियाओं ने मौत के घाट उतार दिया था। वहीं प्रदेश के अन्य जिलों में भी कई पत्रकार निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता करने के कारण अपराधियों द्वारा मौत के घाट उतारे जा चुके हैं। ऐसे में स्थिति बेहद चिंतनीय है जिस की ओर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है। पत्रकारों की तरफ से अशोक ओझा, अजय औदिच्य, अनुज चौधरी, अशोक कौशिक, अमित राणा, हिमांशु शर्मा, सैयद अली मेहंदी, लोकेश राय, दीपक भाटी, संदीप सिंघल, दीपक चौधरी, प्रवीण अरोड़ा, शक्ति सिंह, तोषिक कर्दम, फरमान अली, सोनू अरोड़ा, सुनील यादव, रोहित सिंह, पिंटू तोमर, यादराम भारती, सचिन, नरेश बबली, जितेंद्र चौधरी, मुकेश कर्दम, उस्मान सैफी, शाबाज खान, वरुण लोहारिया, हरि सिंह, प्रतीक, शहजाद आबिद, सन्नी गौतम, यशपाल कसाना समेत सभी पत्रकार शामिल थे।