– 15 फीसद गृह कर समाप्त करने को भाजपा ने बढ़ाया दबाव
– महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा की पहल पर हुआ बैठक का आयोजन
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद नगर निगम द्वारा गृह कर में 15 फीसद की वृद्धि चुनावी वर्ष में भाजपा के लिए सिरदर्द साबित होती जा रही है। इस वृद्धि को समाप्त कराने अथवा कम कराने के लिए भाजपा ने नगर निगम पर दबाव बढ़ा दिया है। इसके संकेत महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा की अध्यक्षता में हुई विधायकों एवं महापौर की बैठक से भी मिल रहा है।
बता दें कि नगर निगम ने वर्ष 2017 से गृह कर न बढ़ने की बात कहते हुए कोरोना काल में 15 फीसद गृह कर बढ़ा दिया है। निगम का कहना है कि 2017 में हर वर्ष पांच फीसद गृह कर बढ़ाने का प्रस्ताव पारित हुआ था। लेकिन तब से ही यह वृद्धि ठंडे बस्ते में है। इस वृद्धि का चौतरफा विरोध भी हो रहा है। अब जबकि 2022 के प्रारंभ में ही प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में भाजपा के लिए यह वृद्धि सिरदर्द साबित हो रही है। इसी के मद्देनजर महानगर भाजपा अध्यक्ष संजीव शर्मा ने शनिवार को महानगर कार्यालय में बैठक बुलाई।
इस बैठक में प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री अतुल गर्ग, विधायक सुनील शर्मा एवं अजीत पाल त्यागी के साथ ही महापौर आशा शर्मा भी मौजूद थी। सभी ने एक स्वर में महापौर से कहा कि इस समय कोरोना काल चल रहा है ऐसे में वृद्धि उचित नहीं है। सूत्रों के अनुसार गृह कर वृद्धि से जनरोष बढ़ने की आशंका भी व्यक्त की गई। बैठक में महापौर आशा शर्मा ने एक बार फिर निगम का पक्ष ही दोहराया। बाद में उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त अवकाश पर है। उनके वापस आने पर इस संबंध में वार्ता की जायेगी। बैठक में सभी इस पर एक राय थे कि इस मामले में शासन एवं प्रदेश के नगर विकास मंत्री से भी बात कर समस्या का हल करवाया जायेगा।