Dainik Athah

आज से शुरू होगा सीरो सर्वे, जांची जाएंगी एंटीबॉडी

पिछले वर्ष हुए सीरो सर्वे में शामिल 20 लोगों की भी होगी सैंपलिंग
जी पांच वर्ष के बच्चों से लेकर 59 वर्ष तक बुजुर्ग होंगे सर्वे में शामिल

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। शासन के निर्देश पर बुधवार से जिले में सीरो सर्वे शुरू किया जाएगा। सर्वे के दौरान रक्त के नमूने लेकर रक्त से सीरम तैयार कर कोविड-19 के प्रति शरीर में तैयार एंटीबॉडी का परीक्षण करने के लिए एलीजा परीक्षण किया जाएगा। इस सर्वे का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के जन-मानस में इस रोग से प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से संक्रमित होने की स्थिति का आकलन किया जाना है। यह एक सामुदायिक अध्ययन है जो कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों तथा नगरीय स्लम क्षेत्रों के जन-समुदाय के मध्य में किया जाएगा। जनपद में सीरो सर्वे के लिए 18 टीम बनाई गई हैं।


मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. एनके गुप्ता ने बताया सर्वे की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शासन से मिली गाइडलाइन के मुताबिक जिले में राज्य स्तर से प्रेषित सूची के अनुसार 31 इकाइयों (प्राइमरी सैंपलिंग यूनिट) से सैंपल एकत्र करने का कार्य किया जायेगा। प्रत्येक जिले में राज्य स्तर से प्रेषित सूची के अनुसार 42 ऐसे व्यक्तियों का सैंपल एकत्र किया जाएगा जो पूर्व में कोविड पॉजिटिव पाए गए थे। शासनादेश के मुताबिक जिले में छह अतिरिक्त टीम गठित की गयीं हैं जो राज्य स्तर से प्रेषित सूची में दर्ज 18 अर्बन स्लम इकाइयों से सैंपल एकत्र करने का कार्य करेंगी। बता दें कि पिछले वर्ष गाजियाबाद समेत उत्तर प्रदेश के 11 जिलों ( कानुपर नगर, वाराणसी, गोरखपुर, आगरा, प्रयागराज, कौशांबी, बागपत, मुरादाबाद, मेरठ और लखनऊ) सितंबर, 2020 के दौरान सीरो सर्वे किया गया था। पिछले वर्ष के सर्वे में शामिल रहे 20 व्यक्तियों के रक्त के नमूने लिए जाने के भी निर्देश शासन से मिले हैं ताकि उनमें मौजूद एंटीबॉडी के जीवन के बारे में पता लगाया जा सके। इसके अलावा रक्त के नमूने लेने के लिए शासन स्तर से ही स्थान नियत किए गए हैं उन्हीं स्थानों से नमूने लिए जाएंगे।


प्रत्येक जिलास्तरीय टीम में चार सदस्य होंगे। चिकित्सा अधिकारी, लैब टेक्नीशियन या स्टाफ नर्स, एएनएम और आशा कार्यकर्ता। चिकित्सा अधिकारी सर्वे के लिए परिवारों का चयन करेंगे। लैब टेक्नीशियन का काम नमूने का संग्रह और लेबलिंग कर कोल्ड बॉक्स में रखना होगा। एएनएम और आशा कार्यकर्ता मोबिलाइजर का काम करेंगी और चयनित परिवार को रक्त संग्रह स्थल तक लेकर जाएंगी। सर्वे में शामिल व्यक्तियों को सर्वे के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी और उनकी सहमति प्राप्त करने के बाद उन्हें सर्वे में शामिल किया जा सकेगा। प्राइमरी सैंपलिंग यूनिट में से प्रत्येक इकाई को चिकित्सा अधिकारी चार भागों में बांटकर प्रत्येक भाग से छह घरों को चिन्हित करेंगे और प्रथम चार घरों से 18 वर्ष से अधिक आयु के दो-दो महिला- पुरुषों तथा अंतिम दो घरों से 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के दो प्रतिभागियों को लिखित सहमति के उपरान्त सर्वे में शामिल करेंगे।


इसी प्रकार 18 अर्बन स्लम इकाइयों में से प्रत्येक इकाई को चिकित्सा अधिकारी द्वारा चार भागों में विभाजित करने के उपरांत प्रत्येक भाग से नौ घरों को चिन्हित किया कर प्रथम छह घरों से 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के तीन पुरुष तथा तीन महिला प्रतिभागियों को तथा अंतिम तीन घरों से 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के तीन प्रतिभागियों को शामिल करते हुए समूह तैयार किया जाएगा। बच्चों को अभिभावक के साथ सैंपल कलेक्शन स्थल पर ले जाना होगा।

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