गाजियाबाद के नव नियुक्त जिलाधिकारी ने प्रदेश की तर्ज पर पहली बार जिले में भी टीम 9 का गठन कर दिया है। इस टीम में जिले के उन सभी प्रमुखों को स्थान दिया है जिनकी भूमिका कोरोना संक्रमण रोकने में अहम हो सकती है। इसके साथ ही उन्होंने टीम के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच काम का बंटवारा भी इस प्रकार किया है कि इन अधिकारियों को अपने काम में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। जिस प्रकार जिलाधिकारी ने टीम 9 का गठन किया है उसके बाद सभी नौ कमेटियों के अध्यक्षों की जिम्मेदारी बढ़ गई है कि उनके स्तर से कोरोना संक्रमण की रोकथाम में वे काबिलियत का प्रदर्शन करें।
यदि कहीं भी कोई कमी रह जाती है तो संबंधित समिति की जिम्मेदारी ही तय होगी। कमेटी में एडीएम सिटी को एक बार फिर ऑक्सीजन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ऑक्सीजन के मुद्दे पर जिले के लोनी क्षेत्र के विधायक ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। लेकिन जिलाधिकारी ने उनके ऊपर भरोसा जताया है। इसके साथ ही साफ- सफाई, सैनिटाइजेशन एवं पेयजल की पूरे जिले की जिम्मेदारी नगर आयुक्त को सौंपी गई है।
महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में जिले में अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया था। लेकिन भगवान न करें भविष्य में ऐसा समय कोई देखे। यदि कुछ होता है तो टीम 9 को अपनी काबिलियत साबित करनी होगी। उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी गई उनकी समीक्षा भी समय समय पर होगी। इन समीक्षा एवं जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाली शिकायतों के आधार पर ही यह तय होगा कि टीम 9 कितने प्रभावशाली तरीके से काम कर रही है। लेकिन जिलाधिकारी का यह कदम सराहनीय है।