ब्यूरो नई दिल्ली। चुनाव आयोग सोमवार को 11वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने जा रहा है। इस मौके पर मतदाताओं को एक सौगात मिलने जा रही है। केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद वोटर आइडेंटिटी कार्ड (मतदाता पहचान पत्र) का इलेक्ट्रॉनिक संस्करण लांच करेंगे। मतदाता इस इलेक्ट्रॉनिक पहचान पत्र को अपने मोबाइल फोन या निजी कंप्यूटर पर डाउनलोड कर सकेंगे।
ई-मतदाता पहचान पत्र को डिजिटल लॉकर में भी रखा जा सकता है सुरक्षित
चुनाव अधिकारियों ने बताया है कि इस ई-मतदाता पहचान पत्र को डिजिटल लॉकर में सुरक्षित रखा जा सकेगा या उसे पीडीएफ फार्मेट में प्रिंट भी किया जा सकेगा।
चुनाव आयोग ने कहा- मतदाता आसानी से अपना पहचान पत्र हासिल कर सकते हैं
आयोग ने इसका फायदा बताते हुए कहा है कि अभी मतदाता पहचान पत्र को प्रिंट करने और उसे मतदाताओं तक पहुंचाने में समय लगता है, लेकिन इस नई सुविधा से मतदाता आसानी से अपना पहचान पत्र हासिल कर पाएंगे।
पहचान और पता के लिए एक स्वीकार्य सुबूत मतदाता पहचान पत्र
बता दें कि अभी आधार कार्ड, स्थायी खाता संख्या (पैन) और ड्राइविंग लाइसेंस डिजिटल मोड में उपलब्ध हैं। चुनाव आयोग ने 1993 में मतदाता पहचान पत्र की शुरुआत की थी, जो पहचान और पता के लिए एक स्वीकार्य सुबूत है।
25 जनवरी, 1950 को चुनाव आयोग की स्थापना हुई थी
भारत के गणतंत्र बनने के एक दिन पहले ही 25 जनवरी, 1950 को चुनाव आयोग की स्थापना हुई थी। आयोग 2011 से अपने स्थापना दिवस पर राष्ट्रीय मतदाता दिवस भी मना रहा है। इस साल इसका मुख्य विषय-वस्तु मतदाताओं को सशक्त, सतर्क, सुरक्षित और संसूचित बनाना है।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर कार्यक्रम में राष्ट्रपति मुख्य अतिथि होंगे
राष्ट्रीय राजधानी के अशोक होटल में आयोजित राष्ट्रीय कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रपति भवन से वर्चुअल तरीके से हिस्सा लेंगे। केंद्रीय विधि एवं न्याय और संचार व इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद अतिथि होंगे। कार्यक्रम में राष्ट्रपति 2020-21 के राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्रदान करेंगे और चुनाव आयोग का वेब रेडियो ‘हेलो वोटर्स’ लांच करेंगे।