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प्रेरणा विमर्श: 13-14 को एनआईओएस में दो दिवसीय गहन मंथन

नवोत्थान के क्षितिज पर गहन मंथन : प्रेरणा विमर्श 2025

वैचारिक, सांस्कृतिक, रक्षा, आर्थिक, वैश्विक और सामाजिक क्षेत्र पर विशिष्ट वक्ता करेंगे गहन विमर्श



अथाह संवाददाता
नोएडा।
प्रेरणा विमर्श 2025 के संदर्भ में विमर्श 2025 के संयोजक श्याम किशोर ने इस वर्ष के विमर्श की संकल्पना और उद्देश्य का विस्तृत परिचय देते हुए बताया कि संघ के शताब्दी वर्ष में विमर्श का केंद्रीय विषय ‘नवोत्थान के नए क्षितिज’ रखा गया है। उन्होंने कहा कि भारत एक नए युग में प्रवेश कर चुका है—आकांक्षी भारत, आत्मविश्वासी भारत और विकसित भारत की दिशा में तेजी से बढ़ता हुआ भारत।
श्याम किशोर रविवार को प्रेरणा भवन, सेक्टर 62 नोएडा में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस मौके प्रेरणा विमर्श 2025 के अध्यक्ष अनिल त्यागी भी उपस्थित थे। विमर्श की सचिव मोनिका चौहान ने 12 दिसंबर को आयोजित होने वाले ‘नारी शक्ति राष्ट्र वंदना यज्ञ’ की रूपरेखा विस्तार से प्रस्तुत की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, मेरठ प्रांत के सह-प्रचार प्रमुख अनिल त्यागी ने अब तक सम्पन्न हुए पाँच विमर्शों की महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
इसी भाव को केंद्र में रखते हुए 13- 14 दिसंबर को सेक्टर 62 स्थित एनआईओएस के क्षेत्रीय कार्यालय, कल्याण सिंह सभागार में दो दिनों का गहन मंथन आयोजित किया जाएगा। इसके लिए छह सत्र निर्धारित किए गए हैं। इस दौरान वैचारिक, सांस्कृतिक, रक्षा, आर्थिक, वैश्विक और सामाजिक क्षेत्र। इन सभी क्षेत्रों में उभरते नए विचारों, परिवर्तनों और दृष्टि-बिंदुओं पर विशिष्ट वक्ता गहन विमर्श करेंगे।


विमर्श में भाग लेने वाले प्रमुख वक्ताओं में प्रख्यात अभिनेता एवं रंगकर्मी मनोज जोशी, अंतरराष्ट्रीय शिल्पकार नरेश कुमावत, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य रुपेश कुमार, सह-प्रचार प्रमुख प्रदीप जोशी, राज्यसभा सांसद डॉ. मीनाक्षी जैन, संघ के सह सेवा प्रमुख राजकुमार मटाले, प्रचार टोली सदस्य राजीव तुली, नेटवर्क 18 के एंकर आनंद नरसिम्हन, इंडिया टीवी की एंकर मीनाक्षी जोशी, वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी, हरीश वर्णवाल, रक्षा विशेषज्ञ राजीव नयन, संसद टीवी के लोकप्रिय एंकर प्रतिबिम्ब शर्मा, रामवीर श्रेष्ठ समेत अनेक अन्य विशिष्ट व्यक्तित्व शामिल होंगे।
विमर्श के साथ इस विषय से संबंधित एक विशेष प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। साथ ही, गत वर्ष के ‘पंच परिवर्तन’ विषयक विमर्श पर आधारित पुस्तक का विमोचन भी किया जाएगा। कार्यक्रम में पत्रकार, मीडिया शिक्षाविद, मीडिया विद्यार्थी, शोधार्थी, प्रबुद्ध नारी शक्ति, विश्वविद्यालयों के शिक्षक एवं ‘पंच परिवर्तन’ के योद्धा बड़ी संख्या में सहभागी होंगे।


ज्ञात हो कि चरित्र निर्माण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण तथा मीडिया व पत्रकारिता के क्षेत्र में राष्ट्रवादी और सामाजिक मूल्यों को विकसित करने के लिए सूचना में शिक्षा प्रचार प्रसार के उद्देश्य से प्रेरणा शोध संस्थान का गठन सन 1917 में किया गया। संस्थान के तत्वाधान में वर्ष 2020 से प्रतिवर्ष अलग-अलग विषयों पर अबतक पांच प्रेरणा विमर्श कार्यक्रम आयोजित हो चुके हैं। अब आयोजित हो रहा यह छठा प्रेरणा विमर्श है।
प्रेस वार्ता के अंत में उपस्थित मीडिया प्रतिनिधियों से राष्ट्र निर्माण के इस महत्त्वपूर्ण अभियान में सहयोग करने और विमर्श को सफल बनाने का आह्वान किया गया।


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