- जीडीए हेल्पलाइन पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण की भी समीक्षा की गयी
- निस्तारण मे लापरवाही पर दो अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश
- जनता से जुड़े मुद्दों में किसी भी अधिकारी अथवा कर्मचारी की लापरवाही पाए जाने पर तत्काल कार्यवाही की जाएगी: अतुल वत्स

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने आईजीआरएस और हेल्पलाइन पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों की समीक्षा की। इस दौरान निस्तारित प्रकरणों की गुणवत्ता अत्यंत खराब पाये जाने पर उन्होंने कार्यवाही के निर्देश दिये।
शनिवार को को प्राधिकरण कार्यालय में आईजीआरएस प्रकरणों के निस्तारण को लेकर सभी जोनल अधिकारियों एवं उनकी टीम के साथ उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान पोर्टल के अनुसार अवगत कराया गया कि अब तक कुल 6967 आईजीआरएस प्रकरणों में से 6832 का निस्तारण किया जा चुका है, जबकि समीक्षा बैठक के समय केवल 135 प्रकरण लंबित थे।
समीक्षा के दौरान एक निस्तारित प्रकरण की गुणवत्ता अत्यंत खराब पाए जाने पर उपाध्यक्ष महोदय ने गंभीर नाराजगी व्यक्त की और संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, एक अधिकारी द्वारा अपने जोन में हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायत का संतोषजनक समाधान न करने पर भी उन्होंने कड़ी आपत्ति जताई और उनके विरुद्ध भी कार्यवाही के निर्देश दिए।
अतुल वत्स ने ओएसडी राजीव रतन सिंह को प्रशासनिक कार्यों को और अधिक गंभीरता एवं सावधानी से संचालित करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने सभी संबंधित अधिशासी अभियंताओं को नियमित बैठक करने और आईजीआरएस प्रकरणों के उत्तर की गुणवत्ता की समीक्षा करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन एवं डीएम कार्यालय से जारी निदेर्शों के अनुरूप ही निस्तारण की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए।
जीडीए उपाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि जनता से जुड़े मुद्दों में किसी भी अधिकारी अथवा कर्मचारी की लापरवाही पाए जाने पर तत्काल कार्यवाही की जाएगी। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण जनता की शिकायतों एवं समस्याओं के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है। उपाध्यक्ष ने दोहराया कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाह कर्मचारियों एवं अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
