Dainik Athah

आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला अध्याय था: जेपीएस राठौर

भाजयुमो ने किया मॉक संसद का आयोजन

अथाह ब्यूरो
लखनऊ।
भारतीय जनता युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष प्रांशु दत्त द्विवेदी के नेतृत्व में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के लखनऊ, प्रयागराज, गोरखपुर, गाजियाबाद, अलीगढ़, बरेली, झांसी, कानपुर और मेरठ सहित कुल 9 स्थानों पर एक साथ मॉक संसद का आयोजन किया गया। लखनऊ स्थित एसआर ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशन्स, बक्शी का तालाब पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

राठौर ने युवाओं से कहा, आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला अध्याय था। इसने न केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचला, बल्कि संविधान और मौलिक अधिकारों को भी ताक पर रख दिया। युवाओं का यह आयोजन इस बात का प्रमाण है कि आज की पीढ़ी लोकतंत्र की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, 1975 का आपातकाल सत्ता के मोह और न्यायिक अवमानना का दुर्भाग्यपूर्ण उदाहरण था। युवाओं को चाहिए कि वे इस ऐतिहासिक भूल को स्मरण रखते हुए संविधान की रक्षा में सदैव सजग रहें।

इस मौके पर भाजपा प्रदेश महामंत्री अवध क्षेत्रीय प्रभारी संजय राय ने कहा मॉक संसद की कार्यवाही के दौरान सदन के एक सदस्य द्वारा आपातकाल की निंदा करते हुए एक विशेष प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इसके उपरांत सत्ता पक्ष के प्रतिभागियों ने आपातकाल के विरुद्ध तथा विपक्षी पक्षकारों ने आपातकाल के पक्ष में अपने विचार प्रकट किए। सत्तापक्ष ने इस काले अध्याय को लोकतंत्र पर आघात बताया, वहीं विपक्ष ने इसे कठिन समय का कठिन निर्णय कहकर बचाव करने का प्रयास किया।
भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष प्रांशु दत्त द्विवेदी ने कहा लंबी और गंभीर बहस के पश्चात ध्वनि मत से प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें आपातकाल की कड़ी निंदा की गई और संकल्प लिया गया कि भविष्य में किसी भी परिस्थिति में लोकतंत्र के मूल्यों से समझौता नहीं किया जाएगा।
इस मौके पर मंच पर पवन सिंह सेगर, भाजपा प्रदेश महामंत्री वरुण गोयल, प्रदेश मंत्री अमल खटीक, भाजयुमो प्रदेश मीडिया प्रभारी धनंजय शुक्ला ने बताया भाजयुमो क्षेत्रीय अध्यक्ष नितिन मित्तल ने कार्यक्रम का संचालन किया।


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