Dainik Athah

एंटी करप्शन की कार्रवाई, 2 लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया जीडीए का सुपरवाइजर

जीडीए का अवर अभियंता मौके से फरार, जीडीए उपाध्यक्ष ने सुपरवाइजर को किया निलंबित

अथाह संवाददाता
मुरादनगर।
एंटी करप्शन विभाग ने दो लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए जीडीए के सुपरवाइजर को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया, जबकि अवर अभियंता फरार हो गया।
मुरादनगर के सुराना गांव निवासी सुरेंद्र यादव रावली रोड पर 100 वर्ग गज के प्लॉट पर अपना मकान बनाने के लिए प्लॉट के ऊपर जाल डलवाने का कार्य कर रहे थे लेकिन जीडीए के अवर अभियंता और सुपरवाइजर ने वहां पहुंच कर उनके काम को रुकवा दिया था और उनसे दो लाख रुपए की रिश्वत की मांग की। सुरेंद्र यादव ने इसकी शिकायत मेरठ स्थित एंटी करप्शन विभाग के अधिकारियों से की एंटी करप्शन विभाग के अधिकारियों ने शिकायत पर जांच करनी शुरू कर दी और जांच के दौरान आरोप सच पाए गए तो एंटी करप्शन विभाग ने सोमवार को कार्यवाही करते हुए अपना जाल बिछा दिया और जीडीए के सुपरवाइजर को रंगे हाथ दो लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया जिससे जीडीए कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने सुपरवाइजर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

सुराना गांव निवासी सुरेंद्र यादव ने बताया की वह रावली रोड स्थित 100 वर्ग गज के प्लॉट में अपना मकान बनाने के लिए नींव रखवाने के लिए कार्य करा रहे थे। तीन दिन पूर्व जीडीए के अवर अभियंता अजीत कुमार व उनका सुपरवाइजर राजकुमार दोनों उनके प्लॉट पर पहुंचे और उनका निर्माण कार्य रुकवा दिया। जब उन्होंने जीडीए के अवर अभियंता अजीत कुमार से बात की तो उन्होंने निर्माण कार्य न रोकने के बदले दो लाख रुपए की रिश्वत की मांगी। यादव ने बताया उन्होंने जीडीए के अवर अभियंता द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत मेरठ स्थित एंटी करप्शन विभाग के अधिकारियों से की। सोमवार को एंटी करप्शन विभाग की टीम ने अपना जाल बिछा दिया और सुरेंद्र यादव को दो लाख रुपए के नोटों पर पाउडर लगाकर दे दिए। सोमवार को जब जीडीए के अवर अभियंता अजीत कुमार व् ासुपरवाईजर राजकुमार सुरेंद्र यादव के पास पहुंचे यादव ने पाउडर लगे हुए दो लाख रुपए के नोट सुपरवाइजर राजकुमार के हाथ में दे दिए, तभी एंटी करप्शन की टीम ने धावा बोलकर सुपरवाईजर राजकुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया वहीँ अवर अभियंता अजीत कुमार मौके से फरार हो गया।

सुरेंद्र यादव का कहना है की अवर अभियंता अजीत कुमार का काफी पीछा भी किया गया लेकिन वह भागने में सफल हो गया। एंटी करप्शन की टीम द्वारा दुर्गेश कुमार के नेतृत्व में कार्यवाही की गयी। टीम में निरीक्षक मयंक अरोरा, कृष्ण अवतार सिंह, कैलाश सिंह, उप निरीक्षक राहुल देव, अमृत पाल सिंह सहित अनेक कर्मचारी शामिल थे। जीडीए के सुपरवाईजर को दो लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ फिरफ्तार होने के बाद जीडीए कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। सुरेंद्र यादव ने बताया की उन्होंने अवर अभियंता अजीत कुमार के खिलाफ थाने में तहरीर भी दी है।


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