Dainik Athah

‘अनुसूचित जाति संवाद’ के जरिये पूरे प्रदेश को मथ रहे प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह

  • भाजपा ने अंबेडकर के बहाने शुरू की 2027 की तैयारी
  • बाबा साहेब के मुद्दे पर कांग्रेस समेत विपक्ष को घेरने की भाजपा की रणनीति को धार दे रहे धर्मपाल
  • प्रदेश के अधिकांश जिलों में अनुसूचित जाति संवाद कार्यक्रम कर चुके हैं प्रदेश महामंत्री संगठन

अशोक ओझा
लखनऊ।
भारतीय जनता पार्टी एक तरफ जहां रानी अहिल्या बाई होल्कर के जरिये सपा के मजबूत गढ़ पिछड़ों में सैंध लगा रही है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ‘अनुसूचित जाति संवाद’ के माध्यम से दलित मतदाताओं को एक बार फिर भाजपा के झंडे के नीचे लाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। वे इस अभियान के जरिये पूरे प्रदेश को मथने के साथ ही दलित मतदाताओं को संदेश देने का काम कर रहे हैं।

बता दें किअब जबकि उत्तर प्रदेश विधानसभा के 2027 में होने वाले चुनाव में दो वर्ष से कम समय बचा है ऐेसे में भारतीय जनता पार्टी ने अपना पूरा ध्यान 2027 पर केंद्रीत कर दिया है। अभी तक न तो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव हो सके हैं और न ही राष्टÑीय अध्यक्ष के, लेकिन पार्टी ने अपनी तैयारियां पूरे जोर शोर से तेज कर दी है। इसके तहत ही भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने ‘अनुसूचित जाति संवाद’ के जरिये दलित मतदाताओं में भाजपा को मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं। इस दौरान वे जहां बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की नीति का बखान करते हैं, वहीं विपक्ष को भी आड़े हाथों लेने से नहीं चूकते।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन कहते हैं बाबा साहेब डा. भीमराव आम्बेडकर द्वारा लिखित संविधान और उनके आदर्श ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार की शासन-नीति का आधार है। इसके साथ ही वे पंचतीर्थ को भी अपने भाषण के केंद्र में रखते हुए कहते हैं मोदी ने बाबा साहेब से जुडे़ स्थानों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित कर उन स्थानों को राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बनाया है। मोदी ने 25 नवम्बर को संविधान दिवस के रूप में मनाकर संविधान निमार्ता को कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से नमन किया है। मोदी सरकार ने बाबा साहेब के सामाजिक न्याय के सिद्धान्त पर चलते हुए सरकार की प्रत्येक योजना को गरीब, वंचित वर्ग को समर्पित किया है। जिसका सबसे अधिक लाभ अनुसूचित समाज को हुआ है। वे कहते हैं भाजपा आरक्षण सहित अनुसूचित वर्ग के सभी संवैधानिक अधिकारों के साथ पूरी मजबूती के साथ है और उन्हें व्यवहारिक रूप से सशक्त भी किया है।

इसके साथ ही धर्मपाल सिंह कांग्रेस और समाजवादी पार्टी जैसे विरोधी दलों को इस दौरान परिवार बताते हुए कहते हैं मुस्लिम तुष्टिकरण, भ्रष्टाचार, अपराध को संरक्षण देने वाली सपा व कांग्रेस ने सदैव अनुसूचित जाति वर्ग का शोषण किया। कांग्रेस ने बाबा साहेब को चुनाव हराने का काम किया और हमेशा उनका विरोध किया। बाबा साहेब का अन्तिम संस्कार भी दिल्ली नहीं में नहीं होने दिया। सपा मुखिया के मंच से बाबा साहेब को भू-माफिया कहा गया। सपा की सरकार के समय सबसे अधिक अनुसूचित वर्ग के लोगों पर फर्जी मुकदमें लिखे गए और उनकी जमींन, मकान, खेत, खलिहानों पर कब्जे किये गए। अखिलेश यादव की सरकार में अनुसूचित वर्ग को अपमानित किया गया।

अपने भाषणों में धर्मपाल सिंह जहां विपक्षी दलों पर हमलावर रहते हैं, वहीं दूसरी तरफ अनुसूचित जाति के कार्यकर्ताओं को मंत्र देते हैं कि बाबा साहेब के लिए जिस प्रकार मोदी और भाजपा ने काम किया है तथा विपक्षी दलों की हकीकत अपने समाज के लोगों को बतायें। मुख्य बात यह है कि अनुसूचित जाति सम्मेलनों में उपस्थिति अनुसूचित जाति के कार्यकर्ता ही उपस्थित रहते हैं। जिस प्रकार धर्मपाल सिंह ने इस मुद्दे पर पूरे प्रदेश को मथने का काम किया है उससे पता चलता है कि भाजपा की नजर 2027 में दलित मतदाताओं पर है। इसकी शुरूआत प्रदेश भाजपा महामंत्री संगठन ने कर दी है। इसके साथ ही पार्टी दलित चेहरों को चिन्हित कर रही है जिनका उपयोग आगामी समय में किया जायेगा।


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