Dainik Athah

हमारी सेना ने आतंकियों का जड़ से सफाया किया: राजनाथ सिंह

  • डॉ. केएनएस मेमोरियल हॉस्पिटल की स्थापना के आयोजित समारोह में शामिल हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
  • भारतीय सेनाओं ने एक कुशल डॉक्टर और सर्जन की तरह काम किया: रक्षामंत्री

अथाह ब्यूरो
लखनऊ।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में डॉ. केएनएस मेमोरियल अस्पताल के कार्यक्रम में कहा कि हम सीमा पार आतंकियों का इलाज करते हैं। एक महीने पहले इस कार्यक्रम में आने की सहमति दी थी। परिस्थितियों की वजह से लग नहीं रहा था कि आना संभव होगा। आतंकवाद के खिलाफ हमारी सेना ने बड़ी संख्या में आतंकवादियों का सफाया किया।
सेना ने कुशल सर्जन की तरह काम किया है। बड़ी सटीकता के साथ आतंकवाद की जड़ पर प्रहार किया है और पाकिस्तान की सेना को घुटनों पर ला दिया। सेना ने सिर्फ आतंकवाद पर प्रहार किया।। नागरिक क्षेत्रों में स्ट्राइक नहीं की। सैनिक और डॉक्टर समान हैं। दोनों नागरिक की रक्षा करते हैं। उनका समर्पण और सेवा वंदनीय है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज एक अलग सी अनुभूति पीड़ा और वेदना के साथ हो रही है। 25 साल पहले इस केएनएस अस्पताल की शुरूआत करते हुए डॉ के एम सिंह से प्रभावित हुआ था। आज पच्चीस साल बाद उनका सपना साकार हो रहा है। अमेरिका में वे अच्छा जीवन जी रहे थे पर उन्होंने सेवा का पेशा चुना और ब्रेन ड्रेन नहीं ब्रेन गेन का उदाहरण पेश किया।

हमारी जवाबी करवाई में इस बात का पूरा ध्यान रखा गया कि पाकिस्तान में मौजूद आतंकवाद के ठिकानों पर ही प्रहार किया जाये और उनकी सिविल पॉपुलेशन को इससे दूर रखा जाये। एक कुशल सर्जन की भांति भारतीय सेनाओं ने आॅपरेशन किया है, इसके लिए मैं उन्हें बहुत बहुत बधाई देता हूँ और उनका अभिनंदन करता हूँ। साथियों, यह आप सबने भी महसूस किया होगा होगा कि सैनिक और डॉक्टर दोनों के काम और प्रतिबद्धता में काफी समानताएं हैं। दोनों ही आम नागरिकों की रक्षा करते हैं। एक स्वास्थ्य की रक्षा करता है और दूसरा राष्ट्र की रक्षा करता है। दोनों का डिसिप्लिन और ट्रेनिंग बड़ा ही कठोर होता है। 1997 में उनकी मां का देहान्त इलाज के अभावों में हो गया। व्यक्तिगत दुख कई लोगों को तोड़ देता है। डॉ सिंह ने दिखाया कि इसे प्रेरणा के रूप में लिया जा सकता है। रक्षामंत्री ने कहा कि जीवन शैली की वजह से कई बीमारियां पैदा हो रही हैं। हमें सोचना होगा। भारत डायबिटीज के मरीजों की राजधानी बन गया है। यहां 10 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि डॉक्टर ही हमारे असली नायक हैं जिन्हें जीवन बचाने की शक्ति मिली हुई है। डॉक्टरों ने कोरोना के समय योगदान दिया। हमें उनका धन्यवाद देना चाहिए।

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