अथाह संवाददाता, गाजियाबाद।
लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि मैं भाजपा का अनुशासित कार्यकर्ताओं हूँ, मैं पिछले 16 वर्षों से लोनी में राम कथा का आयोजन करता आया हूं। इस वर्ष भी राम कथा का आयोजन किया। जिसमें कलश यात्रा में 11 हजार से अधिक महिलाएं, संत और क्षेत्र के लोग शामिल हुए। उसको रोका गया और ऊपर गलत तरीके से बताया गया कि कलश यात्रा नहीं जुलूस था, हमने इसकी परमिशन भी ली गई थी किंतु बताया गया कोई परमिशन नहीं ली। साथी उन्होंने कहा कि विधायक का प्रोटोकॉल प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों से ऊपर होता है, और जब अधिकारी कहीं जाते हैं तो सूचना दी जाती है व्यवस्था उनके लिए अपने आप की जाती है पुणे परमिशन लेने की आवश्यकता नहीं होती। विधायक होने के नाते मुझे भी परमिशन की आवश्यकता नहीं थी किंतु मैंने फिर भी परमिशन ली। और इस घटना को ऊपर गलत तरीके से बताया गया। हमने इस घटना की जांच की मांग की थी।
इस घटना के बाद गुर्जर समाज तथा 36 बिरादरी एवं सनातन धर्म के लोग आहत हुए थे। जिसके लिए 13 अप्रैल को लाखों की संख्या में देश के विभिन्न क्षेत्रों से दिल्ली पूछ करने का निर्णय लिया गया किंतु साध्वी उमा भारती से मैंने मुलाकात की और उन्होंने मेरे तथा गुर्जर समाज से दिल्ली न जाने का आग्रह किया तथा ऊपर बात की। उन्होंने कहा कि साध्वी उमा भारती का हम सम्मान करते हैं और उनकी बात का आदर करते हुए फिलहाल आंदोलन को स्थगित कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के काम के नाम पर बनकर आई है ऐसे में अधिकारियों को राम कथा में सहयोग करना चाहिए था। जिसने गलत किया है उसको सजा मिलनी चाहिए यदि मैं गलत हूं तो मुझे सजा मिले।