अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में भावनात्मक संवेदना नहीं है। वे अमर्यादित और अलोकतांत्रिक भाषा का प्रयोग करते है। पीड़ित, दुखी और परेशान लोगों को अपमानित करना मुख्यमंत्री जी का स्वभाव है। सत्ता के अहंकार में भाजपा राजनीतिक शिष्टाचार विहीन हो गयी है। इस सरकार ने किसानों, नौजवानों, महिलाओं, व्यापारियों विपक्षी दलों के नेताओं तथा हर किसी को अपमानित और बदनाम करने का अभियान चलाया। छवि खराब करने का प्रयास किया। अब तो हद हो गयी है मुख्यमंत्री जी महाकुम्भ भगदड़ में मरने वाले लोगों के परिवारों को भी नहीं छोड़ रहे है। पीड़ित और दुखी परिवारों की मदद करने के बजाय मुख्यमंत्री जी अपमानित करके उनका दर्द और बढ़ा रहे है।
यादव ने कहा कि लोकतंत्र में जनता जनार्दन होती है। जनता सरकार चुनती है। लोकतंत्र की सरकार तानाशाह नहीं हो सकती है। लेकिन भाजपा सरकार का व्यवहार तानाशाही का है। यह राजनीतिक विरोधियों को प्रताड़ित और परेशान कर रही है। भाजपा राज में लोगों को स्वतंत्र रूप से बोलने और लिखने का अधिकार नही रह गया है। समाजवादी पार्टी के कई लोगों के साथ द्वेषभाव से कार्यवाही की गयी। भाजपा सरकार का आचरण बेहद निन्दनीय है। श्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में अन्याय, अत्याचार चरम पर है। किसी को न्याय नहीं मिल रहा है। आने वाले विधान सभा चुनाव में भाजपा की रिकार्ड हार होगी। समय के साथ इनका पता नहीं चलेगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि दोषपूर्ण जीएसटी ने व्यापार और व्यापारियों को तबाह कर दिया है। भाजपा सरकार छापे डलवाकर व्यापारियों के साथ अत्याचार कर रही है। भाजपा सरकार की कार्य प्रणाली से व्यापारियों में भारी आक्रोश है। इस सरकार की जीरो पावर्टी योजना धोखा है। सरकार किसानों, नौजवानों, व्यापारियों, गरीबों हर वर्ग को झूठे सपने दिखाकर ठगने के लिए नई-नई तरकीवे खोजा करती है।
इस अवसर पर राजेंद्र चौधरी पूर्व कैबिनेट मंत्री सहित दुर्गा प्रसाद यादव, कमाल अख्तर, सचिन यादव, आशु मलिक, आरके वर्मा, संदीप पटेल, तस्लीम अहमद सभी विधायकगण एवं मनीष जगन अग्रवाल तथा प्रदीप जायसवाल आदि उपस्थित रहे।