- केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने त्रिवेणी संगम में किया पुण्य स्नान
- कहा: महाकुम्भ के बहाने आज कुछ लोग हमारी आस्था में बाधाएं डालने की कोशिश कर रहे
- करोड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति यह साबित करती है कि भारतीय संस्कृति अडिग और अमर: मांझी
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अथाह संवाददाता
महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ 2025 केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था, संस्कृति और राजनीति के अद्भुत मेल का भी गवाह बन रहा है। इसी क्रम में महाकुम्भ 2025 के पावन अवसर पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई। स्नान के बाद उन्होंने कहा कि भारत भक्ति और संस्कृति की भूमि है, जिसे विश्वगुरु कहा जाता था। उन्होंने इस आयोजन को आस्था और एकता का प्रतीक बताया और कहा कि “आज कुछ लोग हमारी आस्था में बाधाएं डालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन करोड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति यह साबित करती है कि भारतीय संस्कृति अडिग और अमर है।”
महाकुम्भ 2025 आस्था का महासंगम
केंद्रीय मंत्री ने संगम स्नान से पूर्व बातचीत में कहा, ‘श्रद्धालुओं की यह आस्था दुनिया को भारत की शक्ति दिखा रही है।’ त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के बाद जीतन राम मांझी ने कहा, मैंने यहां आकर बहुत अच्छा महसूस किया। उन्होंने इस आयोजन को भारतीय संस्कृति का भव्य प्रतीक बताया।
स्नान के बाद लालू प्रसाद यादव और ममता पर साधा निशाना
महाकुम्भ स्नान के बाद जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (ट्विटर) पर लालू प्रसाद यादव और ममता बनर्जी पर तंज भी कसा। उन्होंने लिखा, ‘लिजिए भाई, हमने भी कुम्भ स्नान कर लिया। अब यदि किसी को पेट में दर्द हो रहा होगा, तो हम उनका कुछ नहीं कर सकते। वैसे लालू प्रसाद यादव जी एवं ममता दीदी को कुछ ज्यादा ही समस्या होगी।’ उनके इस पोस्ट के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। माना जा रहा है कि उन्होंने अपने इस बयान के जरिए विपक्ष पर सीधा हमला बोला है।