Dainik Athah

अयोध्या में होम स्टे संचालकों की मौजां ही मौजां

अब तक दिव्य अयोध्या ऐप से 69 लाख लोगों ने होम स्टे की कराई बुकिंग, 1100 से अधिक होम स्टे हैं रामनगरी में

आय हो गई दोगुनी, अब एक से दो लाख रुपये प्रति माह कमा रहे हैं होम स्टे संचालक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुरू कराया था बुकिंग के लिए दिव्य अयोध्या ऐप



अथाह संवाददाता
अयोध्या।
पहले और आज की अयोध्या में बहुत फर्क हो गया है। अब भव्य मंदिर में विराजमान रामलला के दर्शन को हर कोई दीवाना दिख रहा है। दूर-दूर से लोग अपने आराध्य के दर्शन को चले आ रहे हैं। उनके आने से अयोध्या वासी भी बेहद खुश नजर आ रहे हैं। व्यापार चमक गया है। खास तौर से होम स्टे वालों का। संचालकों की अब मौजां ही मौजां है। बड़ी संख्या में लोग होम स्टे बुक करा रहे हैं। अधिकृत ऐप के माध्यम से अब तक 69 लाख लोग होम स्टे बुक करा चुके हैं।
अयोध्या में भव्य मंदिर में 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठित होने के बाद रामलला के दर्शन को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। हर कोई अयोध्या पहुंचकर रामलला के प्रति अपनी श्रद्धा निवेदित कर रहा है। इसके अलावा आस-पास के पर्यटन स्थलों पर पहुंच रहा है। प्रदेश की योगी सरकार ने भविष्य की अयोध्या का अंदाजा लगाते हुए स्थानीय लोगों के लिए एक योजना लेकर आई थी। वह है होम स्टे। इसमें न सिर्फ दर्शनार्थियों की सहूलियत देखी गई बल्कि स्थानीय लोगों को भी लाभ पहुंचाने पर काम शुरू हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मानना था कि अयोध्या में आने वाले लोगों के जरिए ही यहां के लोगों की भी आमदनी हो। आज उसी का नतीजा है कि महाकुंभ के दौरान अयोध्या पहुंचे अमूमन श्रद्धालुओं ने होम स्टे में ठहरना ही मुनासिफ समझा। संचालकों का मानना है कि शुरूआत के दिनों में महीने में 40 से 50 हजार रुपये की आमदनी होती थी, लेकिन अब लाखों रुपये में कमाई हो रही है। अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अश्वनी पांडेय ने बताया कि अयोध्या में दिनों-दिन श्रद्धालुओ की संख्या बढ़ती जा रही है। अयोध्या में होम स्टे के संचालन के बाद श्रद्धालुओं को ठहरने में बड़ी राहत मिली है।

1136 भवन होम स्टे के रूप में पंजीकृत
अयोध्या में होम स्टे रजिस्ट्रेशन का कार्य 26 दिसम्बर 2022 से किया गया। वर्तमान में 1136 भवनों को होमस्टे के रूप में पंजीकृत किया जा चुका है। पंजीकृत होम स्टे में सरलतापूर्वक बुकिंग के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा 14 जनवरी 2024 को अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित दिव्य अयोध्या ऐप लॉन्च किया गया था। एपल और एंड्रॉयड पर भी दिव्य अयोध्या एप उपलब्ध है।

1500 से 2500 तक हैं होम स्टे
दिव्य अयोध्या ऐप के माध्यम से पर्यटक/श्रद्धालु होम स्टे की आॅनलाइन बुकिंग कर सकते हैं। दिव्य अयोध्या ऐप के अलावा अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा यात्राधाम डॉट कॉम, ईजी माई ट्रिप डाट काम को दिव्य अयोध्या ऐप से इंटीग्रेट किया गया है, जिससे भविष्य में बुकिंग और बढ़ने की संभावना है। अयोध्या में होम स्टे 1500 से 2500 तक मिल जाते हैं।। दिव्य अयोध्या एप के अलावा अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा ८ं३१ंँिें.ूङ्मे व ीं२ीे८३१्रस्र.ूङ्मे को ऊ्र५८ं अ८ङ्मँि८ं ंस्रस्र से कल्ल३१्रॅ१ं३ी किया गया है। जिससे भविष्य में बुकिंग और बढ़ने की संभावना हैं।

मुफ्त में मीठा और चाय, शाम को प्रभु श्री राम का वर्णन
नाका बाईपास के निकट हरिओम होम स्टे के संचालक पंकज मिश्र हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिताजी राजमणि मिश्र होम स्टे में आने वालों को अतिथि नहीं बल्कि घर के लोगों की तरह मानते हैं। सुबह पहुंचने वालों को पानी के साथ मीठा और शाम की चाय मुफ्त देते हैं। अध्यात्म से जुड़े उनके पिता शाम के समय अतिथियों से बातचीत करते हैं। प्रभु राम व अयोध्या के बारे में बताते हैं। पंकज ने बताया कि 12 अक्टूबर 2023 में उनका होम स्टे पंजीकृत हुआ था। पहले प्रतिमाह 15 से 20 हजार की आमदनी थी, लेकिन इधर 50 से 60 हजार की हो जाती है। कुम्भ मेला से पहले लगभग 25000 से 30000 रुपये प्रतिमाह आमदनी थी।

महाकुंभ में बढ़ गई है आमदनी अवध होमस्टे 15 जनवरी
2024 में पंजीकृत हुआ है। इसमें कुल पांच कमरे हैं। भवन के स्वामी अमरेश पाण्डेय बताते हैं कि योगी सरकार ने न सिर्फ अयोध्या चमका दिया बल्कि अयोध्या वासियों की किस्मत भी बदल दी। उन्होंने बताया कि पहले प्रतिमाह 15000 आमदनी थी। अब 70 से 80 रुपये प्रतिमाह है। कुम्भ मेला के समय में 10000 से 15000 अधिक हो गया है।

अच्छा परिचय भी हो जाता है
श्री राघव होमस्टे व वन्दना होमस्टे रानोपाली 15 जनवरी 2024 को पंजीकृत हुआ था। पहले प्रतिमाह 60 हजार की आमदनी थी। भवन स्वामी विमल श्रीवास्तव ने बताया कि। कुम्भ मेले में आमदनी 90 हजार से 1 लाख हो गई है। आने वाले लोगों से अच्छा परिचय भी हो जाता है।

सरकार ने दिया आमदनी का अच्छा जरिया
कलश होमस्टे का पंजीकरण जनवरी 2024 में हुआ है। भवन की स्वामी डा. सविता बताती हैं कि पहले होम स्टे से 80 हजार से 1 लाख रुपये तक कि आमदनी थी। कुम्भमेला के समय में यह आमदनी 1.50 से दो लाख रुपये के बीच हो रही है। उन्होंने बताया कि योगी सरकार ने आमदनी का एक अच्छा जरिया दे दिया है।


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