- अगले चार दिन तक देश के नामचीन कलाकारों की प्रस्तुतियों से सजेगी महाकुम्भ की सांझ
- 7 को डोना गांगुली, 8 को कविता कृष्णमूर्ति, 9 को सुरेश वाडेकर, सोनल मान सिंह व 10 को हरिहरन देंगे प्रस्तुति
- गंगा पंडाल पर चल रहा मुख्य आयोजन, महाकुम्भ में हो रहा देश की ‘संस्कृतियों का संगम’
- 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा स्नान, 11 से 13 तक स्थगित रहेंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
अथाह संवाददाता
महाकुम्भ नगर। बसंत स्नान के बाद गुरुवार से फिर संस्कृति का महाकुम्भ होगा, जिसमें देश की विविध संस्कृतियों का संगम होगा। गंगा पंडाल पर चल रहे मुख्य आयोजन को लेकर संस्कृति विभाग ने एक बार फिर तैयारी पूरी कर ली है। अगले चार दिन तक देश के नामचीन कलाकारों की प्रस्तुतियों से महाकुम्भ की सांझ सजेगी। 7 को डोना गांगुली, 8 को कविता कृष्णमूर्ति, 9 को सुरेश वाडेकर, सोनल मान सिंह व 10 को हरिहरन प्रस्तुति देंगे। 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा स्नान है, इसलिए 11 से 13 फरवरी तक सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थगित रहेंगे।
गंगा पंडाल पर मुख्य आयोजन
7 फरवरी
डोना गांगुली (कोलकाता)- ओडिशी नृत्य
योगेश गंधर्व एवं आभा गंधर्व-सूफी गायन
सुमा सुधींद्र (कर्नाटक)- गायन
डॉ. देवकी नंदन शर्मा (मथुरा)- रासलीला
8 फरवरी
कविता कृष्णमूर्ति, डॉ. एल सुब्रह्मण्यम (सुगम संगीत)
प्रीति पटेल (कोलकाता)- मणिपुरी नृत्य
नरेंद्र नाथ (पं. बंगाल)- सरोद वादन
डॉ. देवकीनंदन शर्मा (मथुरा)- रासलीला
9 फरवरी
सुरेश वाडेकर सुगम संगीत
पद्मश्री मधुप मुद्गल- (नई दिल्ली)- हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत
सोनल मान सिंह- ( नई दिल्ली)- ओडिशी नृत्य
डॉ. देवकी नंदन शर्मा- (मथुरा)- रासलीला
10 फरवरी
हरिहरन-सुगम संगीत
शुभदा वराडकर (मुंबई)- ओडिशी नृत्य
सुधा (तमिलनाडु)- कर्नाटक संगीत