Dainik Athah

जिलों में जातीय गणित की बन रही रणनीति, बड़े छत्रपों को रखा जा रहा दूर

  • भाजपा संगठन चुनाव: दिल्ली में लगेगी जिलाध्यक्षों के नामों पर अंतिम मुहर
  • पैनल तैयार कर जायेगा दिल्ली, वहां पर होगा मंथन
  • पश्चिम के जिलों को लेकर आज पूरा नहीं हो सका मंथन

अशोक ओझा
लखनऊ।
भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्षों के नामों पर अंतिम मुहर दिल्ली में लगेगी। इसका कारण यह है कि नेतृत्व क्षेत्रीय और प्रदेश के क्षत्रपों का किसी प्रकार दखल जिलाध्यक्षों की सूची में नहीं चाहता। हालांकि पूरी रणनीति गोपनीय रूप से प्रदेश कार्यालय में ही तैयार हो रही है। सोमवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों को लेकर चर्चा होनी थी, लेकिन वह पूरी नहीं हो सकी।
भाजपा में इन दिनों संगठन चुनावों को लेकर जबरदस्त कवायद चल रही है। मंडल अध्यक्षों की सूची घोषित होने से पहले ही जिलाध्यक्षों की नामांकन प्रक्रिया शुरू कर दी गई। जिलाध्यक्ष पद के लिए जिलों में 15 से लेकर 70 तक नामांकन दाखिल हुए हैं। इनकी जांच करने के बाद हर जिले से पांच पांच नामों का पैनल तैयार किया गया है। इसमें जिला चुनाव अधिकारी और पर्यवेक्षकों को पैनल तैयार करते समय साथ रखा गया। लेकिन प्रदेश नेतृत्व और खासकर संगठन महामंत्री को पैनल तैयार करने में खासी माथा पच्ची करनी पड़ रही है।

किस जिले में किस जाति का हो अध्यक्ष, बन रही रणनीति
भाजपा सूत्रों के अनुसार प्रदेश कार्यालय में चल रही मैराथन बैठकों में यह रणनीति बन रही है कि किस जिले में कौन सी जाति का जिलाध्यक्ष बनाया जाये। इसमें ब्राह्मण, वैश्य, राजपूत के साथ ही ओबीसी हो या अनुसूचित जाति के अध्यक्ष हो। भाजपा जिलाध्यक्षों की घोषणा में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के पीडीए की काट करने की तैयारी भी कर रही है। यहीं कारण है कि माथापच्ची अधिक हो रही है।

पश्चिम को लेकर नहीं हो सकी पूरी चर्चा
भाजपा सूत्रों के अनुसार सोमवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों को लेकर चर्चा होनी थी, लेकिन बहुत कम समय बैठक चलने के बाद चर्चा स्थगित कर दी गई। बैठक में जिला चुनाव अधिकारी एवं पर्यवेक्षक मौजूद रहे।

दिल्ली में दिया जायेगा नामों को अंतिम रूप

भाजपा सूत्रों के अनुसार जिलाध्यक्ष के नामों को दिल्ली में अंतिम रूप दिया जायेगा। दिल्ली में होने वाली बैठक में उत्तर प्रदेश के पर्यवेक्षक एवं राष्टÑीय महामंत्री विनोद तावड़े भी मौजूद रहेंगे।

भाजपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अच्छे एवं मेहनती कार्यकर्ताओं को जिलाध्यक्ष बनायेगी। इसके लिए मंथन चल रहा है। अब जो नयी टीम बनेगी वहीं टीम 2027 में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चौंकाने वाली परिणाम देगी तथा संगठन को मजबूत बनाने का काम करेगी।
सत्येंद्र सिसौदिया, पश्चिम क्षेत्र अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी


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