ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों का तुरंत होगा चालान
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। शहर के 41 चौराहों पर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) के तहत एक फरवरी से कैमरे लगने शुरू हो जाएंगे। आठ माह में यह कार्य पूरा हो जाएगा।
अक्टूबर माह से ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों का कैमरे की मदद से चालान भी शुरू कर दिया जाएगा। अपराधियों को पकड़ने में भी मदद मिलेगी। कैमरे लगाने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर नगर निगम ने कार्य शुरू करने के लिए कायार्देश भी जारी कर दिया है।
लगभग 53 करोड़ से होगा काम
नगर निगम द्वारा सेफ सिटी योजना अंतर्गत आइटीएमएस निविदा प्रक्रिया पूरी की गई है। शहर के 41 चौराहों पर आॅटोमेटिक चालान काटने वाले उपकरण तथा कैमरे लगाए जाएंगे। इफकान इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को इसका टेंडर हुआ है। वर्क आर्डर जारी कर दिया गया है। लगभग 53 करोड़ से आइटीएमएस का कार्य होगा।
इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम बनकर तैयार
कैमरों को इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा। लगभग आठ माह में कार्य पूरा होगा। हिंडन एलिवेटेड रोड और हापुड़ रोड पर आइटीएमएस का कार्य शुरू किया जाएगा। इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम बनाया जा चुका है। आइटीएमएस का कार्य नगर निगम और यातायात पुलिस संयुक्त रूप से कर रही है। कंट्रोल रूम की निगरानी यातायात पुलिस करेगी।
अपराधियों को पकड़ने में मिलेगी मदद
कैमरों से पुलिस सड़क से गुजर रहे अपराधी की पहचान कर सकेगी। सड़क पर चल रहे चोरी के वाहनों की पहचान हो सकेगी। वाहन चोरी कर रहे बदमाशों को पकड़ना पुलिस के लिए आसान होगा। कैमरों में एआई का प्रयोग भी होगी।
यदि कैमरे में चोरी किए गए वाहन की नंबर प्लेट आती है तो तुरंत ही इसकी सूचना कंट्रोल रूम में पहुंच जाएगी। कुछ लोग दुर्घटना के बाद वाहन लेकर भाग जाते हैं। कैमरों की मदद से पुलिस उसे पकड़ सकेगी।
वहीं सड़क पर रील बनाने और स्टंट करने वालों की पहचान कर पुलिस उन पर कार्रवाई करेगी। इसके लिए 82 स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगेगा। इसका कंट्रोल रूम नगर निगम मुख्यालय में होगा।
नंबर गेम
04 प्रकार के लगेंगे कैमरे
110 पैन टिल्ट जूम कैमरे से जूम करके चाहनों को बहुत सूक्ष्म तरीके से देखा जाएगा।
250 व्हीकल डिटेक्शन कैमरे से वाहनों का रिकार्ड सर्वर को अपलोड किया जाएगा।
50 कैमरे फेस रिकग्निशन कैमरे बदमाशों के चेहरों की पहचान कर कंट्रोल रूम को सूचना देंगे।
15 चौराहों पर रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन और नंबर प्लेट रिकग्निशन कैमरे लगेंगे।
18 एलईडी स्क्रीन से मदद से पूरे शहर के ट्रैफिक पर नजर रखी जाएगी।