Dainik Athah

नव वर्ष 2025 का वार्षिक राशिफल और भारत पर प्रभाव

नव वर्ष 2025 दिनांक 1 जनवरी 2025 को रात्रि 12:01 बजे से आरंभ हो रहा है ।कन्या लग्न की कुंडली मेंचंद्रमा सूर्य के साथ अस्त है।   मंगल कर्क राशि का लाभ भाव में  बैठा हुआ है।छठे भाव में शुक्र और शनि की युति और लग्नेश तृतीय स्थान में शत्रु राशि में स्थित है।।उपरोक्त ग्रह योग देश को संघर्ष में धकेलने का योग बन रहा है और हिंदू राष्ट्र के उदय का भी शुभ संकेत कर रहा है।इसके प्रभाव के य विधर्मी, अराजकतावादी और देश में बैठे देश के गद्दार देश को गृह युद्ध में ले जाने का भरसक प्रयास करेंगे। परस्पर झगड़ा ,हिंसा जनधन की हानि को बढ़ाएंगे ।शत्रु देश से मिलकर देश का अहित करेंगे।किंतु लग्नेश मंगल की राशि में पराक्रम भाव में  तथा तृतीयेश  लाभ भाव में कर्क राशि में बैठा हुआ है। इसका तात्पर्य यह है ही उनके षड्यंत्र को सरकार के द्वारा कठोरता से कुचला जाएगा।बृहस्पति चतुर्थ और सप्तम के स्वामियों का भाग्य भाव में वृषभ राशि में स्थित है। जो राज्य में हिंदूत्ववादी गतिविधियों को बढ़ावा देंगे ।धार्मिकता का भाव बढ़ेगा और हिंदू एक जुट होकर के सरकार का साथ देंगे। सितंबर, अक्टूबर के पश्चात देश के संविधान और  कानूनों में संशोधन होगा ।जिससे देश के लिए हिंदू राष्ट्र का मार्ग प्रशस्त होगा। ।2025 विश्व के लिए भी अराजकता का संदेश लेकर आ रहा है ।स्थान स्थान पर परस्पर युद्ध, सत्ता परिवर्तन, गृह युद्ध की संभावना बनेगी।व्यापारिक रूप से यह वर्ष भारत के लिए अच्छा रहेगा ।आर्थिक,सामरिक, खेल,शैक्षिक क्षेत्रों में नये कीर्तिमान स्थापित होंगे।मौसम चक्र में परिवर्तन की संभावना है। 2025 में भयंकर गर्मी,वर्षा ऋतु में पर्याप्त वर्षा ,आंधी तूफान, चक्रवात, अतिवृष्टि ,अनावृष्टि , भूकंप  के  योग बनेंगे।*नव वर्ष 2025 आपके लिए कैसा होगा*जानिए आचार्य शिव कुमार शर्मा से*मेष राशि*

मेष राशि के लिए यह नववर्ष 2025  बहुत अच्छा होने वाला है ।इस राशि वालों के लिए लगातार लाभ के अवसर आते रहेंगे। शनि, गुरु ,राहु की गोचर कालीन स्थिति के अनुसार  आपको कई स्रोतों से धन की प्राप्ति होती रहेगी।पारिवारिक सदस्यों में वृद्धि होगी और आय के नवीन स्रोत बनेंगे। घर में मंगल कार्य हो सकते हैं। किंतु विशेष सावधानी यह है कि आप जोश में होश मत खो देना। निर्णय सोच समझ कर लेना ताकि भविष्य में आर्थिक हानि न उठानी पड़े।उपाय -लाल वस्त्र पर पांच गुलाब के पुष्प रखें। लक्ष्मी की ध्यान करते हुए उन्हें अपने पूजा स्थान या धन स्थान में रख दे। मंगलवार को बंदरों को गुड़ चना खिलाएं‌ऐसा करने से वर्ष भर धन-धान्य बना रहेगा।

वृषभ राशि”-वृषभ राशि के स्वामी शुक्र है। वृषभ राशि वालों के लिए भी यह वर्ष अति उत्तम रहेगा। धन-धान्य में वृद्धि होती रहेगी। घर में भौतिक संसाधनों के वस्तुओं का आगमन होगा ।तीर्थ स्थानों में अथवा पर्यटन स्थान में जाने का अवसर मिलेगा । वाहन आदि सावधानी से चलाएं ।छोटी-मोटी दुर्घटनाओं के योग बन सकते हैं।  इसलिए  सावधानी बरतें। दैनिक इष्ट  पूजन के समय 11 सफेद कौडियां सफेद रुमाल पर स्थापित करके पूजन करें और अगले दिन उन्हें अपने धन स्थान में रख दें ।चमत्कार पूरे वर्ष देखें। लक्ष्मी की साधना करें।

मिथुन राशि-मिथुन राशि वालों के लिए यह वर्ष मिला-जुला फल देने वाला है ‌।जहां धन के स्रोत में वृद्धि  होगी वहीं आय के अन्य संसाधन निर्मित होंगे ।अनावश्यक खर्चों पर नियंत्रण रखना भी आवश्यक है।घर में शुभ कार्यों में धन खर्च होगा। राहु बृहस्पति की गोचर कालीन स्थिति अच्छी नहीं है । किंतु भूमि भवन का भी लेनदेन हो सकता है ।पैसे को सोच समझकर खर्च करें अन्यथा ऋण योग भी बन सकता है। मां भगवती  के किसी विशेष मंत्र से पूजा करें। पूजा स्थल में एक चांदी का सिक्का रख  विधि विधान से इष्ट देव के मंत्र से अभिमंत्रित करें और वह सिक्का  हमेशा अपने जेब में अथवा व्यापारिक  स्थान में  रखें ।धन की कमी नहीं रहेगी।

कर्क राशि-कर्क राशि वालों के लिए यह नवबर्ष बहुत  भाग दौड़ भरा होगा  । कर्क राशि चंद्रमा की राशि है और इस पर अमावस्या का योग अच्छा नहीं होता। क्योंकि अमावस्या से यह वर्ष आरंभ हो रहा है ।किंतु जितना आप परिश्रम करेंगे. उतना ही धन आपके पास आएगा। अनैतिक अथवा नंबर दो का पैसा भी आने की संभावना है।  है ।अनैतिक तरीके आया हुआ पैसा शीघ्र ही अपनी निजी पूंजी भी गंवा देगा। इसलिए सावधान रहें। यात्रा के योग बनेंगे । विवाद आदि से दूर रहें न्यायालय से दूर रहें।  मोती शंख सफेद कपड़े में रखकर के चंद्रमा के मंत्र से सिद्ध करेंऔर अगले दिन अपने मंदिर में अथवा तिजोरी में रखें ।तिजोरी धन-धान्य से भरी रहेगी।घर में खुशियों का संचार होगा एवं पारिवारिक  सदस्यों की वृद्धि की संभावना है।

सिंह राशि सिंह राशि के लिए यह समय बड़ा शुभ रहेगा ।इस नव वर्ष में परिश्रम के बाद पर्याप्त धन आएगा। घरेलू खर्चे बढ़ेंगे। आर्थिक लेन-देन में सावधानी बरतें ।घर में भौतिक संसाधनों पर पैसा खर्च होगा ।वैसे भी सिंह राशि वालों पर लक्ष्मी प्रसन्न रहती हैं ।।इसलिए परिश्रम में कोताही न बरतें लक्ष्मी आपके पीछे पीछे आएंगी। माता-पिता का सम्मान करें और सूर्य को निरंतर जल दिया करेंनित्य पूजन के समय गायत्री मंत्र का जाप करें। सूर्य को तांबे के लोटे में जल दिया करें ,वर्ष भर चमत्कार देखें।

कन्या राशि कन्या राशि वाले इस वर्ष उत्साह से भरे रहेंगे। मित्रों से  लाभ होगा। लेकिन किसी के साथ अनुबंध करने से पहले बड़ों की सलाह अवश्य लें। धोखा होने की संभावना है।उत्साह बढ़ा चढ़ा रहेगा। किंतु धन आगमन में रुकावटों का सामना करना पड़ेगा। रुकावट को दूर करने के लिए हर शनिवार को गरीबों अथवा मजदूरों को भोजन खिलाएं। अथवा भोजन के लिए पैसे दान करें।घर में मंगल कार्य होंगे ।खर्च बढ़ा चढ़ा होगा। दुर्गा मां की पूजा करें । बुधवार को गाय को हरा चारा खिलाएं

तुला राशि-तुला राशि के लिए यह वर्ष चुनौती पूर्ण है। लेकिन तुला राशि वाले  व्यक्ति  उत्साह से ओतप्रोत रहेंगे ।धन भी पर्याप्त मात्रा में आता रहेगा ।नौकरी पेशा वाले लोगों के आय में वृद्धि अथवा प्रमोशन होने की संभावना है। राजनीतिक लाभ की भी संभावना है। लक्ष्मी जी की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए अपनी गृह लक्ष्मी अर्थात पत्नी का सम्मान करना पड़ेगा। अर्थात अपने घर की महिला सदस्यों को प्रसन्न रखना पड़ेगा।घर में मंगल कार्य होंगे और लंबी यात्राओं का भी  योग बन सकता है।लक्ष्मी लक्ष्मी जी के मंत्र  का जाप करें। चांदी का सिक्का पूजा घर में रखकर प्रतिदिन दर्शन करें या  अपनी तिजोरी में स्थापित कर लें।पूरे वर्ष भर खजाना भरा रहेगा।

वृश्चिक राशि-वृश्चिक राशि वालों के  लिए शनि की ढैया चल रही है। संघर्ष और प्रयास लगातार बने रहेगें ।क्रोध पर नियंत्रण रखें और वाद-विवाद से बचें ।  किंतु लाभ के पर्याप्त अवसर बने करेंगे साथ ही साथ घर में वैवाहिक कार्यक्रम होगा अथवा किसी   नये सदस्य का आगमन होगा। घर में अपने बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लेते रहें। जितना आप बड़ों की सेवा करेंगे,  हनुमान जी को प्रसन्न दूर करें अथवा चोला चढ़ाएं लक्ष्मी जी और हनुमान जी कृपा सदैव बनी रहेगी। 11 कमलगट्टे सफेद कपड़े बांध करके अपने धन के स्थान पर रख दें।

धनु राशि-धनु राशि वाले के लिए यह वर्ष लक्ष्मी की कृपा का वर्ष रहेगा।  भूमि भवन का लाभ हो सकता है ।चारों ओर से नवीन समाचार और धन आगमन के समाचार मिलेंगे ।किंतु क्रोध  पर नियंत्रण रखे और संयम रखेंगे तो धन ठीक-ठाक बना रहेगा नही तो अनावश्यक खर्चे आपको ऋणी बना सकते हैं। लम्बी यात्रा के लिए योग हैं।पारिवारिक उत्सवों में आनंद उठाएंगे। विष्णु भगवान की पूजा करें ।पीली कौड़ी मंदिर में रख कर ओम् नमो भगवते वासुदेवाय से  सिद्ध करें।मंदिर या तिजोरी स्थापित कर दें  । एक दो कौड़ी हमेशा अपने पर्स में रखें।नित्य दर्शन करें ।धन की वृद्धि होती रहेगी।

मकर राशि-मकर राशि वालों के लिए  नववर्ष शुभ है। क्योंकि कुंभ राशि का शनि अच्छे लाभ देगा ।किंतु अनावश्यक तनाव रहेगा। बात बात में क्रोध उत्पन्न होगा ।इससे बचें रहेंगे तो धन के आगमन बनेंगे। किसी महिला सदस्यों की ओर से धन लाभ होगा और पारिवारिक माहौल में प्रसन्नता का भाव बनेगा।। नौकरी पेशा वाले व्यक्ति को अनावश्यक विवादों से बचना चाहिए।राजनीति क्षेत्र में चल रही उठापटक आपके लिए अच्छी खबर ला सकती है। विरोधियों से सावधान रहें। क्योंकि छिपकर हानि पहुंचाने वाले मित्रों की संख्या बढ़ सकती है । कालीमिर्च व एकाक्षी नारियल दुर्गा मां के चरणों में रखें। नवार्ण मंत्र से पूजन करें और अगले दिन उन्हें काले कपड़े में रखकर अपने व्यक्तिगत सामान के स्थान पर रखें तो शत्रुओं से भी रक्षा होगी  और धन की वृद्धि होगी।

कुंभ राशि-कुंभ राशि वालों के लिए इस वर्ष शनि की साढ़ेसाती मध्य भाग में  रहेंगी और बृहस्पति भी चतुर्थ स्थान में स्थान पर रहेंगे। क्योंकि शनि मकर राशि के स्वामी हैं इसलिए कुंभ राशि वालों को चमत्कारिक रूप से धन लाभ शुरू हो जाएगा । शनि नैतिक कार्य करने वालों को फर्श से अर्श पर ले जाता है। बृहस्पति आध्यात्मिक भाव की ओर ले जाएगा।इसलिए शनि और बृहस्पति की उत्तम अवस्था को हाथ से न जाने दें‌। दान आदि करते रहे और नैतिक कार्यों से धन अर्जन करें।पूरे वर्ष  धन का आगमन होता रहेगा ।ध्यान रखें किसी मजदूर या गरीब पर क्रोध न करें ।उन्हें भोजन वस्त्र दान करते रहे।दो काली कौड़ी मंदिर में स्थापित करें और शनि के मंत्रों से पूजा करें।दुर्गा मां या लक्ष्मी मां की पूजा करते रहे। चमत्कारिक रूप से लाभ होगा

मीन राशि -मीन राशि वालों के लिए साढ़ेसाती का प्रभाव मध्यम रहेगा ।विशेष सावधानी बरतें  क्योंकि धन आगमन के साथ-साथ धन का खर्च भी बहुत होगा‌। इसलिए अपनी आदतों पर नियंत्रण रखें किसी को धन देते समय उसकी प्रोफाइल अवश्य देखें। क्योंकि आपके द्वादश स्थान में शनि और तृतीय भाव में बृहस्पति का गोचर धन हानि करा सकता है ‌किंतु समय-समय पर धन लाभ के अवसर आएंगे और परिवार में मंगल कार्य होंगे। भगवान विष्णु की पूजा करें ।विष्णु सहस्त्रनाम या  राम रक्षा स्त्रोत का पाठ किया करें आप वाद विवाद से बचे रहेंगे।

आचार्य शिव कुमार शर्मा ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु कंसलटेंट, गाजियाबाद

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