Dainik Athah

याेगी सरकार की अनूठी पहल से महिलाएं संभाल रहीं प्लंबर, फिटर और पंप आपेरटर की कमान

  • जल जीवन मिशन के तहत ग्राम पंचायतों पर दे रहीं अपनी सेवाएं, आधी आबादी के लिए बनीं प्रेरणास्रोत
  • प्रदेशभर में 1,297 महिलाएं दे रहीं हैं सेवाएं, अकेले लखीमपुर खीरी में 168 महिलाएं देंगी सेवाएं
  • 4 लाख से अधिक महिलाएं जांच रहीं पानी की गुणवत्ता, देश भर में पेश कर रहीं स्वावलंबी की मिसाल

अथाह ब्यूरो
लखनऊ/लखीमपुर खीरी।
याेगी सरकार आधी आबादी काे आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। ऐसे में प्रदेशभर में विभिन्न याेजनाएं चलाई जा रही हैं। योगी सरकार द्वारा जल जीवन मिशन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने एवं उन्हे ग्राम पंचायत स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए पांच ट्रेड क्रमश: प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन, फिटर, पंप ऑपरेटर और मोटर मैकेनिक की ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके अलावा प्रदेश की 4 लाख से अधिक महिलाओं को वॉटर टेस्टिंग की ट्रेनिंग दी गयी है। वहीं राजगिरी मिस्त्री की ट्रेनिंग दी जा रही। सीएम योगी की अनूठी पहल को साकार करते हुए लखीमपुर खीरी में 168 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्लंबर, फिटर और पंप ऑपरेटर की ट्रेनिंग देने के साथ टूल किट वितरित की गयी। बता दें कि लखीमपुर खीरी पूरे प्रदेश में पहला ऐसा जिला होगा, जहां सबसे अधिक 168 महिलाएं प्लंबर, फिटर और पंप ऑपरेटर की कमान संभालेंगी।

प्रदेश में सबसे अधिक खीरी की 168 महिलाएं संभालेंगी प्लंबर, फिटर और पंप ऑपरेटर की जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप लखीमपुर खीरी में स्वयं सहायता समूह की 168 महिलाओं को चार दिवसीय प्रशिक्षण में प्लंबर, फिटर और पंप ऑपरेटर की ट्रेनिंग दी गयी। लखीमपुर खीरी की जिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत पूरे प्रदेश में 1,297 महिलाओं को प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन, फिटर, पंप ऑपरेटर, मोटर मैकेनिक और राजगिरी मिस्त्री की ट्रेनिंग दी गयी है। वहीं सीएम योगी की महिलाओं को जल मिशन के तहत रोजगार उपलब्ध कराने की अनूठी पहल को साकार करते हुए अकेले लखीमपुर खीरी में सबसे अधिक 168 महिलाओं को प्लंबर, फिटर और पंप ऑपरेटर की ट्रेनिंग दी गयी है। डीएम दुर्गाशक्ति नागपाल के अनुसार अक्सर देखने में आता है कि पुरुष दिन में काम करने चले जाते हैं। इस दौरान घर की महिलाओं को पानी से संबंधित समस्या जैसे नल का खराब हो जाना, पानी न आना का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जब इसे ठीक करने पुरुष पहुंचते हैं तो वह असहज हो जाती हैं। इसे देखते हुए महिलाओं को नल को रिपेयर करने, टंकी का संचालन और फिटर की ट्रेनिंग दी गयी है। इससे जहां घर में मौजूद अकेली महिला सहज होंगी तो वहीं दूसरी ओर ये महिलाएं दूसरों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनेंगी।

प्रशिक्षुओं को दी गयी निशुल्‍क टूल किट
मिशन के तहत सभी महिलाओं को प्रशिक्षण के बाद प्लंबर ट्रेड की टूल किट में हथौड़ी, ब्लेड, इंची टेप, टेपलान टेप, छेनी, पाइप रिंच वितरित किया गया। इसी तरह फिटर ट्रेड में पाइप रिंच, हथौड़ा, पेचकस, कटर, पंप पंप और ऑपरेटर ट्रेड के लिए प्लास, ब्लेड, कटर, पेचकस, टेस्टर, रिंच, टेप टूलकिट का वितरण किया गया। प्रत्येक ट्रेड में 56-56 समूह की महिलाओं ने ट्रेनिंग प्राप्त की। डीएम ने बताया कि अटल सभागार में व्यावहारिक प्रशिक्षण लेने के बाद तहसील व ब्लॉक लखीमपुर के ग्राम पंचायत कालाआम में सभी 168 महिलाओं की कुशल प्रशिक्षकों की देखरेख में फील्ड विजिट कराकर हैंड्सऑन ट्रेनिंग भी कराई गई। इन महिलाओं ने गांव की परियोजना को न केवल देखा और समझा बल्कि जमीन पर भी काम को करके देखा।

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