Dainik Athah

Social Media पर वायरल पोस्ट में इंस्पेक्टर को बताया वर्दीधारी माफिया …. देखे वीडियो

पूर्व सीओ ने इंस्पेक्टर लोनी पर लगाए गंभीर आरोप। 

आरोपो ने कानपुर के बिकरु कांड को किया ताजा।


अथाह संवाददाता,गाजियाबाद। जिले के थाना लोनी के इंस्पेक्टर और पूर्व क्षेत्राधिकारी के बीच चल रही जुबानी जंग ने एक बार फिर कानपुर के विकरु कांड की याद ताजा कर दी। कानपुर के शहीद सी ओ देवेंद्र मिश्रा ने भी चौबेपुर के इंस्पेक्टर विनीत तिवारी पर माफियाओं से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए आला अधिकारियों को पत्र लिखा था। सीओ और इंस्पेक्टर के बीच की तल्खी ने दबिश के दौरान 8  पुलिस कर्मियों की जान ले ली ताजा मामला गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र का है जहां पूर्व क्षेत्राधिकारी राजकुमार पांडे ने लोनी इंस्पेक्टर बिजेंद्र बढ़ाना पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया(Social Media) पर ऑडियो वीडियो जारी किया।दोनों के बीच पनपे मनमुटाव की जिले में खासी चर्चा हो रही है। इससे न सिर्फ तरह-तरह की आशंकाएं पैदा हो रही है बल्कि पुलिस महकमे की खासी किरकिरी हो रही है।  एक सर्किल ऑफिसर थाना प्रभारी से खुद को कमजोर कैसे समझ सकता है।

बतादें कि 
लोनी सर्किल के सीओ रहे राजकुमार पांडेय ने सोशल मीडिया(Social Media) पर अपनी वॉइस क्लिप वायरल कर लोनी एसएचओ पर सनसनीखेज के आरोप लगाए हैं।
सीओ द्वारा वायरल की गई पोस्ट में एसएचओ को रेपिस्ट व बर्दीधारी माफिया बताया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि एसएचओ ने जीडी में फर्जी एंट्री करके उन्हें भी जेल भेजने की धमकी दी। सीओ ने एसएचओ द्वारा प्रताड़ित की गई एक महिला का वीडियो भी सोशल मीडिया(Social Media) पर वायरल किया है।

सीओ ने एसएचओ को वर्दीधारी माफिया बताते हुए उससे बचाने की गुहार लगाई है। सीओ का कहना है कि उन्होंने गाजियाबाद एसएसपी से कई बार संपर्क किया, लेकिन उन्होंने भी उनकी कोई मदद नहीं की।

बता दें कि बीते दिनों हुए क्षेत्राधिकारियों के तबादलों की कड़ी में राजकुमार पांडेय का तबादला गाजियाबाद से महोबा हुआ था। सीओ राजकुमार पांडेय का कहना है कि वह कोविड-19 पॉजिटिव आने के बाद से गाजियाबाद के अस्पताल में भर्ती थे। इस मामले की जांच महिला अधिकारी सीओ क्राइम आलोक दुबे को सौंपी गई है।

महिला ने इंस्पेक्टर पर लगाया  आरोप
पूर्व सीओ राजकुमार पांडेय ने एक महिला का वीडियो वायरल किया है जिसमें वह महिला एसएचओ भड़ाना पर आरोप लगा रही है। महिला का आरोप है कि उसके दो लाख रुपये हड़पने वाले शख्स के खिलाफ जब वह एसएचओ बिजेंद्र भड़ाना से शिकायत करने गई तो उन्होंने उसकी शिकायत दर्ज करने के बजाय उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की तथा किस करने व बात मानने पर मालामाल करने का आरोप लगाया।

Social Media पर वायरल पोस्ट में इंस्पेक्टर को बताया वर्दीधारी माफिया …. देखे वीडियो

एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप।
सीओ राजकुमार पांडेय को लगता है कि मैंने उनका ट्रांसफर करवाया है, जबकि ऐसा कोई मामला नहीं है। वह तीन दिन पूर्व थाने में आए थे और हंगामा करते हुए मुझ पर ट्रांसफर करवाने का आरोप लगाया था। पूरा हंगामा थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है और जो महिला वीडियो जारी कर उन पर जबरदस्ती का आरोप लगा रही है। वह भी क्षेत्राधिकारी का ही उन्हें फंसाने का षड्यंत्र है। ऐसी कोई महिला मेरे पास नहीं आई और न ही वह ऐसी किसी महिला को जानते हैं। मुझ पर लगाए गए आरोप पूरी तरह बेबुनियाद हैं।- बिजेंद्र भड़ाना, एसएचओ लोनी

लोनी एसएचओ बिजेंद्र भड़ाना का व्यवहार महिलाओं के प्रति ठीक नहीं है। हमेशा उसने महिलाओं का शोषण किया है। जिसका मैंने वहां सीओ रहते हुए लगातार विरोध किया। इस पर कोतवाल ने एसएसपी से डीओ लैटर लिखवाकर मेरा ट्रांसफर करा दिया। वह 3 दिन पूर्व लोनी कोतवाली में अपने कर्मचारियों से मिलने गए थे। जिस पर बिजेंद्र भड़ाना ने उनके साथ अभद्रता की और दोबारा थाने में न आने की धमकी दी। लोनी कोतवाली में गैरकानूनी धंधे करने वालों को एसएचओ का पूरा संरक्षण प्राप्त है। मेरे द्वारा आवाज उठाने पर वह मुझे जेल में भेजने की धमकी दे रहा है। उससे मुझे खतरा है।- राजकुमार पांडेय, सीओ महोबा /पूर्व सीओ लोनी (गाजियाबाद)

पुलिस उपाधीक्षक राजकुमार पांडेय द्वारा सोशल मीडिया(Social Media) पर कुछ वॉइस क्लिप वायरल की गई हैं। इस संबंध में मुझे जांच सौंपी गई है। राजकुमार पांडेय द्वारा अभी तक लिखित में कोई शिकायत नहीं दी गई है। तीन साल पूरे होने के चलते रूटीन में उनका ट्रांसफर हुआ था। मामले की जांच की जा रही है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर रिपोर्ट तैयार कर आला अधिकारियों को भेजी जाएगी।- आलोक दुबे, सीओ क्राइम

पूर्व क्षेत्राधिकारी राजकुमार पांडे ने दैनिक अथाह से हुई बातचीत में बताया कि उन्होंने बुधवार शाम जिलाधिकारी से फोन पर बात कर इस मामले से अवगत कराया था उन्होंने बताया कि डीएम ने घटना से दुख जाहिर करते हुए मामले का संज्ञान लेने की बात कही। यही नहीं उन्होंने विधायक नंदकिशोर गुर्जर से भी बात की, विधायक ने लखनऊ से वापस आने पर बात करने को कहा। पूर्व सीओ का कहना है कि उन्होंने 4 माह पूर्व इंस्पेक्टर बिजेंद्र बढ़ाना के कारनामों की शिकायत एसएसपी से की थी लेकिन किसी ने कोई संज्ञान नहीं लिया। इस मामले में जिलाधिकारी एसएसपी से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।

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