- विधायक नंद किशोर गुर्जर पहुंचे लोनी की झुग्गी बस्तियों में
- मुख्यमंत्री की सराहना, लेकिन गाजियाबाद पुलिस और बिजल विभाग पर जमकर बरसे विधायक
- बांग्लादेशियों के पास से पश्चिमी बंगाल और दिल्ली के आधार कार्ड मिलने का दावा
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। लोनी से भजपा विधायक नंद किशोर लोनी की झुग्गी बस्तियों में बांग्लादेशी और रोहिग्यां की तलाश में खुद ही पहुंच गये। उनके पहुंचते ही झुग्गी वालों में हड़कंप मच गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस और बिजली विभाग में भ्रष्टाचार है जो घुसपैठियों को बसा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि सेना लगाकार इन्हें भगाया जाये अन्यथा वे खुद इन्हें निकालने का काम करेंगे।
नंद किशोर गुर्जर शुक्रवार को लोनी की झुग्गी बस्तियों में पहुंचे। उन्होंने वहां से बांग्लादेशियों के बंगाल व दिल्ली के बरामद आधार कार्ड भी दिखाये। उन्होंने कहा कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वोटों के लालच में दिल्ली में अवैध रूप से बांग्लादेशियों व रोहिग्यां को बसाने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल को देश का गद्दार तक बताया। उन्होंने कहा कि वैध बिजली कनेक्शन के लिए विभाग में रिश्वत देनी पड़ती है, लेकिन झुग्गियों में बिजली के कनेक्शन पैसे लेकर दिये गये। उन्होंने कहा कि यहां आने पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी, लेकिन कोई नहीं आया। उन्होंने कहा कि पुलिस भी पैसे लेकर इन्हें अनदेखा कर रही है। ये विभिन्न अपराधों जैसे चोरी, लूट, बलात्कार समेत अन्य घटनाओं में संलिप्त है।
लोनी विधायक ने कहा कि वे कई बार बांग्लादेशियों एवं रोहिग्यां का मुद्दा उठा चुके हैं। जिले के प्रभारी मंत्री के समक्ष भी मुद्दा उठाया, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि पूरे देश में करोड़ रोहिग्यां और बांग्लादेशी है। सभी राज्य सरकारों को भ्रष्टाचार के साथ ही इनके खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिये। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली एनसीआर के साथ ही यूपी के लोनी, साहिबाबाद, नोएडा, कैराना, बिजनौर में भी इन घुसपैठियों की बड़ी संख्या है। यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करती तो इनको निकालने के लिए सेना को लगाया जाये।
नंद किशोर गुर्जर यहीं नहीं रूके। उन्होंने कहा कि यदि लोनी में रोहिग्यां और बांग्लादेशियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती तो वे खुद इनको लोनी से खदेड़ने का काम करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ईमानदार एवं सख्त शासक है। उन्हें दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिये। वे उनके समक्ष यह मुद्दा उठायेंगे।