Dainik Athah

एजेंसियों द्वारा 2.86 लाख मीट्रिक टन से अधिक हुई धान

  • 2023-24 में इस अवधि तक 35863 किसानों से हुई थी 2.20 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद
  • 2024-25 में अब तक 42845 किसानों से हुई खरीद, पिछले वर्ष की अपेक्षा 65820 मीट्रिक टन से अधिक की हो चुकी खरीद
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 48 घंटे के भीतर हो रहा किसानों का भुगतान, अब तक किसानों को किया जा चुका 543 करोड़ का भुगतान
  • हकीकत से दूर हवाहवाई हैं विपक्ष के दावे, क्रय केंद्रों पर किसानों को दी जा रही पूरी सुविधा
  • धान का समर्थन मूल्य 2300 रुपये व ग्रेड ए का 2320 रुपये प्रति कुंतल की दर से हो रहा भुगतान
  • इस वर्ष 117रुपये प्रति कुंतल अधिक एमएसपी दिया जा रहा

अथाह ब्यूरो
लखनऊ
। उत्तर प्रदेश में खरीफ क्रय वर्ष 2024-25 के अंतर्गत एजेंसियों द्वारा अब तक 2.86 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान खरीद हो चुकी है। वर्ष 2023-24 में 13 नवंबर तक एजेंसियों द्वारा 2.20 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी यानी इस वर्ष 65820 मीट्रिक टन अधिक धान की खरीद हो चुकी है। किसानों को अब तक 543 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है। यह दावे बताते हैं कि विपक्ष हकीकत से दूर है और उसके दावे हवाहवाई हैं। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जनपदों व खाद्य-रसद विभाग के आलाधिकारी क्रय केंद्रों का नियमित निरीक्षण भी कर रहे हैं। सीएम के निर्देश पर किसानों को 48 घंटे के भीतर भुगतान भी किया जा रहा है।

अब तक 65820 मीट्रिक टन से अधिक धान की हो चुकी खरीद
इस समय तेजी से धान खरीद हो रही है। खाद्य विभाग, पीसीएफ, यूपीएसएस, यूपीपीसीयू, मंडी परिषद व केंद्रीय एजेंसी भारतीय खाद्य निगम एजेंसियों द्वारा पिछले वर्ष 2023-24 तक 13 नवंबर की अवधि में 2.20 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी, जो इस वर्ष 65820 मीट्रिक टन बढ़कर 2.86 लाख मीट्रिक टन से अधिक हो चुकी है। इस वर्ष 42845 किसानों से खरीद हुई है, जबकि पिछले वर्ष तक 35,863 किसानों से खरीद हुई थी।

48 घंटे के भीतर हो रहा भुगतान, अब तक किसानों को दिए जा चुके 543 करोड़ रुपये
विगत सप्ताह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर धान खरीद को लेकर समीक्षा बैठक की थी। उन्होंने धान खरीद में तत्परता व पारदर्शिता बरतने का निर्देश देते हुए कहा था कि किसानों को हर हाल में 48 घंटे के भीतर भुगतान किया जाए। इसकी नियमित समीक्षा भी की जाए। इस वर्ष किसानों को अब तक 543 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है। सीएम ने अफसरों को निर्देश दिया था कि किसानों के बैठने, छाया, पेयजल आदि की बुनियादी सुविधा भी क्रय केंद्रों पर होनी चाहिए। सीएम के निर्देश के उपरांत स्थानीय प्रशासन व खाद्य-रसद विभाग की तरफ से क्रय केंद्रों का नियमित निरीक्षण किया जा रहा है। मुख्यालय से इसकी मॉनीटरिंग भी की जा रही है।

पश्चिमी यूपी में 31 जनवरी व पूर्वी उप्र में 28 फरवरी तक होगी धान खरीद
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहली अक्टूबर से धान खरीद शुरू हुई थी, जो 31 जनवरी 2025 तक चलेगी। इस अवधि में बरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़, मेरठ, झांसी तथा लखनऊ संभाग के हरदोई, सीतापुर व लखीमपुर खीरी में भी धान खरीद की जा रही है। वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में पहली नवंबर से धान खरीद प्रारंभ हुई थी, जो 28 फरवरी तक चलेगी। इस अवधि में अयोध्या, गोरखपुर, बस्ती, देवीपाटन, आजमगढ़, वाराणसी, विंध्याचल, प्रयागराज, कानपुर, चित्रकूट व लखनऊ संभाग के लखनऊ, रायबरेली व उन्नाव जनपद में खरीद सुचारू रूप से चल रही है।

धान का समर्थन मूल्य 2300 रुपये व ग्रेड ए का 2320 रुपये प्रति कुंतल की दर से हो रहा भुगतान
सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 2300 रुपये व ग्रेड ए का 2320 रुपये प्रति कुंतल तय किया है। किसानों को धान की उतराई, छनाई व सफाई की मद में 20 रुपये प्रति कुंतल की दर से प्रतिपूर्ति भी की जा रही है। उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में किसानों द्वारा धान बिक्री के लिए खाद्य-रसद विभाग व अन्य क्रय एजेंसियों के कुल 4160 क्रय केंद्र निर्धारित किए गए हैं। क्रय केंद्र सुबह 9 से शाम 5 बजे तक संचालित हो रहे हैं। इस वर्ष बटाईदार किसानों द्वारा भी पंजीकरण-नवीनीकरण कराते हुए धान की बिक्री जा रही है।

सहायता के लिए 18001800150 पर संपर्क करें किसान
किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए टोल फ्री नंबर 18001800150 जारी किया गया है। किसान इस पर संपर्क करके सहायता प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा वे जनपदों के खाद्य विपणन अधिकारी, तहसील के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी व ब्लॉक के विपणन निरीक्षक से भी संपर्क कर समस्या व शिकायत कर सकते हैं।


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