Dainik Athah

यूपी पुलिस ने Rahul Gandhi का पकड़ा कॉलर , धक्कामुक्की में नीचे गिरे

हाथरस जाते वक्त राहुल-प्रियंका अरेस्ट

अथाह संवाददाता
हाथरस।
गैंगरेप पीड़ित के परिवार से मिलने जा रहे राहुल(Rahul Gandhi) और प्रियंका कांग्रेस कार्यकतार्ओं के साथ दोपहर 1.30 बजे एक्सप्रेस-वे पर पहुंचे। यहीं, उनके काफिले को पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद वे पैदल ही आगे बढ़ने लगे। इस बीच पुलिस उन्हें समझाती रही। कुछ दूर चलने के बाद पुलिस ने फिर रोक दिया। पुलिसवाले ने राहुल(Rahul Gandhi) की कॉलर भी पकड़ी। धक्कामुक्की में राहुल(Rahul Gandhi) जमीन पर गिर गए। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राहुल(Rahul Gandhi) के हाथ में चोट लगी है।

राहुल(Rahul Gandhi) ने मोदी पर निशाना साधा: राहुल(Rahul Gandhi) ने कहा,पुलिस ने मुझे धक्का दिया, लाठी चार्ज किया, मुझे जमीन पर गिराया। हमारी गाड़ियां रोकी गई थीं, इसलिए हमने पैदल चलना शुरू किया। आज के हिंदुस्तान में सिर्फ मोदी पैदल जा सकता है, मोदी हवाई जहाज में उड़ सकता है।

पुलिस ने राहुल(Rahul Gandhi) को धारा-144 का हवाला देकर रोका, तो राहुल बोले कि ठीक है, मैं अकेला ही हाथरस जाऊंगा। फिर भी पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने लगी तो राहुल(Rahul Gandhi) ने पूछा कि किस धारा में आप यह कार्रवाई कर रहे हैं, जनता और मीडिया को बताइए? पुलिस ने कहा कि आपने धारा-188 का वॉयलेशन किया है।

पुलिस ने कहा- दुष्कर्म की पुष्टि नहीं:
हाथरस के एसपी विक्रांत वीर ने कहा है कि अलीगढ़ अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट में पीड़ित के शरीर पर जख्मों की बात है, लेकिन दुष्कर्म की पुष्टि नहीं की गई है। डॉक्टर्स का कहना है कि फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकता है।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज हुआ:
एक पुलिस अफसर ने कहा कि राहुल-प्रियंका से वापस लौटने को कहा जाएगा, नहीं मानेंगे तो कानून के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर, दोनों नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस कार्यकतार्ओं ने एक्सप्रेस-वे पर हंगामा किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसके बाद भी कांग्रेस कार्यकर्ता धरने पर बैठे रहे।

प्रियंका का सवाल- क्या पीड़ित परिवार को धमकाकर चुप कराना चाहती है सरकार?
प्रियंका ने हाथरस के लिए रवाना होने से पहले ट्वीट कर कहा था कि गैंगरेप की शिकार लड़की के पिता को जबरदस्ती ले जाया गया। सीएम से वीसी के नाम पर बस दबाव डाला गया। वे जांच की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। अभी पूरे परिवार को नजरबंद रखा है। बात करने पर मना है। क्या धमकाकर उन्हें चुप कराना चाहती है सरकार?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *