- जिला प्रशासन एवं जिला गंगा संरक्षण समिति द्वारा गंगा उत्सव—2024 कार्यक्रम आयोजित
- किसी भी वस्तु का उपयोग आवश्यकतानुसार किया जाना चाहिए: इन्द्र विक्रम सिंह जिलाधिकारी
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गंगा नदी को राष्ट्रीय नदी घोषित किये जाने के उपरान्त नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत जिला प्रशासन एवं जिला गंगा संरक्षण समिति द्वारा शासन के दिशा—निदेर्शों के क्रम में गंगा उत्सव—2024 कार्यक्रम हिन्दी भवन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में चित्रकला व पेटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि इन्द्र विक्रम सिंह जिलाधिकारी गाजियाबाद द्वारा द्वीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम आयोजनकतार्ओं द्वारा जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह, डीएफओ ईशा तिवारी, सिविल डिफेंस चीफ वार्डन ललित जायसवाल का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। इसके उपरान्त जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित जनसभा को सम्बोधित किया गया।
जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने सर्वप्रथम पुराणों के अनुसार मां गंगा के पृथ्वी पर अवतरण की संक्षिप्त कथा सभी को सुनाई। उन्होने कहा कि हमें हमेशा जरूरत के अनुसार ही किसी भी चीज का उपयोग/प्रयोग करना चाहिए। जरूरत से ज्यादा करने पर वह हम सभी के लिए नुकसानदायी है। पहले के लोग तालाब, नदी आदि जगहों पर स्नान करते थे, धीरे—धीरे लोग अपने घरों में आ गये क्योंकि कुछ लोगों की गलत आदतों के कारण तालाब, नदी गंदे हो गये है, जिस कारण वहां स्नान कर पाना मुश्किल है। वर्तमान में हम लोगो घरों में भी सावर (फुवारा), बाथटब आदि या अ?त्याधिक पानी का उपयोग कर नहाते एवं अन्य कार्य करते है। इसी प्रकार जल का दुरूपयोग होता रहा तो आने वाले समय में अपने बच्चों को पानी सिर्फ पीने लायक ही बचेगा। अत: जल का कम से कम या आवश्यकतानुसार ही उपयोग करें। यदि कोई व्यक्ति सोचता है कि उसके करने से क्या होगा तो यह गलत सोच है उसे देखा—देख और भी करेंगे। इसलिए पर आप सुधरों तभी तुम्हें देख जग सुधरेगा। हमें पर्यावरण सहित अन्य जागरूकता के कार्यों को जमीनी स्तर पर जरूर करना चाहिए।
जिलाधिकारी द्वारा अनेक प्रकार से सभी को पर्यावरण, जल, नदी आदि के बारे में जागरूक करने हेतु अनेक प्रकार के विशेष बिन्दुओं पर प्रकाश डाला गया। जिलाधिकारी ने कहा कि हम सभी को 10—10 लोगों को उक्त सभी विषयों पर जागरूक करना चाहिए। यदि हम सभी लोग जागरूक हो जायेगें तो वह दिन दूर नहीं कि हमारी धरती स्वर्ग से भी सुन्दर हो जायेगी।
जिलाधिकारी के सम्बोधन के पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों द्वारा गणेश वन्दना, गंगा मैया पर अनेक प्रकार के गीत/भजन का गुणगान व सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किया गया। जिलाधिकारी द्वारा सभी प्रतियोगियों को पुरूस्कार देकर सम्मानित किया गया और आने वाले मतदान दिवस पर मतदान करने एवं कराने हेतु प्रेरित किया गया।
कार्यक्रम में गंगा समिति, जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग के अधिकारी सहित बड़ी संख्या में विद्या?र्थी उनके अभिभावक व अध्यापक उपस्थित रहे।
एक स्वच्छ हिंडन नदी की ओर सामूहिक प्रयास आवश्यक : सत्येन्द्र सिंह
पर्यावरण विद् एवं गंगा संरक्षण समिति सदस्य सत्येंद्र सिंह ने बताया कि हिंडन नदी, जो गाजियाबाद समेत कई जिलों से होकर बहती है, आज गंभीर प्रदूषण का सामना कर रही है। नदियों का संरक्षण न केवल पर्यावरणीय आवश्यकता है बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक उत्तरदायित्व भी है। गंगा और उसकी सहायक नदियों के पुनरुद्धार के लिए 2015 में भारत सरकार ने ‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम की शुरुआत की, जिसमें प्रमुख सहायक नदियों जैसे हिंडन को स्वच्छ और संरक्षित करने की जिम्मेदारी भी शामिल है। गाजियाबाद में उत्थान समिति द्वारा आयोजित हिंडन महोत्सव इसी उद्देश्य से हर वर्ष आयोजित किया जाता है। इस महोत्सव में बच्चों, युवाओं और समाज के विभिन्न वर्गों को जागरूक करने के लिए पेंटिंग प्रतियोगिताएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और स्वच्छता अभियान जैसे विभिन्न कार्यक्रम शामिल हैं।