- गाजियाबाद पुलिस को पत्रकारों से शांतिभंग का खतरा!
- पत्रकारों में रोष, दिल्ली प्रेस क्लब ने एक्स पर ट्विट कर जताया विरोध
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। 13 नवम्बर को गाजियाबाद में होने वाले उपचुनाव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के मकसद से असामाजिक तत्वों और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के भरवाए जा रहे मुचलकों में गाजियाबाद पुलिस को अब अपराधियों से नहीं बल्कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया से शांति भंग का खतरा नजर आ रहा है।
कविनगर पुलिस ने एक स्थानीय दैनिक के संपादक इमरान खान को ही शांति भंग के आरोपों में जेल भेज दिया। इमरान आज समाज पार्टी के भी कार्यकर्ता है। गिरफ्तारी की जानकारी मिलने पर आसपा प्रत्याशी सत्यपाल चौधरी भी रविवार को कविनगर थाने पहुंचे और गिरफ्तारी का विरोध किया। हालांकि पुलिस ने विरोध को नजरअंदाज कर दिया। इस मामले में पत्रकार सोमवार को जिलाधिकारी एवं एडिशनल पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपेंगे। पत्रकारों में इमरान की गिरफ्तारी को लेकर नाराजगी है।
बता दे की दैनिक अखबार आप अभी तक के संपादक इमरान खान के खिलाफ हाल ही में चुनाव जीतकर आए सांसद अतुल गर्ग ने अक्टूबर में एक मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें उन्होंने कहा था अखबार ने उनकी छवि को धूमिल करने की खबर प्रकाशित की जिसमें उन्हें भूमाफिया कहा गया। जबकि उक्त आरोप इंडिया गठबंधन एवं कां्रग्रेस प्रत्याशी रही डोली शर्मा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगाए थे।
इमरान खान की गिरफ्तारी का दिल्ली प्रेस क्लब ने भी विरोध किया है। प्रेस क्लब ने एक्स पर ट्विट कर गिरफ्तारी को अलोकतांत्रिक करार दिया है।