मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां बच्चों को दादा-दादी से इंटरव्यू कर उनके पुराने अनुभव और पुराने खेल की जानकारी लेने के लिए कहा साथ ही बच्चों को 50- 60 साल पुराने रहन सहन खेलकूद तथा उनके विचार की जानकारी का अध्ययन करने को भी कहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां मन की बात करते हुए कोरोना बीमारी से शुरू होकर बच्चों के खेल कूद के साथ वर्तमान प्रवेश और वर्तमान स्थिति की चर्चा की, वही पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के जन्मदिन के अवसर पर उन्हें याद करते हुए उनके व्यक्तित्व की जानकारी दी साथ ही उनके राजनीतिक क्षेत्र तथा अनेकों देश की भाषाओं के ज्ञान के बारे में भी देशवासियों को बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के संकट काल में देश लॉकडाउन से बाहर निकल आया है. अब हम अनलॉक के दौर में हैं । अनलॉक के इस समय में दो बातों पर बहुत फोकस करना है. पहला कोरोना को हराना और दूसरा अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना है । लॉकडाउन से ज्यादा सतर्कता हमें अनलॉक के दौरान बरतनी है । इस बात को हमेशा याद रखिए कि अगर आप मास्क नहीं पहनते हैं, दो गज की दूरी का पालन नहीं करते हैं, या फिर, दूसरी जरूरी सावधानियां नहीं बरतते हैं, तो, आप अपने साथ-साथ दूसरों को भी जोखिम में डाल रहे हैं । प्रधानमंत्री ने कहा कि एक साल में एक चुनौती आए या पचास, नंबर कम-ज्यादा होने से, वो साल खराब नहीं हो जाता. भारत का इतिहास ही आपदाओं और चुनौतियों पर जीत हासिल कर और ज़्यादा निखरकर निकलने का रहा है.