कविलाश मिश्र
नई दिल्ली। जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग द्वारा विशेष अभियान 4.0 को चलाया जा रहा है। प्रारंभिक चरण के लिए, इस विभाग के साथ-साथ क्षेत्रीय संगठनों के नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इस विभाग के सभी प्रभागों और जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग के तहत सभी अधीनस्थ/संबद्ध कार्यालयों, पीएसयू, स्वायत्त निकायों और प्राधिकरणों को डीएआरपीजी के दिशानिदेर्शों के मापदंडों के अनुसार अपने कार्यालय से संबंधित लंबित मामलों और अन्य संकेतकों की पहचान करने के लिए कहा गया है।
विशेष अभियान 4.0 के दौरान, कार्यालय भवनों और परिसरों की सफाई के अलावा, विभाग का ध्यान उन क्षेत्रों में सफाई सुनिश्चित करने पर रहेगा जहां लोगों की आवाजाही ज्यादा होती है और लोगों के बीच ज्यादा दिखती है। इसमें देश के विभिन्न भागों में स्थित विभिन्न बांध स्थलों और नदी तटों के साथ-साथ नदी घाटों में और उसके आसपास सफाई अभियान शामिल होंगे।
जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग 2 अक्टूबर, 2024 को विशेष अभियान 4.0 के कार्यान्वयन चरण की शुरूआत करेगा। जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत तैयारी के चरण में सभी प्रभागों/क्षेत्रीय और बाहरी कार्यालयों के परामर्श से अभियान के सुचारू कार्यान्वयन के लिए लक्ष्यों की पहचान करने तथा योजना विकसित करने के लिए ईमानदार और समर्पित प्रयास किए जा रहे हैं।
इसके अलावा, सोशल मीडिया साइट्स पर तस्वीरें, वीडियो सहित डेटा अपलोड किया जा रहा है। इसमें कई शहरों में विभागों और उसके संगठनों द्वारा किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला जा रहा है। अभियान के तहत सर्वोत्तम प्रयासों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया जाएगा।
भारत सरकार के विशेष अभियान 3.0 के तहत सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता अभियान पर विशेष ध्यान दिया गया। विशेष अभियान के तहत स्वच्छता, नियमों और प्रक्रियाओं की समीक्षा और सरलीकरण, रिकॉर्ड प्रबंधन प्रणाली की समीक्षा, स्थान का उत्पादक उपयोग, कार्यस्थल के अनुभव को बढ़ाने के लिए अपशिष्ट पदार्थों का निपटान आदि से संबंधित गतिविधियाँ संपन्न की गईं।