- भाजपा महानगर अध्यक्ष से खफा है लाइन पार वाले
- भाजपा के वरिष्ठ नेता ने सोशल मीडिया पर लिया महानगर अध्यक्ष को निशाने पर
- कहा, कागजों पर हो रहा चुनाव प्रचार, चुनाव किसी विधानसभा में संख्या कहीं और से
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट के उप चुनाव की तैयारियों के बीच केंद्र और प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में सिर फुटोव्वल शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा एवं इसके बाद हुई बैठक को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता केके शुक्ला ने महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार कागजों पर हो रहा है तथा चुनाव किसी विधानसभा में हो रहा है और बैठक में संख्या कहीं और से जुटाई गई।
बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पूरा ध्यान इन दिनों प्रदेश में होने वाले विधानसभा की दस सीटों के उप चुनाव पर लगा है। इसके मद्देनजर बुधवार को शहर विधानसभा क्षेत्र में स्थित घंटाघर रामलीला मैदान में रोजगार मेला, ऋण वितरण कार्यक्रम के साथ ही युवाओं को स्मार्ट फोन और टेबलेट का वितरण करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को भी संबोधित किया था। जनसभा के बाद वहीं पर अलग से करीब दो सौ कार्यकर्ताओं जिनमें सभी जनप्रतिनिधि भी शामिल थे के साथ उप चुनाव के मद्देनजर एक बैठक का आयोजन किया गया था जिसमें मुख्यमंत्री योगी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनावी तैयारियों में जुटने के निर्देश देने के साथ ही जीत का मंत्र भी दिया था। उन्होंने स्पष्ट कहा था कि जमीनी स्तर पर काम होना चाहिये और सम्मेलन होने चाहिये।
इस बैठक में जन प्रतिनिधियों के साथ ही महानगर भाजपा के सभी पदाधिकारी, शहर विधानसभा क्षेत्र के तीनों प्रभारी मंत्रियों के साथ ही कहा गया था कि शहर विधानसभा क्षेत्र के प्रमुख कार्यकर्ताओं, बूथ अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, पन्ना प्रमुख समेत अन्य पदाधिकारियों को बुलाया गया था।
अब यह बैठक विवादों में घिर गई है। भाजपा के पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष एवं गौतमबुद्धनगर लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सह प्रभारी तथा उप चुनाव में टिकट मांग रहे केके शुक्ला ने सोशल मीडिया के जरिये भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री योगी जी ने गाजियाबाद उपचुनाव के संदर्भ में एक बैठक की। इस बैठक में उपस्थित बड़े नेता, महानगर या क्षेत्रीय प्रमुख बता सकते है कि जिस विधानसभा के लिए बैठक थी उस विधानसभा के कितने प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित थे या सब सिर्फ कागजों में ही चुनाव प्रचार कर रहे है। वे यहीं नहीं रूके, उन्होंने कहा चुनाव किसी विधानसभा का और संख्या कहीं और से। चुनाव शहर विधानसभा का है जो दो भागों में बंटा है शहर और लाइन पार।
केके शुक्ला का यह कहना है कि शहर विधानसभा में बड़ा हिस्सा लाइनपार क्षेत्र का है, लेकिन लाइन पार के कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गई। सूत्रों के अनुसार केके शुक्ला ने इस मामले में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी से भी बात की है और महानगर भाजपा अध्यक्ष की शिकायत की है। सूत्र बताते हैं कि उन्होंने भी शहर विधानसभा के कार्यकर्ताओं की उपेक्षा को गलत बताया है। उनकी सोशल मीडिया पोस्ट पर कमेंट कर अनेक लोगों ने महानगर अध्यक्ष पर निशाना साधा है। भाजपा के पूर्व विधायक रूप चौधरी ने तो यहां लिख दिया कि हो सकता है कि बड़े नेताओं ने इशारा कर दिया हो, शायद इसीलिए लोग टिकट पक्का मानकर चल रहे हैं।
भाजपा के सूत्र बताते हैं कि चुनाव से पहले पार्टी में जिस प्रकार मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर ही गुटबाजी नजर आई है वह पार्टी के हित में नहीं है।