परमाणु ऊर्जा से संचालित पहली पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत के निर्माण में निभाई थी बेहद अहम भूमिका, 2014 में किया गया था पद्मश्री से सम्मानित
अथाह ब्यूरो, नई दिल्ली। परमाणु वैज्ञानिक और ऊर्जा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ शेखर बसु का यहां एक निजी अस्पताल में बृहस्पतिवार को कोविड-19 से निधन हो गया। पद्मश्री सम्मानित डॉ. बसु 68 वर्ष के थे।
मैकेनिकल इंजीनियर डॉ. बसु को देश के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। उन्हें 2014 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। डॉ. बसु ने भारत की परमाणु ऊर्जा से संचालित पहली पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत के लिए बेहद जटिल रिएक्टर के निर्माण में बसु ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा क़ि डॉ. बसु कोविड-19 और किडनी संबंधित अन्य रोग से पीड़ित थे और 4:50 बजे उनका निधन हो गया
पीएम में ने ट्वीट कर दुःख व्यक्त किया।