- सभी 18 मंडलों में अटल आवासीय विद्यालयों के नए शैक्षिक सत्र 2024-25 का होगा शुभारंभ
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजना है अटल आवासीय विद्यालय
- पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों के साथ ही कोविड 19 में अनाथ हुए बच्चों को समर्पित हैं विद्यालय
- मुख्यमंत्री बाल सेवायोजना से आच्छादित अनाथ बच्चों को भी मुख्य धारा से जोड़ने की पहल
- 1000 बच्चों की आवासीय क्षमता से लैस करते हुए योगी सरकार ने कराया है निर्माण
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। योगी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अटल आवासीय विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त कर रहे 6480 छात्र-छात्राएं गुरुवार को एक साथ अगले शैक्षिक सत्र में प्रवेश के साथ ही अपने बेहतर भविष्य की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में 12 सितंबर को सभी 18 मंडलों में अटल आवासीय विद्यालयों के नए शैक्षिक सत्र 2024-25 का शुभारंभ करेंगे। यह अटल आवासीय विद्यालयों का दूसरा शैक्षणिक सत्र होगा। इससे पूर्व 11 सितंबर 2023 को पहले शैक्षिक सत्र का शुभारंभ हुआ था। उल्लेखनीय है कि अटल आवासीय विद्यालय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके तहत पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों, कोविड 19 में अनाथ हुए बच्चों तथा मुख्यमंत्री बाल सेवायोजना से आच्छादित अनाथ बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने की पहल की गई है। उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड (यूपीबीओसीडब्ल्यू) के अंतर्गत संचालित किए जा रहे इन विद्यालयों को योगी सरकार ने 1000 बच्चों की आवासीय क्षमता से लैस करते हुए निर्मित कराया है। ये विद्यालय प्रत्येक 18 मंडलों में संचालित किए जा रहे हैं।
स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर लैब, साइंस लैब जैसी सुविधाओं से किया गया लैस
अटल आवासीय विद्यालयों में इस समय कुल 6480 छात्र अध्ययनरत हैं। इन छात्रों को बेहतर भविष्य प्रदान करने के लिए योगी सरकार ने इन विद्यालयों को बेहद खास फीचर्स से लैस किया है। प्रत्येक अटल आवासीय विद्याल में 500 बालक एवं 500 बालिकाओं यानी कुल 1000 छात्र-छात्राओं को निशुल्क आवासीय सुविधा के साथ शिक्षा प्रदान की जा रही है। विद्यालय में बच्चों को निशुल्क भोजन एवं पौष्टिक आहार भी प्रदान किए जाने की व्यवस्था की गई है। सभी अटल आवासीय विद्यालय सीबीएसई पैटन पर आधारित हैं एवं नई शिक्षा नीति पर आधारित पाठ्यक्रम से लैस हैं। इसके तहत स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, एस्ट्रोनॉमी लैब इत्यादि की सुविधा प्रदान की जा रही है। वहीं इंडोर एवं आउटडोर खेलकूद की व्यवस्था भी की गई है। यही नहीं व्यक्तित्व का समग्र विकास, आध्यात्मिक विकास (योग प्राणायाण, ध्यान), मूल्य आधारित शिक्षा, कौशल आधारित शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, पर्यवरणीय संवेदनशीलता, जीवन कौशल और योग्यता आधारित लर्निंग्स पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
सामूहिकता की भावना की जा रही जाग्रत
अटल आवासीय विद्यालयों में विद्यार्थियों के लिए गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की गई है, जबकि समूह में भोजन करने की आदत भी विकतिस की जा रही है। इसी तरह भारतीय परंपराओं के अनुसार भोजन ग्रहण करने की भी आदत डाली जा रही है तो साफ सफाई की भी उचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इसी तरह स्मार्ट क्लास के तहत छात्रों को नई तकनीक द्वारा शिक्षा प्रदान किए जाने की व्यवस्था की गई है तो आधुनिक टेक्नोलॉजी के लिए उनकी जिज्ञासा शांत करना एवं देश विदेश की जानकारी तुरंत उपलब्ध कराने को भी प्राथमिकता के साथ लागू किया गया है। इसी तरह, कंप्यूटर लैब में छात्रों को कंप्यूटर शिक्षा प्रदान किए जाने का भी ध्यान रखा जा रहा है तो विद्यार्थियों को आईसीटी के ज्ञान से परिचित कराना और कंप्यूटर शिक्षा को विद्यार्थियों के लिए सुगम बनाने पर भी फोकस किया जा रहा है।
आधुनिक सुविधाओं से युक्त किए पुस्तकालय
अटल आवासीय विद्यालयों में छात्रों को खेलकूद में भी सक्षम बनाया जा रहा है, ताकि वो इसके माध्यम से भी भविष्य को बेहतर बना सकें। इसके लिए विद्यार्थियों के लिए खेलकूद की सामग्री उपलब्ध कराई गई है। वहीं खेलों के माध्यम से व्यक्तित्व का समग्र विकास भी सुनिश्चित किया गया है। इसके अतिरिक्त विद्यालयों की स्थापना प्राकृतिक वातावरण में किया गया है। वृक्षारोपण के माध्यम से हरे भरे कैंपस का विकास किया गया है। साथ ही विद्यार्थियों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता विकसित की जा रही है। यही नहीं, विद्यार्थियों में पाठ्यक्रम के अतिरिक्त पढ़ने की अभिरुचि उत्पन्न करने के उद्देश्य से पुस्तकालय का निर्माण कराया गया है। ये पुस्तकालय आधुनिक सुविधाओं से युक्त हैं, जहां विभिन्न विषयों से संबंधित पुस्तकें उपलब्ध हैं। वहीं समाचार पत्रों व पत्रिकाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है।