बारावफात व गणेश महोत्सव के मद्देनजर पुलिस की इंटर स्टेट बॉर्डर कॉर्डिनेशन मीटिंग
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद । गणेश चतुर्थी-2024 के पर्व पर गणेश प्रतिमा विसर्जन एवं बारावफात (ईद मिलादुल्ल नबी) को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए गाजियाबाद में पुलिस की बड़ी कोआर्डिनेशन बैठक हुई। रिजर्व पुलिस लाइन्स, गाजियाबाद स्थित शहीद परमजीत हॉल में एडीसीपी (क्राइम एंड हैड क्वार्टर) दिनेश कुमार पी. की अध्यक्षता में दिल्ली राज्य के सीमावर्ती जनपदों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ ‘‘इन्टर स्टेट बॉर्डर कॉर्डिनेशन मीटिंग’’ आयोजित की गई। बैठक में गाजियाबाद और दिल्ली पुलिस ने अपने- अपने बांछित अपराधियों की जानकारी भी शेयर की ताकि गाजियाबाद के बांछित अपराधी दिल्ली और दिल्ली के बांछित अपराधी गाजियाबाद में आते हैं तो उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा सके।
बैठक में ये पुलिस अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में कमिश्नरेट गाजियाबाद से एडीसीपी (कानून- व्यवस्था) कल्पना सक्सेना, डीसीपी (सिटी) राजेश कुमार, डीसीपी (ट्रांस हिंडन) निमिष पाटील, डीसीपी (रूरल) सुरेन्द्र नाथ तिवारी और अपर पुलिस आयुक्त (यातायात) पीयूष कुमार सिंह के साथ ही समस्त एसीपी शामिल हुए। दिल्ली राज्य के सीमावर्ती जनपदों से अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (पूर्वी क्षेत्र) सागर सिंह कलसी, डीसीपी नॉर्थ-ईस्ट ज्वॉय टिर्की, अपर उपायुक्त्र विष्णु कुमार, डीसीपी पूर्वी दिल्लीअपूर्वा गुप्ता और यूपी की सीमा से सटे क्षेत्रों के एसीपी इस ‘‘इन्टर स्टेट बॉर्डर कॉर्डिनेशन मीटिंग’’ में मौजूद रहे।
इन बिन्दुओं पर आपसी सहमति
1- दिल्ली व गाजियाबाद की मूर्तियों का विसर्जन मुख्यतः गंगनहर (थाना क्षेत्र मुरादनगर), हिण्डन नदी (थाना क्षेत्र खोडा, साहिबाबाद एवं टीलामोड़) एवं यमुना नदी (थाना क्षेत्र ट्रोनिका सिटी) के पास कृत्रिम तालाबों में किया जाता है। दिल्ली में भी विभिन्न थाना क्षेत्रों में कृत्रिम तालाब बनाकर प्रतिमा विसर्जन की तैयारी की जा चुकी है। सर्वोच्च न्यायालय एवं एनजीटी के द्वारा दिये गये विभिन्न आदेशों के अनुपालन में प्रतिमा विसर्जन नदी/नहरों में नहीं होने दिया जाएगा।
2- दिल्ली क्षेत्र की मूर्तियों का विसर्जन दिल्ली में ही कराया जाएगा, जिसके संबंध में आयोजकों तथा क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों से समय से वार्ता कर ली जाएगी एवं उनको अवगत करा दिया जाएगा कि कमिश्नरेट गाजियाबाद में मूर्तियों का विसर्जन गंगनहर/हिण्डन/यमुना नदियों में नहीं होगा, बल्कि कृत्रिम तालाब बनाकर कराया जायेगा।
3- गंगनहर/हिण्डन/यमुना नदियों में प्रतिमा विसर्जन रोकने के लिए घाटों पर रस्सी, बल्लियों एवं बैरियर की सहायता से बैरीकेडिंग की जाएगी तथा लाउडस्पीकर एवं लाउड हेलर की सहायता से, नियुक्त पुलिस बल द्वारा मूर्ति विसर्जित कर चुके श्रद्धालुओं को वहां से हटाते रहना होगा ताकि अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न न हो।
4- दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को प्रतिमा विसर्जन के दौरान कमिश्नरेट गाजियाबाद के रूट डायवर्जन प्लान से पीपीटी के माध्यम से अवगत कराया गया।
5- दिल्ली के सीमावर्ती क्षेत्र से विसर्जन हेतु आने वाली प्रतिमाओं के साथ स्थानीय पुलिस के कर्मचारी वर्दी अथवा सादा वस्त्रों में लगाते हुए जुलूस में शामिल लोगों की गतिविधियों पर सतर्क दृष्टि रखे जाने हेतु भी सहमति बनी।
6- आयोजकों से वार्ता कर प्रतिमा विसर्जन जुलूस के साथ डीजे न लाकर, एक छोटा म्यूजिक सिस्टम ही लाया जाना सुनिश्चित किया जाए एवं प्रतिमाओं की ऊॅचाई परम्परागत ही रहे।
7- दिल्ली एवं गाजियाबाद पुलिस द्वारा मौहल्ला/वार्डों में पीस कमेटी की गोष्ठी करके गणेश प्रतिमा विसर्जन हेतु जाने वाली मूर्तियों की संख्या, जो गाजियाबाद में विभिन्न स्थानों पर विसर्जित होंगी, की सूची का एक-दूसरे से आदान-प्रदान किया जाएगा।
8- बारावफात (ईद मिलादुल्ल नबी) का जुलूस एवं गणेश प्रतिमा विसर्जन एक ही दिन में होने की स्थिति में विशेष सतर्कता रखते हुए आयोजकों से वार्ता कर, कम से कम दो घंटे का समयान्तराल निर्धारित कराया जाएगा।