भाजपा का अयोध्या से भावात्मक-भावनात्मक लगाव नहीं बल्कि
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। जमीनों की खरीद- बिक्री में भारी हेरफेर हो रहा है। अयोध्या में भाजपाइयों ने सस्ते में अपनों को जमींने खरीदवायी और जब बेचकर निकलने का समय आया तो भाजपा सरकार ने सर्किल रेट बढ़ाने का प्रबंध कर दिया। अयोध्या की भूमि भाजपाई सौदेबाजी और मुनाफाखोरी की शिकार हुई है। अयोध्या की जनता तो पहले ही जान गयी थी कि भाजपा का अयोध्या से भावात्मक-भावनात्मक लगाव नहीं बल्कि ‘भू-नात्मक’ व ‘मुनाफात्मक’ लोभ है।
उन्होंने कहा भाजपाई लालच ने जब अयोध्या को नहीं छोड़ा तो बाकी देश का क्या हाल कर रहे होंगे, ये कहने की बात नहीं। भाजपा सरकार में हर तरफ लूट मची है। अयोध्या में जमींनों के खरीद और बिक्री में बड़े पैमाने पर हुई लूट खसोट सबके सामने आ चुकी है। भाजपाई स्वयं स्वीकार करते हैं कि इस सरकार जैसा भ्रष्टाचार पहले कभी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में गरीब और किसान जब सर्किल रेट बढ़ाकर मुआवजे की मांग कर रहे थे, तब सरकार ने सर्किल रेट और मुआवजा नहीं बढ़ाया लेकिन जब भाजपा के लोगों, कारोबारियों ने जमींने सस्ते में खरीद ली तब उन्हें ज्यादा मुनाफा दिलाने के लिए सरकार ने सर्किल रेट बढ़ा दिया। भाजपा सरकार गरीब, किसान विरोधी है।
अखिलेश यादव ने कहा कि एक तरफ जहां जमींनों की खरीद बिक्री में बड़े पैमाने पर हेराफेरी हो रही है वहीं बजट का भी जमकर बंदरबांट हो रहा है। हर विभाग में सरकारी धन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। भाजपा सरकार में थाने से लेकर तहसील, आरटीओ आफिस तक भ्रष्टाचार के अड्डे बन गये हैं। हर तरफ दलाली हो रही है। आम जनता का कोई काम नहीं हो रहा है। गरीब जनता लुट रही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार से त्रस्त जनता आने वाले चुनाव में इसका करारा जवाब देगी। जनता 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से हटाकर उसके काले कारनामों का हिसाब चुकता करेगी।