- मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे की अध्यक्षता में जीडीए बोर्ड बैठक संपन्न
- इंदिरापुरम के हस्तांतरण को हरी झंडी, जीडीए उपाध्यक्ष- नगर आयुक्त दो सप्ताह में करें बैठक
- मधुबन- बापूधाम आरओबी को भी जीडीए बोर्ड से मिली हरी झंडी
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। जीडीए बोर्ड ने नई टाउनशिप को मंजूरी दे दी है। हरनंदीपुरम के नाम से बसने वाली इस नयी टाउनशिप को शासन के सहयोग से आरआरटीएस कॉरिडोर के पास ट्रांजिट ओरियंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) के तहत बनेगी। 541 हेक्टेयर की इस टाउनशिप का जीडीए बोर्ड ने हरनंदीपुरम नाम दिया गया है। मंडलायुक्त और जीडीए की पदेन अध्यक्ष सेल्वा कुमारी जे. की अध्यक्ष में मेरठ में हुई बोर्ड बैठक में यह निर्णय लिया गया है। अब यह प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। शासन की मुहर लगने के साथ जीडीए सहमति के आधार पर किसानों भूमि क्रम करनी शुरू कर देगा।
बैठक में कुल 24 प्रस्ताव रखे गए
मंडलायुक्त कार्यालय सभागार में सोमवार को हुई जीडीए बोर्ड की 165वीं बैठक में कुल 24 प्रस्ताव रखे गए थे। जीडीए के सभी प्रस्तावों पर चर्चा के बाद बोर्ड ने मंजूरी दे दी। नई टाउनशिप का प्रस्ताव सबसे अहम माना जा रहा था। इस प्रस्ताव की तैयारी के लिए शासन से जीडीए को निर्देश प्राप्त हुए थे। बताते चलें कि अलीगढ़ और गोरखपुर विकास प्राधिकरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से शहरों की विस्तारीकरण के लिए लाई गई योजना का लाभी पिछले वित्तीय वर्ष में ही उठा चुके हैं।
किस किस गांव की जमीन पर बसेगा हरनंदीपुरम
बोर्ड बैठक में निर्णय लिया गया कि मोरटी, मथुरापुर, नंगला फिरोज मोहनपुर, शमशेर, चंपतनगर, भनैड़ा खुर्द, शाहपुर निज मोरटा, और भोवापुर की जमीन पर बसाया जायेगा।
राजनगर एक्सटेंशन के पास बसेगी हरनंदीपुरम
जीडीए की नई टाउनशिप राजनगर एक्सटेंशन का विस्तार भी मानी जा सकती है। राजनगर से सटी इस योजना से आरआरटीएस कॉरिडोर, दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे, पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे और भविष्य की ट्रेन आर्बिटल रेल, यानि सारी परिवहन प्रणाली 10 मिनट की दूरी पर होंगी। जीडीए का प्रयास है कि मेरठ से दिल्ली तक काम करने वाले लोग इस टाउनशिप में रह सकें। टाउनशिप में एजुकेशन और मनोरंजन से लेकर हर तरह की सुविधा होगी।
इंदिरापुरम विस्तार रिवाइज्ड ले आउट भी मंजूर: जीडीए बोर्ड बैठक में इंदिरापुरम विस्तार योजना के ग्रुप हाउसिंग भूखंडों को सिंगल यूनिट भूखंडों में परिवर्तित करने के प्रस्ताव को भी हरी झंडी दे दी है। जीडीए का कहना था कि ग्रुप हाऊसिंग प्लॉट़स को कई बार नीलामी में रखा गया लेकिन खरीददार नहीं मिले। छोटे सिंगल यूनिट प्लॉट्स गाजियाबाद में कहीं भी उपलब्ध नहीं हैं और ऐसे प्लॉट्स की काफी डिमांड है। जीडीए ने परिवतित लेआउट प्लान को पास कर दिया। इसके अलावा वेव सिटी फेस- दो के रिवाइज्ड लेआउट को बोर्ड से मंजूरी मिल गई है। इससे 12 साल से वेवसिटी में प्लॉट बुक कराए बैठे लोगों की आस अब पूरी हो जाएगी।
हिंडन का पुराना नाम है हरनंदी: टाउनशिप का नामकरण हिंडन नदी के नाम पर किया गया है। दरअसल हिंडन नदी का पुराना नाम हरनंदी ही था, उसी से परिवर्तित होकर नाम हिंडन हो गया। बता दें कि गाजियाबाद का नाम बदलने की कई बार बात चली तो हरनंदी से जोड़कर नामकरण की भी मांग भी उठी।
नई टाउनशिप को हरनंदीपुरम नाम देकर गाजियाबाद को नाम बदलने वालों की मांग भी पूरी हो जााएगी, हरनंदीपुरम अपने आप में अच्छा नाम तो है ही और हरनंदी नदी के समीप होने से इसका औचित्य भी सिद्ध हो जाता है।
मधुबन बापूधाम आरओबी को भी बोर्ड की मंजूरी
इसके साथ ही जीडीए बोर्ड ने मधुबन बापूधाम आरओबी को मंजूरी प्रदान कर दी। 45 मीटर चौड़ी सड़क वाले इस आरओबी के बनने से एक बाईपास भी गाजियाबाद के लोगों को मिल सकेगा।
इंदिरापुरम हस्तांतरण को भी सैद्धांतिक मंजूरी
जीडीए बोर्ड अध्यक्ष एवं मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे ने इसके साथ ही इंदिरापुरम के हस्तांतरण को सैद्धांतिक मंजूरी देते हुए जीडीए उपाध्यक्ष एवं नगर आयुक्त को निर्देश दिये कि वे दो सप्ताह में बैठक करें।
जीडीए बोर्ड बैठक में प्राधिकरण उपाध्यक्ष अतुल वत्स, जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह, नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक, जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में एडीएम थे, बोर्ड सदस्य पवन गोयल एवं डा. केशव त्यागी समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।