Dainik Athah

तेरह दिन का होगा आषाढ़ का कृष्ण पक्ष

भूखे मांगे अन्न जल भड़शाली नट जाए। अर्थात जब किसी महीने में एक ही पक्ष में दो तिथि घट जाए तो उस वर्ष किसी राज्य या देश में मांगने पर भी खाना नहीं मिलता। पीने के पानी के लिए जल के लिए त्राहि त्राहि मच जाती है। और बड़े से बड़े साहूकार भी जनता की सहायता करने के लिए नट जाते हैं अर्थात सहायता नहीं कर पाते।
आषाढ़ का महीना आरंभ हो चुका है? जो 23 जून से 5 जुलाई तक है इसमें प्रतिपदा का क्षय हो गया है और चतुर्दशी तिथि का भी क्षय हो गया है। अर्थात दो तिथियां घट गई हैं। इसलिए आषाढ़ का कृष्ण पक्ष 13 दोनों का है।
खगोलीय गणित के अनुसार इसे विश्वघस्रपक्ष कहा जाता है। संपूर्ण संसार में अनेक उत्पात होते हैं। प्राणी मात्र प्रचंड गर्मी, अतिवृष्टि अर्थात अधिक वर्षा, सर्दी काल से काल के गाल में समा जाते हैं। युद्ध, प्राकृतिक आपदा, जल प्रलय, अग्निदाह हिमपात, भूस्खलन आदि की त्रासदी झेलनी पड़ती है। उदाहरण स्वरूप दिल्ली में पुरानी पानी के लिए त्राहि त्राहि मची
हुई है।
अग्निकांड भयंकर गर्मी से लोग अकाल मृत्यु प्राप्त कर रहे हैं। विश्व में की देशों कहीं-कहीं भारी वर्षा से जन जीवन अस्त व्यस्त है।

आचार्य शिवकुमार शर्मा ,ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु कंसलटेंट गाजियाबाद

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