- गाजियाबाद में विधायकों की सुरक्षा हटने के मुद्दे पर अब
- वीर गुर्जर समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मेरठ में गुर्जर- त्यागी समाज के साथ ही सर्व समाज की महापंचायत की चेतावनी दी
- मांगे राम त्यागी ने कहा जिस विधायक को मंत्री बनना चाहिये था उसकी सुरक्षा भी हटा दी
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। विधायकों की सुरक्षा हटाने के मुद्दे जहां जिले के सभी जनप्रतिनिधियों ने एकजुटता दिखाई है, वहीं दूसरी तरफ अब मामला गंभीर मोड़ पर आ गया है। एक तरफ जहां वीर गुर्जर समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनू गुर्जर ने जल्द ही गुर्जर- त्यागी समेत सर्व समाज की मेरठ में महापंचायत की चेतावनी दी है, वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय त्यागी, भूमिहार, ब्राह्मण समाज समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष मांगे राम त्यागी ने विधायकों के पक्ष में आ गये हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम जारी वीडियो में कहा जनता आपको पसंद करती है, लेकिन अफसरशाही पर अंकुश लगे और गाजियाबाद पुलिस आयुक्त को विधायकों को सुरक्षा देने का निर्देश देने की मांग की है। उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना भी की।
शुक्रवार रात जनप्रतिनिधियों ने की थी बैठक
विधायकों की सुरक्षा के मुद्दे पर शुक्रवार रात जिले के जनप्रतिनिधियों ने कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा के आवास पर बैठक की थी। बैठक में कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा एवं राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप के साथ ही सांसद अतुल गर्ग, विधायक नंद किशोर गुर्जर, अजीत पाल त्यागी, धर्मेश तोमर भी उपस्थित थे।
क्या कहा वीर गुर्जर समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनू गुर्जर ने
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान गाजियाबाद के लोनी से विधायक नंद किशोर गुर्जर एवं मुरादनगर से विधायक अजीत पाल त्यागी के साथ ही खोड़ा की पूर्व चेयरमैन रीना भाटी की सुरक्षा वापस ले ली गई थी। हालांकि पुलिस उपायुक्त लाइन्स ने प्रेस नोट जारी कर विधायकों को दो- दो गनर दिये जाने की बात कही। पुलिस के बयान का जवाबी प्रेस नोट जारी कर विधायक नंद किशोर गुर्जर ने खंडन भी किया था। अब वीर गुर्जर समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनू गुर्जर ने वीडियो बयान जारी कर विधायकों की सुरक्षा गाजियाबाद पुलिस आयुक्त द्वारा हटाने को गलत बताया है। उन्होंने इसके साथ ही खोड़ा की पूर्व चेयरमैन रीना भाटी का मुद्दा भी उठाया। इसके साथ ही सोनू गुर्जर ने चेतावनी दी कि यदि दोनों विधायकों की सुरक्षा बहाल नहीं की गई तो गुर्जर- त्यागी एवं सर्व समाज की मेरठ में महापंचायत करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा नंद किशोर गुर्जर को देश के साथ ही विदेशों से भी जान से मारने की धमकियां मिली है। लोकसभा चुनाव में नंद किशोर गुर्जर ने जान हथेली पर लेकर प्रचार प्रसार किया। उन्होंने चेतावनी दी कि कहीं ऐसा न हो कि कहीं हम भी भाजपा के खिलाफ न खड़े हो जायें। उन्होंने अजीत पाल त्यागी और नंद किशोर गुर्जर की सुरक्षा तत्काल बहाल करने की मांग की।
मुख्यमंत्री के नाम जारी वीडियो में क्या कहा राष्ट्रीय त्यागी, भूमिहार, ब्राह्मण समाज समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष मांगे राम त्यागी ने
मांगे राम त्यागी ने कहा विधायक अजीत पाल त्यागी की सुरक्षा हटाने को लेकर त्यागी- ब्राह्मण समाज में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि त्यागी समाज 99 प्रतिशत भाजपा के साथ रहता है। समाज के विधायक अजीत पाल त्यागी को मंत्री बनाना चाहिये था, लेकिन उनकी सुरक्षा भी पुलिस आयुक्त ने हटा दी। विधायक को दो सुरक्षा गार्ड भी नहीं दिये गये। उन्होंने कहा कोई बड़ा अधिकारी फोन नहीं उठाता, किसे जिले का अधिकारी फोन नहीं उठाता, केवल मेरठ मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे ही फोन उठाकर जनता की बात सुनती है। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम जारी वीडियो में कहा जनता आपको पसंद करती है, लेकिन प्रदेश से अफसरशाही को खत्म करना होगा। जब मंत्रियों और विधायकों की नहीं सुनी जाती तब आम जनता की क्या सुनी जाती होगी। उन्होंने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की भी मांग की। इसके साथ ही अजीत पाल त्यागी को तत्काल सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि लोकसभा चुनाव के दौरान पता चल जाता तो हालात कुछ और ही होते।
नंद किशोर गुर्जर ने अपर मुख्य सचिव गृह पर कसा तंज
शनिवार को विधायक नंद किशोर गुर्जर ने अपर मुख्य सचिव गृह को पत्र लिखकर तंज कसा और कहा कि बयान बहादुर पुलिस आयुक्त ने दो पुलिसकर्मी भेजे, हालांकि मैं अपने आवास पर नहीं था। शाम छह बजे दोनों को पुलिस लाइन बुला लिया गया कि वे पूरे दिन सुरक्षा में मेरे निवास पर तैनात रहे। उन्होंने एक बार फिर पूछा कि प्रदेश में रहूं या अन्य राज्य में शरण लूं।