Dainik Athah

अगले 10 साल में विकास, क्वालिटी आॅफ लाइफ लाएंगे: मोदी

  • मोदी ने विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता दोहराई
  • मध्यम वर्ग और उच्च मध्यम वर्ग के जीवन में सरकार का दखल जितना कम हो, लोकतंत्र की उतनी मजबूती है

कविलाश मिश्र
नई दिल्ली
। अठाहर्वी लोकसभा में लगातार तीसरी बार सरकार बनने से पहले शुक्रवार को एनडीए में शामिल दलों की बैठक हुई। बैठक में एनडीए दलों के सभी सांसद शामिल हुए। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुन लिया गया है। संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।
एनडीए सरकार के रूप में अगले 10 साल की चर्चा करते हुए कहा कि, मैं बहुत जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं। अगले 10 साल में। अगले 10 साल में विकास, क्वालिटी आॅफ लाइफ लाएंगे। सामान्य लोग खासतौर पर मध्यम वर्ग और उच्च मध्यम वर्ग के जीवन में सरकार का दखल जितना कम हो, लोकतंत्र की उतनी मजबूती है। हम विकास का नया अध्याय लिखेंगे। गुड गवर्नेंस का नया अध्याय लिखेंगे। सब मिलकर विकसित भारत के सपने को साकार करके रहेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने भाषण में कहा, हम अपने युवाओं को शिक्षा, रोजगार-स्वरोजगार हर क्षेत्र में सशक्त करते रहेंगे… किसानों के लिए बीज से बाजार तक आधुनिक नीतियों को बनाने का काम और प्राथमिकता पर होगा… दलहन से लेकर खाद्य तेल तक, हम हमारे किसानों को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम करते रहेंगे…। उन्होंने कहा कि हम विकसित भारत के सपने को साकार करके रहेंगे। विस्तार से कहूं तो सदन में किसी भी दल का कोई भी प्रतिनिधि होगा, मेरे लिए सब बराबर हैं। जब मैं सबका प्रयास करता हूं तो सदन में भी सब बराबर हैं। यह भी भाव है, जिसके कारण 30 साल से एनडीए आगे बढ़ा है। सबको गले लगाने में हमने कोई कमी नहीं रखी है। हमने 2024 में जिस टीम भावना से काम किया है और जमीनी स्तर पर किया है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ तस्वीरों के लिए नेताओं ने हाथ हिलाए और फिर तुम तुम्हारे रास्ते और हम हमारे रास्ते। हमने वाकई एकदूसरे का सहयोग किया है। हर किसी ने यही सोचा कि जहां कम, वहां हम। मैं कह सकता हूं कि हमारा 10 साल का अनुभव है। भारत के हर क्षेत्र और हर नागरिक की आकांक्षा और राष्ट्र की आकांक्षाओं के बीच अटूट नाता होना चाहिए। बीच से हवा न गुजर सके, ऐसा जुड़ाव होना चाहिए।”
नरेंद्र मोदी ने भाषण की शुरूआत भारत माता की जय के साथ की। उन्होंने सभागृह में मौजूद एनडीए घटक दलों के सभी नेताओं का आभार जताया। मोदी ने एनडीए को न्यू, डेवलप्ड, एस्पिरेशनल इंडिया बताया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का काम चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाना है, लेकिन ईवीएम ने सभी को जवाब दे दिया। मोदी ने कहा, ”इंडी गठबंधन वाले जब ईवीएम का जिक्र करते थे तो मैं इसे चुनाव के रूप में नहीं देखता। मैं मानता हूं कि ये तीसरी शताब्दी के लोग हैं। ये तकनीक को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। जब हम यूपीआई लेकर आए, तब ये मानने को तैयार नहीं हुए। आधार देश की पहचान है, कई देश ऐसी व्यवस्था चाहते हैं। इन्होंने इसका भी विरोध किया।

पीएम मोदी ने कहा, ”दक्षिण भारत में एनडीए ने एक नई राजनीति की नींव मजबूत की है। कर्नाटक और तेलंगाना को देखिए। अभी-अभी तो वहां सरकारें बनी थीं। पलभर में ही लोगों का भम्र टूट गया और एनडीए को गले लगा लिया। तमिलनाडु की टीम को भी बधाई देना चाहता हूं। वहां हमारा एनडीए समूह बढ़ा भी है। कइयों को पता था कि शायद सीटें न जीत पाएं, लेकिन फिर कहते रहे कि हम साथ रहेंगे।”

मोदी ने कहा कि मेरे लिए खुशी की बात है कि जो साथी विजय होकर आए हैं, वे अभिनंदन के अधिकारी हैं, लेकिन जिन लाखों कार्यकतार्ओं ने दिन-रात परिश्रम किया, न दिन देखा, न रात देखी, मैं संविधान सदन के इस सेंट्रल हॉल से सिर झुकाकर उन्हें प्रणाम करता हूं। उन्होंने 2019 को याद करते हुए कहा कि वे जब 2019 में सदन में बोल रहे थे तो उन्होंने विश्वास पर बल दिया थे। आज जब एक बार फिर मुझे ये दायित्व देते हैं तो साबित होता है कि हम दोनों के बीच विश्वास का सेतु इतना मजबूत है कि यह अटूट रिश्ता विश्वास के धरातल पर है।

मोदी ने कहा कि हमारे गठबन्धन का रिश्ता हम सबों के लिए सबसे बड़ा पूंजी होता है। उन्होंने कहा, यह पल भावुक करने वाला है। इसका जितना धन्यवाद करूं, उतना कम है। साथियों बहुत कम लोग इन बातों की चर्चा करते हैं, शायद उनको सूट नहीं करता होगा। लेकिन 22 राज्यों में लोगों ने एनडीए की सरकार बनाकर सेवा का मौका दिया है। उन्होंने कहा, हमारा ये अलायंस सच्चे अर्थ में भारत की असली स्पिरिट है, जो भारत का आत्मा है, भारत की जड़ों में जो रचा-बसा है, उसका प्रतिबिंब है। मैं इसलिए कह रहा हूं कि हमारे देश में 10 ऐसे राज्य हैं, जहां हमारे आदिवासी बंधुओं की संख्या निर्णायक रूप से है। इनमें से 7 राज्यों में एनडीए सेवा कर रहा है। प्री पोल अलायंस हिंदुस्तान की राजनीति के गठबंधन के इतिहास में इतना सफल कभी नहीं हुआ, जितना एनडीए हुआ है। यह गठबंधन की विजय है। हमने बहुमत हासिल किया है। कई बार कह चुका हूं, भले शब्द अलग होंगे, लेकिन भाव यह है कि सरकार चलाने के लिए बहुमत चाहिए लेकिन देश चलाने के लिए सर्वमत जरूरी होती है।

उन्होंने कहा, एनडीए सत्ता हासिल करने का या सरकार चलाने के कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है, यह राष्ट्र प्रथम, नेशन फर्स्ट की भावना से जुड़ा समूह है। यह भारत की राजनीतिक व्यवस्था में एक आॅर्गेनिक अलायंस है। यह मूल्य श्रद्धेय अटल जी, प्रकाश बादल, जॉर्ज फर्नांडीस, बाला साहेब जैसे लोगों ने जो बीज बोया, भारत की जनता ने विश्वास का सिंचन करके इसे वट वृक्ष बना दिया। हम सबके पास ऐसे महान नेताओं की विरासत है। हमने 10 वर्षों में इसे ही लेकर आगे बढ़ने का प्रयास किया है। इसमें कॉमन चीज नजर आती है, वो है गुड गवर्नेंस। सबसे अपने अपने कार्यकाल में देश को गुड गवर्नेंस दिया है। एनडीए कहते ही गुड गवर्नेंस इसका पर्यायवाची बन जाता है।
पीएम ने कहा कि एनडीए का यह कार्यकाल बड़े फैसलों और तेज विकास का है। हम समय नहीं गंवाना चाहते। हम पांच नंबर से तीन नंबर की अर्थव्यवस्था पर पहुंच रहे हैं। यह खाली पांच-तीन का आंकड़ा नहीं है। इससे अर्थव्यवस्था का आकार बढ़ेगा, उससे सरलता बढ़ेगी, देश की जरूरतें पूरी करने का सामर्थ्य बढ़ेगा। राज्यों का सहयोग भी इसमें उतना ही महत्वपूर्ण रहेगा। मेरा आग्रह है कि प्रतिस्पर्धी सहयोगात्मक संघवाद। हम अच्छा करने की स्पर्धा करें। जी-20 समिट हम एक जगह से कर सकते हैं, लेकिन हिंदुस्तान के अनेक शहरों में बैठकें हुईं।

दक्षिण और जय जगन्नाथ का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, दक्षिण भारत में एनडीए ने एक नई राजनीति की नींव मजबूत की है। कर्नाटक और तेलंगाना को देखिए। अभी-अभी तो वहां सरकारें बनी थीं। पलभर में ही लोगों का भम्र टूट गया और एनडीए को गले लगा लिया। तमिलनाडु की टीम को भी बधाई देना चाहता हूं। वहां हमारा एनडीए समूह बढ़ा भी है। कइयों को पता था कि शायद सीटें न जीत पाएं, लेकिन फिर कहते रहे कि हम साथ रहेंगे। आज तमिलनाडु में भले ही हम सीट नहीं जीत पाए, लेकिन जिस तेजी से एनडीए का वोट शेयर बढ़ा है, वह साफ-साफ कह रहा है कि कल में क्या लिखा हुआ है। केरल में हमारे सैकड़ों कार्यकतार्ओं ने बलिदान किया है। इतना जुल्म विचारधारा रखने वालों पर हुआ होगा, तो वह केरल में हुआ है। लेकिन हम परिश्रम की पराकाष्ठा में पीछे नहीं रहे। पीढ़ियां खपा दीं। और आज केरल से संसद में हमारा पहला प्रतिनिधि आ गया। अरुणाचल में लगातार हमारी सरकार बनती रही है। आंध्र में ऐतिहासिक रूप में सर्वोच्च सीटें मिली हैं ये पवन नहीं आंधी है। आंध्र ने इतना बड़ा जनमत हमारे लिए दिया है। महाप्रभु जगन्नाथ जी को याद करता हूं तो हमेशा याद करता हूं कि ये गरीबों के देवता हैं। वहां जो क्रांति-रूप परिणाम आया है, उसे देखकर कह सकता हूं कि विकसित भारत का जो सपना है, आने वाले 25 साल महाप्रभु जगन्नाथ जी की कृपा से ओडिशा देश की विकास यात्रा के ग्रोथ इंजन में से एक होगा।”

उन्होंने कहा कि नारी शक्ति की भागीदारी हमारा कमिटमेंट है। वह दिन दूर नहीं होगा, जब सदन में माताएं-बहनें ज्यादा संख्या में नेतृत्व करती दिखाई देंगे। हमने महिलाओं को सबसे ज्यादा टिकट देने वाल पार्टी रहे हैं। हम जी-20 समिट से भी इस बात को आगे बढ़ा रहे हैं- महिलाओं के नेतृत्व में विकास।

पुरानी संसद (संविधान सदन) के सेंट्रल हॉल में सुबह 11 बजे शुरू हुई मीटिंग में एनडीए के 13 दलों के नेता शामिल हुए। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपने 72 मिनट के भाषण में एनडीए की अहमियत, विकास, डेमोक्रेसी और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने पुराने संसद भवन में रखे गए संविधान को नमन किया। उन्होंने कहा कि सबको गले लगाने में हमें हिचक नहीं, लेकिन कुछ लोगों का काम चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाना हैं।
श्री मोदी ने गरीबों को लेकर कहा “…चाहे मैं गुजरात में रहा, आंध्र में चंद्रबाबू या नीतीश बाबू ने बिहार में सेवा की, सबके केंद्र में गरीब का कल्याण रहा। देश ने एनडीए के गरीब कल्याण के, गुड गवर्नेंस के 10 साल को देखा है। मैं कह सकता हूं कि देश ने इसे जीया है।”

विकसित भारत के सपने को साकार करने को लेकर उन्होंने कहा ” एनडीए और विस्तार से कहूं तो सदन में किसी भी दल का जनप्रतिनिधि होगा, मेरे लिए सब बराबर है। जब मैं सबका प्रयास की बात करता हूं तो सदन में भी हमारे लिए सब बराबर हैं। यह भी एक कारण है जिस वजह से एनडीए 30 साल में आगे बढ़ा है। सबको गले लगाने में हमें कोई हिचक नहीं है। ग्रास रूट लेवल तक सबने मिलकर जो काम किया है, उसी ने हमें आॅर्गेनिक अलायंस के तौर पर विकसित किया है। जहां कम, वहां हम- इसे हर कार्यकर्ता ने जीकर दिखाया है…। …भारत के हर क्षेत्र का, भारत के हर नागरिक का जो एस्पिरेशन है, देश और रीजनल एस्पिरेशन का अटूट नाता होना चाहिए। इसके बीच में हवा तक गुजर न सके, इतना जुड़ाव होना चाहिए, तब देश आगे बढ़ सकता है।”
विपक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को हिंसा की आग में झोंकने की कोशिश भी हुई। उन्होंने कहा,”जब 4 जून को नतीजे आए तो इस दौरान देश को हिंसा की आग में झोंकने की कोशिश हुई। यहां इकट्ठा होना, वहां इकट्ठा होना, तमाम तरह से लोगों को बांटने का प्रयास किया। चुनाव ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए होता है, लेकिन तोड़ने की कोशिश हुई। साथियों मैं मानता हूं कि 2024 के लोकसभा के जो नतीजे हैं, दुनिया ये मानेगी कि यह एनडीए की महाविजय है।”
कांग्रेस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा,
“…देशवासी जानते हैं कि न हम हारे थे, न हारे हैं। 4 तारीख के बाद हमारा जो व्यवहार रहा है, वो दिखाता है कि हम विजय को पचाना जानते हैं। विजय के समय उन्माद पैदा नहीं होता है। हम पराजय का उपहास भी नहीं करते। यह हमारे संस्कार हैं। …10 साल बाद भी कांग्रेस 100 के आंकड़े को नहीं छू पाई। अगर 2014, 19 और 2024 के चुनाव को जोड़कर कहूं तो तीन चुनाव में इन्हें जितनी सीटें मिली हैं, उससे ज्यादा हमें इस चुनाव में मिली…।”


नीतीश ने मोदी की जमकर तारीफ की..

बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू चीफ नीतीश कुमार ने भी पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का समर्थन किया है। एनडीए संसदीय दल की मीटिंग में मंच से बोलते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमारी पार्टी जनता दल यूनाइटेड बीजेपी संसदीय दल के नेता नरेंद्र मोदी को भारत के पीएम पद के लिए समर्थन देती है।
श्री नीतीश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। नीतीश ने नरेंद्र मोदी के नाम के प्रस्ताव का अनुमोदन करते हुए कहा, ”खुशी की बात है कि 10 साल से ये प्रधानमंत्री हैं और फिर प्रधानमंत्री होने जा रहे हैं। उन्होंने देश की सेवा की है। अब पूरा भरोसा है कि जो भी बचा है, अगली बार ये सब पूरा कर देंगे। जो भी हर राज्य का है, वह भी। हम लोग पूरे तौर पर सब दिन इनके साथ रहेंगे। पूरे तौर पर जो भी कुछ करेंगे, जिस तरह से ये करेंगे, सब अच्छा है।”
उन्होंने कहा, ”हमका तो लगता है कि जब अगली बार आप आइएगा न, इस बार जो लोग कुछ इधर-उधर जीत गया है, अगली बार वो सब हारेगा। हमें पूरा भरोसा है। ये सब बिना मतलब का बात गोल-मोल करके क्या किया है? उन लोगों ने आज तक कोई काम नहीं किया, कोई देश सेवा नहीं की। आपने इतनी सेवा की है। उसके बाद इस तरह हुआ है। इस बार जो मौका है, उसके बाद आगे कुछ नहीं होगा, उन लोगों के लिए कोई गुंजाइश नहीं रहेगा। वो सब लोग हारेंगे। उधर बिहार का भी सब काम हो ही जाएगा। जो कुछ बचा है, हम वो भी कर देंगे। देश का सबसे पुराना इलाका है। हम लोग पूरे तौर पर, जो आप चाहिएगा, उस काम के लिए हम लगे रहेंगे।”
सभी को बधाई देते हैं हुए इस अवसर पर टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा, “हम सभी को बधाई देते हैं, हमने शानदार बहुमत हासिल किया है। मैंने चुनाव प्रचार के दौरान देखा है कि 3 महीने तक पीएम मोदी ने कभी आराम नहीं किया। दिन-रात उन्होंने प्रचार किया। उन्होंने उसी भावना के साथ शुरूआत की और उसी भावना के साथ खत्म किया। आंध्र प्रदेश में हमने 3 जनसभाएं और 1 बड़ी रैली की और इसने आंध्र प्रदेश में चुनाव जीतने में बहुत बड़ा अंतर पैदा किया…।”



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