Dainik Athah

यहीं रात अंतिम… यहीं रात भारी

  • 18 वीं लोकसभा के लिए देशभर में कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना आज
  • देश की 541 लोकसभा सीटों के लिए सुबह 8 बजे शुरू होगी मतगणना
  • टीवी चैनलों के एक्जिट पोल का भी होगा इस बार इम्तिहान
  • मोदी के सिर तीसरी बार सजेगा ताज

अथाह ब्यूरो
नयी दिल्ली
। देश की 18 वीं लोकसभा के गठन के लिए मतों की गणना मंगलवार सुबह आठ बजे पूरे देश में कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच संपन्न होगी। इससे पहले आज (सोमवार) यहीं रात अंतिम है और यहीं रात भारी है। उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिर तीसरी बार प्रधानमंत्री का ताज सजेगा। हालांकि दूसरी तरफ विपक्षी दलों इंडिया गठबंधन ने भी मतगणना को लेकर जोरदार तैयारियां की है। उम्मीद है कि अधिकांश चुनाव परिणाम शाम पांच बजे तक घोषित हो जायेंगे। गाजियाबाद लोकसभा सीट का परिणाम आने में देरी हो सकती है। यहां पर अकेले साहिबाबाद विधानसभा में 41 चक्र में मतगणना होगी।

18 वीं लोकसभा के लिए एक जून को सातवें और अंतिम चरण के मतदान के बाद टीवी चैनलों में एक्जिट पोल को लेकर एक होड़ सी मच गई थी। इस होड़ में कुछ चैनलों ने भाजपा के नेतृत्व वाले राजग गठबंधन को चार सौ का आंकड़ा पार करवा दिया, जबकि कुछ चैनल 360 से ज्यादा सीटें दे रहे हैं। भाजपा ने जहां एक्जिट पोल का स्वागत किया है, वहीं विपक्ष ने इसे मोदी का एक्जिट पोल करार देकर नकार दिया है। अब मंगलवार को तय हो जायेगा कि आखिरकार किसकी सरकार बन रही है। हालांकि दैनिक अथाह का भी मत है कि सरकार तो नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा और राजग की ही बनेगी।

लोकसभा चुनाव के सात चरणों के मतदान के बाद चार जून यानी कल मतगणना होगी। इससे पहले चुनाव आयोग ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 में भाग लेने वाले सभी मतदाताओं का खड़े होकर अभिनंदन किया। मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने माना कि सोमवार और शुक्रवार को मतदान नहीं कराया जाना चाहिए, क्योंकि इन दिनों के बीचच काफी लंबा अंतर हो जाता है।
मतगणना से पहले भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने प्रेसवार्ता की। सीईसी राजीव कुमार ने यह कहा कि हमने 642 मिलियन मतदाताओं का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। यह सभी जी7 देशों के मतदाताओं का 1.5 गुना और यूरोपीय संघ के 27 देशों के मतदाताओं का 2.5 गुना है। उन्होंने कहा कि चुनाव कर्मियों के सावधानीपूर्वक और सतर्कतापूर्वक किए गए काम की वजह से हमने कम पुनर्मतदान सुनिश्चित किए। हमने 2019 में 540 के मुकाबले 2024 के लोकसभा चुनाव में 39 पुनर्मतदान देखे। इसमें भी 39 में से 25 पुनर्मतदान तो सिर्फ दो राज्यों में हुए। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यह उन आम चुनावों में से एक है, जिसमें हमने हिंसा नहीं देखी। यह हमारी दो साल की तैयारी का परिणाम है।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने 4 जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित करने के लिए अपनाई जाने वाली मतगणना प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि संपूर्ण मतगणना प्रक्रिया पूरी तरह से मजबूत है। यह घड़ी की सटीकता के समान काम करती है। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू होगी। उसके आधे घंटे बाद ही हम एश्ट की गिनती शुरू कर देंगे। इसमें कोई संदेह नहीं है।

उन्होंने कहा कि मैं पूरी जिम्मेदारी और दृढ़ता के साथ कुछ बातें कहना चाहता हूं। मतगणना और अन्य चुनाव प्रक्रिया के लिए एक बहुत मजबूत प्रणाली है। हर भाग तय है। मतगणना प्रक्रिया संहिताबद्ध है। सिस्टम में कोई समस्या नहीं हो सकती। मानवीय त्रुटि किसी से भी हो सकती है। हम उससे निपटेंगे। पूरी मतगणना प्रक्रिया मजबूत है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि अगर पोस्ट पोल हिंसा कहीं भी होती है तो इसके लिए हमने पहली बार निर्णय लिया है कि टउउ के बाद भी कुछ राज्यों में पैरामिलिट्री फोर्स रहेगी।

मुख्य बातें

भारत ने लोकसभा चुनाव में 31.2 करोड़ महिलाओं समेत 64.2 करोड़ मतदाताओं की भागीदारी के साथ वैश्विक रिकॉर्ड बनाया।
. दुनिया की सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया में 68,000 से अधिक निगरानी दल, 1.5 करोड़ पोलिंग एवं सुरक्षाकर्मी शामिल थे।
. 2024 के आम चुनावों में केवल 39 पुनर्मतदान हुए, जबकि 2019 में 540 पुनर्मतदान हुए थे।
. जम्मू-कश्मीर में चार दशकों में सबसे अधिक मतदान हुआ, कुल मिलाकर 58.58 प्रतिशत और घाटी में 51.05 प्रतिशत मतदान हुआ।
. 2024 के चुनावों के दौरान नकदी, मुफ्त उपहार, ड्रग्स और शराब सहित 10,000 करोड़ रुपये की जब्ती की गई। 2019 में यह आंकड़ा 3,500 करोड़ रुपये था।

आम चुनावों के दौरान आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की 495 शिकायतों में से 90 प्रतिशत से अधिक का निपटारा किया गया।

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