सपा ने मनाई वीरांगना अहिल्या बाई होल्कर की जयंती
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राज्य मुख्यालय, लखनऊ और प्रदेश के सभी जनपदों में आज वीरांगना रानी अहिल्याबाई होल्कर की 299वीं जयंती सादगी से मनाई गई। समाजवादी पार्टी के डा. राममनोहर लोहिया सभागार में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रानी अवंती बाई होल्कर के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल और संचालन त्रिवेणी पाल ने किया। इस अवसर पर पाल समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
अखिलेश यादव ने रानी अहिल्याबाई होल्कर को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि उनका जीवन संघर्षो से भरा था। उन्होंने राज्य पर आक्रमण करने वालों से जमकर लोहा लिया। अपने नेतृत्व में महिला सेना की स्थापना की। उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार किया। मणिकर्टिका घाट को संवारा। मंदिर, बावड़ी, धर्मशाला के निर्माण के साथ लड़कियों की शिक्षा का विस्तार किया। निराश्रितों को मदद पहुंचाई। बड़ी कुशलता से उन्होंने प्रशासन भी सम्हाला था। उन्होंने कहा कि रानी अहिल्याबाई होल्कर शिवजी की अनन्य भक्त और न्याय, धर्म, समर्पण की प्रतिमूर्ति थी। वृक्षारोपण के साथ काफी दान पुण्य भी किया। माहेश्वर और इन्दौर में मन्दिर का निर्माण कराया। उनके शासनकाल में जनता सुखी और समृद्ध थी।
यादव ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होल्कर ने अन्याय के खिलाफ जो संघर्ष किया वह हमें भी प्रेरणा देता है। आज देश-प्रदेश के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। किसान, नौजवान, व्यापारी, सभी परेशान है। महिलाएं असुरक्षित है। इस समय सबसे महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण सवाल है बाबा साहब के संविधान और लोकतंत्र को बचाने की। बाबा साहब के संविधान ने लोगों को जो अधिकार दिया उससे लोगों को हक और सम्मान मिला। आज उस संविधान पर संकट है। नफरती ताकतें सक्रिय है। उन्होंने कहा
कि समाजवादी पार्टी ने पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक, आदिवासी और औरतो) का जो सामूहिक नारा दिया है वह बहुत सफल रहा। सभी ने इंडिया गठबंधन का समर्थन किया है। जातीय जनगणना को सार्वजनिक स्वीकार्यता मिली है। भाजपा के एकाधिकारवादी मानसिकता के मुकाबले लोकतांत्रिक शक्तियों को वैचारिक आंदोलन से समर्थन मिला है। भाजपा ने जनता को धोखा दिया है। अब प्रधानमंत्री जी का जादू चलने वाला नहीं है।
इस अवसर पर सर्वश्री किरणमय नंदा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, राजेन्द्र चौधरी राष्ट्रीय सचिव, कृष्ण कन्हैया पाल राष्ट्रीय अध्यक्ष सपा अधिवक्ता सभा, विधायक अतुल प्रधान, जानकी पाल, राकेश बघेल, त्रिवेणी पाल, अनिल पाल, मनोज पाल, चन्द्र शेखर पाल, विपिन पाल, प्रमोद पाल, राम सेवक पाल, विनय पाल, महराज सिंह धनगर, आरबी पाल, डॉ विनोद पाल, रंजू सिंह पाल, वीरेन्द्र पाल, मुन्ना पाल, अजीत पाल, महेन्द्र यादव, सुमित पाल, सौरभ पाल, हिमांशु संघर्षी, शिवम कृष्णा पाल, मंजेश पाल, गोविन्द कुमार, त्रिभुवन सिंह, महताब सिंह यादव, विनोद लोधी आदि प्रमुख नेता शामिल रहे।