- विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को लेकर यूपीपीसीएल अध्यक्ष ने उच्चाधिकारियों के साथ की बैठक
- राजधानी लखनऊ की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में सुधार के लिए लिया गया महत्वपूर्ण निर्णय
- उपभोक्ताओं, जनप्रतिनिधियों तथा मीडिया को सुचारू विद्युत आपूर्ति में लगने वाले समय की दी जाएगी जानकारी
- जरूरत पड़ने पर लाउडस्पीकर से भी अनाउंस कराने के लिए दिए गए निर्देश
अथाह ब्यूरो, लखनऊ। राजधानी लखनऊ की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को लेकर गुरुवार को शक्ति भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष डॉ आशीष गोयल ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि भंयकर गर्मी को देखते हुए जहां कहीं भी विद्युत आपूर्ति बाधित हो वहां उपभोक्ताओं, जन प्रतिनिधियों तथा मीडिया को सूचित किया जाए कि किन कारणों से आपूर्ति बाधित हुई है और विद्युत बहाली में कितना समय लगेगा। 1912 पर भी इसकी सूचना दी जाए और जब तक विद्युत आपूर्ति बहाल न हो जाए तब तक 1912, स्थानीय जनप्रतिनिधि तथा मीडिया को अपडेट किया जाए। अध्यक्ष ने बताया कि ऐसा करने से उपभोक्ताओं को समस्या की सही जानकारी रहेगी। उन्होंने कहा कि जरूरत पडे़ तो लाउडस्पीकर से भी अनाउंस कराने के लिए निर्देश दिए गए हैं। यही नहीं उच्चाधिकारियों से कहा गया है कि वह भी आवश्यकतानुसार मौके पर पहुंचें और परिस्थितियों को संभालने में स्थानीय कार्मिकों का सहयोग करें।
कम से कम समय में बदले जाएं ट्रांसफर
अध्यक्ष ने निर्देश दिया कि क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मर कम से कम समय में बदलें जाएं, इसके लिए ट्रांसफार्मर बदलने के लिए प्रयुक्त होने वाले वाहन वर्कशॉप में तैयार रहें। उन पर सभी आवश्यक उपकरण भी मौजूद रहें, जिससे ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्तता की सूचना पर कम से कम समय में दूसरा ट्रांसफार्मर वहां पहुंचा दिया जाए। ट्राली ट्रांसफार्मर और गैंग की कही कोई कमी न हो। अध्यक्ष द्वारा अधिकारियों से संसाधनों की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की गई तथा यह भी निर्देश दिया कि संसाधन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। अत: आपूर्ति में व्यवधान न हो इसके लिए युद्धस्तर पर कार्य करें। अध्यक्ष ने कहा कि अभी गर्मी और डिमान्ड बढ़ने की संभावना है इसलिये सभी को ज्यादा सतर्क रहना पड़ेगा। अनुरक्षण कार्यो में लगे ठेकेदारों से बेहतर काम लीजिये जिससे कि कम से कम समय में लोकल फाल्ट या क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मर या उपकरण बदले जा सकें।
उपभोक्ताओं से भी सहयोग की अपील
अध्यक्ष ने यह भी निर्देश दिया कि देर रात्रि तक अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में रहें, फोन उठाएं तथा उपभोक्ताओं को सही जानकारी दें। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी कार्मिक अपने अपने तैनाती स्थल पर ही रहें। उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील करते हुए कहा है कि पावर कारपोरेशन निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए संकल्पबद्ध है। अत्यधिक भीषण तापमान और गर्मी के कारण कुछ समस्याएं आती है जिनका तत्काल निराकरण कराने के निर्देश दिए गए है। अत: उपभोक्ताओं से आगृह है कि विद्युत कार्मिकों का सहयोग करें और ऐसा कोई कार्य न करें जिससे विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को सुचारू रखने में समस्या उत्पन्न हो। बैठक में प्रबन्ध निदेशक पंकज कुमार तथा निदेशक वितरण जीडी द्विवेदी, प्रबंध निदेशक मध्यांचल भवानी सिंह खगरौत सहित डिस्कॉम के निदेशक तथा लेसा अन्तर्गत मुख्य अभियन्ता तथा अधीक्षण अभियन्ता उपस्थित थे। इस बैठक में 1912 से सम्बन्धित अधिकारियों को भी बुलाया गया था।
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भीषण गर्मी में भी बेहतर विधुत आपूर्ति में जुटा यूपीपीसीएल
उपभोक्ताओं को बेहतर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक तथा डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक द्वारा दैनिक आधार पर लगातार आपूर्ति की समीक्षा की जा रही है। जहां कहीं भी स्थानीय दोषों की सूचना प्राप्त होती है वहां पर उसे तत्काल ठीक करके आपूर्ति सामान्य करने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किया जाता है। उच्च अधिकारियों को भी मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि भीषण गर्मी का कहर प्रदेश के विद्युत तंत्र तथा उत्पादन इकाइयों की क्षमता को निरंतर चुनौती दे रहा है। आंकड़ों को देखे तो 26 मई 2024 को सबसे ज्यादा डिमांड 29058 मेगावाट पावर कॉरपोरेशन द्वारा आपूर्ति की गई जो की 26 मई 2022 वा 23 की अधिकतम दैनिक डिमांड क्रमश 22572 तथा 21502 मेगावाट से लगभग 29% एवं 35% अधिक थी। इसी प्रकार 27 मई तथा 28 मई 2024 को पावर कॉरपोरेशन द्वारा आपूर्ति की गई अधिकतम डिमांड क्रमश: 29167 मेगावाट तथा 29212 मेगावाट थी जो कि गत 2022 तथा 2023 से क्रमश: 35% व 40% अधिक है। जैसे-जैसे तापमान की तपिश लगातार बढ़ रही है वैसे वैसे डिमांड भी बढ़ रही है। उसी अनुपात में पावर कॉरपोरेशन अनवरत इस बढ़ती डिमांड की आपूर्ति कर रहा है। प्रदेश के ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों को मिलाकर लगभग 46 34 सबस्टेशन उपभोक्ताओं तक विद्युत आपूर्ति करने का कार्य सुचारू रूप से कर रहे हैं। इनमें से मात्र 40 उप केंद्रों पर ग्रीष्मकल की बढ़ती डिमांड का प्रभाव देखा गया और ओवर लोडिंग पाई गई जिसे फौरी तौर पर समीप स्थित सब स्टेशनों से लोड बांट कर आपूर्ति सामान्य रहे इसकी कार्यवाही की गई है। स्थाई समाधान के लिए बिजनेस प्लान में इन सभी स्टेशनों पर कार्य कराया जा रहा है।