अक्षरधाम-सहारनपुर मार्ग के निर्माण के दौरान डाली गई उच्च क्षमता की केबिलों को फिर से डालने के लिए सर्वे कराने के निर्देश
गाजियाबाद। कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी इन्द्र विक्र्रम सिंह ने बुधवार को एनएचएआई और विद्युत वितरण मंडल लोनी के अधिकारियों के साथ बैठक की। जिलाधिकारी को विद्युत वितरण मंडल लोनी द्वारा अवगत कराया गया कि एनएचएआई ने अक्षरधाम-सहारनपुर मार्ग के निर्माण के दौरान हाईवे पर आ रही 33 केवी व 11 केवी की लाइनों को शिफ्ट कराया गया है, लेकिन इन लाइनों को शिफ्ट कराते इस बात का ख्याल नहीं रखा गया कि यदि एक केबिल में फाल्ट हो जाता है तो दूसरी केबिल को नुकसान न होने पाए। एनएचएआई द्वारा समस्त केबिलों को सड़क के किनारे ट्रेंच में एक साथ एक के ऊपर एक डालकर दबा दिया गया है। कई जगह तो बिना ट्रेंच के ही केबिलों को ऐसे ही खुदाई करके दबा दिया गया है।
विद्युत वितरण मंडल लोनी के अधिकारियों ने जिलाधिकारी महोदय से निवेदन किया कि भविष्य में इसलिए केबिलों को सुव्यवस्थित तरीके से दोबारा डाले जाने की बेहद आवश्यकता है ताकि कोई फाल्ट होने पर अन्य केबिलों को सुरक्षित बचा लिया जाए और फाल्ट ढूंढने में भी ज्यादा समय न लगे और विद्युत आपूर्ति ज्यादा देर तक बाधित होने पर जनता के आक्रोश से भी बचा जा सके। जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह ने एनएचएआई के अधिकारियों को केबिलों को दोबारा सही तरीके से डालने के लिए 27 मई तक कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए साथ ही विद्युत वितरण मंडल लोनी के अधिकारियों के साथ मिलकर तुरंत सर्वे करने को निर्देशित किया गया। बैठक में लोनी विद्युत वितरण मंडल के अधीक्षक अभियंता इंजीनियर नरेश भारती, अधिशासी अभियंता सुनील कुमार, मनोज कुमार, नीरज सिंह यादव, एनएचएआई के परियोजना निदेशक व टैक्नीकल मैनेजर मौजूद रहे।