- जीवन आशा हॉस्पिटल के द्वितीय चरण का हुआ शुभारंभ
- यदि किसी की वेदना को देखकर आंसुओं का संचार नहीं हुआ तो आपके अंदर करुणा नहीं: आचार्य सौरभ सागर महाराज

अथाह संवाददाता
मुरादनगर। दिगंबर जैन संत आचार्य श्री सौरभ सागर महाराज की पावन प्रेरणा से निर्मित गाजियाबाद जिले के गंग नहर के तट पर श्री मंशापूर्ण महावीर क्षेत्र पर जीवन आशा हॉस्पिटल के द्वितीय चरण का शुभारंभ 20 मई सोमवार को किया गया। शुभारंभ प्रदेश सरकार में ऊर्जा राज्यमंत्री सौमेंद्र तोमर एवं सुभारती समूह के संस्थापक अतुल कृष्ण ने संयुक्त रूप से किया।

प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 20 मई को सर्व प्रथम मूलनायक मंशापूर्ण महावीर भगवान का अभिषेक एवं शांति धारा सभी भक्तों ने मिलकर की। तत्पश्चात सभा मंडप में जीवन आशा हॉस्पिटल के पांच वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर प्रथम बार आयोजित हो रहे श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान का समापन विश्व शांति महायज्ञ के साथ किया गया। अनुष्ठान में सम्मिलित होने वाले सभी भक्तों को पूज्य गुरुदेव ने मंगल में आशीर्वाद प्रदान किया। श्री मनसा पूर्ण महावीर क्षेत्र पर प्रथम बार भव्य त्रय रथ यात्रा महोत्सव का आयोजन भी किया गया

इसी क्रम में जीवन आशा हॉस्पिटल के पांच वर्ष पूर्ण होने पर जीवन आशा हॉस्पिटल में कैंसर के उपचार हेतु प्रथम चरण की विधिवत घोषणा की गई जिसमें संजय जैन गाजियाबाद ने बताया कि अभी तक यहां पर दिव्यांगों को निशुल्क कृत्रिम अंग लगाए जाते थे, अब यहां पर कैंसर जैसे दुर्लभ रोग का भी इलाज किया जा सकेगा जिसमें सर्व प्रथम अल्ट्रासाउंड, सिटी स्कैन आदि मशीनों के माध्यम से उपचार प्रारंभ होगा एवं आपातकालीन सुविधा भी सुचारू रूप से संचालित होगी।
द्वितीय चरण का लोकार्पण उत्तर प्रदेश सरकार के ऊर्जा एवम वैकल्पिक ऊर्जा राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर जी एवं सुभारती विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉक्टर अतुल कृष्ण ने सौरभ सागर सेवा संस्थान के ट्रस्टियों के साथ मिलकर के किया। विधान की समस्त मांगलिक क्रियाएं पंडित संदीप जैन सजल ने संपन्न करवाई ।

इस मौके पर राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर ने कहा कि परम पूज्य आचार्य सौरभ सागर महाराज जो कार्य कर रहे हैं वह अद्भुत है। उनके कार्य को शब्दों के माध्यम से सहज रूप से कह पाना कठिन होगा, दिव्यांगों के लिए एवं मानव समाज के लिए आपका यह मार्गदर्शन अभूतपूर्व है। सुभारती परिवार के संस्थापक अतुल कृष्ण ने कहा कि जैन समाज एवं जैन संत प्रारंभ से ही मानव समाज के उत्थान के लिए सदेव कार्य किया करते हैं। आज मुझे अत्यंत हर्ष और खुशी हो रही है कि मैं ऐसे जैन संत के चरणों में आया हूं जो मानव समाज के लिए इतना बड़ा कार्य कर रहे हैं।

इस मौके पर आशीर्वाद देते हुए परम पूज्य आचार्य सौरभ सागर महाराज ने कहा कि यदि स्वयं की काया को निरोगी बनाना है तो सबसे पहले जरूरी है कि दूसरे के रोगों को देखकर, बीमारियों को देखकर उनके प्रति सहानुभूति एवं सहयोग की प्रति भावना का पनपना। यदि आपके भीतर किसी की वेदना को देखकर आंसुओं का संचार नहीं हुआ तो आपके अंदर करुणा नहीं रही।

समस्त कार्यक्रम में सौरभ सागर सेवा संस्थान के समस्त ट्रस्टी परम संरक्षक, संरक्षक, आजीवन सदस्य के साथ-साथ सीए अशोक जैन, भारत वर्षीय तीर्थ क्षेत्र कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जम्बू प्रसाद जैन, रमेश जैन, संजय जैन, रिंकू जैन, अजय जैन, संजीव जैन बिट्टू, सुकांत जैन, निकान्त जैन, प्रदीप जैन, अशोक गोयल आदि का सभी का बहुत-बहुत सहयोग रहा।

