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जहां पर धर्म की प्रभावना के साथ-साथ रोगियो के कष्टो का निवारण भी होता हैं: सौरभ सागर महाराज

  • धूमधाम से मानाया जाएगा जीवन आशा अस्पताल का पांचवा स्थापना दिवस
  • पांचवे स्थापना दिवस पर 20 को होगी कैंसर हॉस्पिटल को घोषणा: संजय जैन


अथाह संवाददाता, मुरादनगर। परम पूज्य संस्कार प्रणेता ज्ञानयोगी, जीवन आशा हॉस्पिटल प्रेरणा से संचालित जीवन आशा हॉस्पिटल का पंचम स्थापना दिवस आगमी 20 मई को गंग नहर पर स्थित श्री मंशाापूर्ण महावीर क्षेत्र में बड़ी धूम-धाम से मानाया जाएगा।
आचार्य श्री 108 सौरभ सागर महाराज ने कहा कि श्री सिद्धचक्र विधान करने से मनुष्य के जीवन मे पुण्य कर्म की प्रभावना बढ़ती है तथा जीवन मे आये हुए कष्टों का निवारण भी होता हैं। मैना सुंदरी ने आठ दिन का सिद्धचक्र पाठ का विधान करके 700 कुष्ठ रोगियों का कष्ट निवारण किया था। जीवन आशा हॉस्पिटल धर्म व चिकित्सा का एक संगम है जहां पर धर्म की प्रभावना के साथ-साथ रोगियो के कष्टो का निवारण भी होता हैं।

आचार्य श्री ने आगे एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि दिगम्बर अवस्था ही मनुष्य के जीवन का मूल स्वरूप हैं दिगम्बर अवस्था वही व्यक्ति धारण कर सकता है जिसके अन्दर किसी भी तरह का विकार नही होता हैं। जब मनुष्य पैदा होता है तो दिगम्बर अवस्था मे पैदा होता है और जब इस दुनिया से जाता है तब भी दिगम्बर अवस्था मे ही जाता हैं। इसका साफ मतलब यह है कि ईश्वर का मूल स्वरूप दिगम्बर अवस्था ही हैं। इसलिए दिगम्बर अवस्था वही धारण कर सकता है जिसका मन साफ है एवं उसके अन्दर किसी भी तरह का विकार नही हैं।
आचार्य श्री ने आगे एक प्रश्न के उत्तर मे कहा कि धर्म में राजनीति नही होनी चाहिए बल्कि अगर राजनीति में धर्म होगा तो राजनीति स्वच्छ एव प्रभावशाली होगी एवं सामाजिक समरसता बढ़ेगी और सामाजिक सड़ांध कम होगी।
सौरभ सागर सेवा संस्थान के ट्रस्टी संजय जैन ने बताया की परम पूज्य आचार्य गुरूदेव का आगमन पांच साल बाद श्री मंशापूर्ण महावीर क्षेत्र में हुआ है और उनके सानिध्य में श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान का आयोजन 12 मई से 20 मई तक होने जा रहा हैं। जिसमे दूर दूर से आने वाले सैकड़ों श्रावक भाग लेकर पुण्यार्जन करेंगे। अस्पताल में मुख्यत: दिव्यांगो को निशुल्क कृत्रिम अंग लगाने के साथ, सभी प्रकार की ओपीडी सेवाए, डायलिसिस सेंटर सुविधा एवं रक्त जांच सम्बन्धी क्रियाएं सुचारू रूप से प्रदान की जाती हैं। उन्होंने बताया कि संस्था द्वारा विगत पांच वर्षो में 2700 दिव्यांगो को कृत्रिम अंग लगाए जा चुके हैं। उनमे से लगभग 400 दिव्यांगो को रोजगार मेला लगाकर रोजगार के साधन भी उपलब्ध कराए गये हैं।
अजय जैन ने बताया कि आगमी 20 तारीख को संस्था के स्थापना दिवस पर पूजा प्रक्षाल और आचार्य श्री के प्रवचन के उपरान्त रथ यात्रा निकाली जाएगी और इसी दिन कैंसर विभाग का उदघाटन किया जाएगा साथ ही इमरजेंसी सेवा का भी उदघाटन किया जाएगा।
संस्था के अध्यक्ष एवं भारतवर्ष तीर्थ क्षेत्र कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जंम्बू प्रसाद जैन ने बताया की स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर अस्पताल में अत्यधुनिक उपकरणों के द्वारा कैंसर के उपचार हेतू आगामी योजना की विधिवत घोषणा होगी। साथ ही दिव्यांगजनो को स्वावलंबी बनाने हेतू उनके कौषल विकास के लिए रिहैबिलिटेशन सेंटर की घोषणा की जाएगी। इस अवसर पर चेयरमैन अशोक जैन सी.ए., अजय जैन, राहुल जैन, प्रदीप जैन, राहुल जैन, जिवेंद्र जैन, पण्ड़ित संदीप जैन सजल आदि उपस्थित थे।


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